पंचायत के पहले चरण में महिलाओं ने जमकर किया मतदान, अब दूसरे चरण के लिए आज थमेगा चुनावी शोर
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पंचायत के पहले चरण में महिलाओं ने जमकर किया मतदान, अब दूसरे चरण के लिए आज थमेगा चुनावी शोर
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लेखक: साक्षी वर्मा, रिया गुप्ता, तथा अन्य, टीम खर्चापानी
पहले चरण का मतदान और महिलाओं की भागीदारी
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण में महिलाओं ने जमकर वोटिंग की, जिससे उनके राजनीतिक अधिकारों के प्रति जागरूकता का परिचय मिला है। इस चुनाव में कुल 68 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसमें महिलाओं का मत प्रतिशत 73 प्रतिशत रहा। यह आंकड़ा पुरुषों की 63 प्रतिशत मतदान से कहीं अधिक है, जो दर्शाता है कि महिलाएं चुनाव प्रक्रिया में कितनी सक्रियता से भाग ले रही हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने इस उत्साह को देखकर आशा जताई है कि दूसरे चरण के चुनाव में मतदान प्रतिशत इससे भी ज्यादा हो सकता है।
दूसरे चरण की तैयारियाँ
दूसरे चरण के मतदान की गतिविधियों को लेकर निर्वाचन आयोग की तैयारियाँ तेज़ हैं। चुनाव प्रचार का शोर आज शाम पांच बजे थम जाएगा, जिसके बाद प्रत्याशी डोर-टू-डोर प्रचार कर सकेंगे। 28 जुलाई को सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक 40 विकासखंडों में मतदान होगा। निर्वाचन आयोग के सचिव राहुल कुमार गोयल ने बताया कि इस दौर में 14,751 प्रत्याशी चुनाव میدان में हैं, जिनमें सदस्य ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत स्तर तक के प्रत्याशी शामिल हैं।
मतदान के स्थान और विकासखंड
दूसरे चरण में मतदान अल्मोड़ा, ऊधमसिंह नगर, चंपावत, पिथौरागढ़, नैनीताल, उत्तरकाशी, चमोली, टिहरी, देहरादून और पौड़ी के विभिन्न विकासखंडों में होगा। इनमें से कई जिलों के विकासखंड पहले चरण में मतदान कर चुके हैं, जिससे निर्वाचन आयोग ने दूसरे चरण के लिए एक ठोस योजना बनाई है।
महिलाओं की भूमिका और भविष्य की आशाएँ
इस चुनाव में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी न केवल उनके राजनीतिक अधिकारों की महत्ता को दर्शाती है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि महिलाएं न केवल समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं बल्कि गाँवों की राजनीतिक संरचना में भी अपनी छाप छोड़ रही हैं। इस प्रकार के सकारात्मक संकेत भारत के लोकतंत्र के लिए अच्छे हैं, और आशा है कि महिलाएं आगे और भी सक्रियता से भाग लेंगी।
निष्कर्ष
पंचायती चुनावों में महिलाओं का यह उत्साह निश्चित ही एक नई उम्मीद जगा रहा है। निर्वाचन आयोग की कोशिशें इस दिशा में महत्त्वपूर्ण हैं, और वे अन्य राज्यों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत कर रही हैं। आने वाले दिनों में, जब दूसरा चरण सम्पन्न होगा, तब यह देखना दिलचस्प होगा कि महिलाएं कैसे अपनी स्थिति को आगे बढ़ाती हैं।
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