मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ियों के पांव धोकर किया स्वागत
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार पहुॅचकर ओम पुल के निकट गंगा घाट पर आयोजित प्रतिभाग किया तथा देशभर से आए शिवभक्त कांवड़ियों के चरण धोकर स्वागत किया व उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने आयोजित भजन सन्ध्या में भी प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य […]

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ियों के पांव धोकर किया स्वागत
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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार पहुॅचकर ओम पुल के निकट गंगा घाट पर आयोजित प्रतिभाग किया तथा देशभर से आए शिवभक्त कांवड़ियों के चरण धोकर स्वागत किया एवं उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने आयोजित भजन सन्ध्या में भी प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “यह मेरा सौभाग्य है कि शिव भक्त कांवड़ियों का पैर पखार कर उनका आशीर्वाद लेने का अवसर प्राप्त हुआ।“
कांवड़ यात्रा का महत्व
कांवड़ यात्रा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह श्रद्धा और आस्था का प्रतीक भी है। शिव भक्त कांवड़िये हर साल सैकड़ों किलोमीटर की कठिन यात्रा करते हैं, बांधकर गंगा का जल लेकर जाते हैं और भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस वर्ष की कांवड़ यात्रा में 1 करोड़ से अधिक शिव भक्त गंतव्य की ओर प्रस्थान कर चुके हैं। उनके लिए उचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता है।
प्रशासनिक व्यवस्थाएं
मुख्यमंत्री ने भारत सरकार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्घाटन के संदर्भ में भी विभिन्न विकास परियोजनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि, “हमारी सरकार इस विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए प्रयासरत है।सुरक्षा के दृष्टिकोण से, धर्मनगरी हरिद्वार में कई सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं।”
शांति और व्यवस्था के लिए अपील
कांवड़ यात्रा के दौरान शांति और व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते हुए, उन्होंने कहा कि, “कुछ घटनाएं सामने आई हैं जहाँ कांवड़ यात्रा के दौरान अनुशासनहीनता देखने को मिली है। हमें आत्मिक शांति प्राप्त करने के लिए इस यात्रा का उद्देश्य याद रखना चाहिए।” उन्होंने भक्तों से अनुरोध किया कि वे शांतिपूर्ण और विनम्र व्यवहार करें, ताकि सभी श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम हो सके।
सांस्कृतिक संरक्षण की पहल
मुख्यमंत्री धामी ने सांस्कृतिक संरक्षण की बात करते हुए अवगत कराया कि, "सरकारी स्कूलों में श्रीमद् भागवत गीता का पाठ पढ़ाने की व्यवस्था की गई है, जिससे बच्चे अपनी संस्कृति और आध्यात्मिकता के प्रति जागरूक हों।”
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार उत्तराखंड को एक अग्रणी राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस धार्मिक यात्रा के दौरान हर किसी का स्वागत करके, वे सेवा को अपने लिए सौभाग्य मानते हैं। आने वाले वर्षों में, उन्होंने हरिद्वार को एक भव्य धार्मिक स्थलों की श्रृंखला में अग्रणी स्थान दिलाने की योजना बनाई है।
इस धर्म नगरी में धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक महत्व दोनों को ध्यान में रखते हुए, मुख्यमंत्री ने तीर्थ यात्रियों से अपील की कि वे यात्रा के नियमों का पालन करें और अपनी आस्था के साथ-साथ अनुशासन बनाए रखें।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ियों का स्वागत करते हुए न केवल धार्मिक आस्था का समर्पण किया, बल्कि उन्हें संपूर्ण उर्जा और सम्मान प्रदान किया।
लेख टीम - kharchaapani
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