उत्तराखंड में महज 21 साल की उम्र में प्रधान बनी चमोली की प्रियंका नेगी

  चमोली की प्रियंका नेगी बनीं सबसे कम उम्र की ग्राम प्रधान, महज 21 साल में संभाली जिम्मेदारी चमोली: गैरसैंण विकासखंड के अंतर्गत आने वाले आदर्श ग्राम सारकोट ने इतिहास…

Jul 31, 2025 - 18:34
 127  38.2k
उत्तराखंड में महज 21 साल  की उम्र में प्रधान बनी चमोली की  प्रियंका नेगी

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - kharchaapani

चमोली की प्रियंका नेगी: सबसे कम उम्र की ग्राम प्रधान

चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले की प्रियंका नेगी ने सिर्फ 21 साल की उम्र में ग्राम प्रधान बनने का इतिहास रचा है। यह उपलब्धि विशेष रूप से प्रेरणादायक है क्योंकि उन्होंने अपनी युवा उम्र में बड़े ज़िम्मेदारी का निवर्हन करते हुए अपने गाँव और समाज के लिए एक दिशा दिखाई है।

जिम्मेदारी और प्रेरणा का सफर

प्रियंका नेगी, जो गैरसैंण विकासखंड के आदर्श ग्राम सारकोट की ग्राम प्रधान बनीं, ने अपने चुनावी अभियान के दौरान गाँव के विकास की अपनी योजनाओं को साझा किया था। उनका मुख्य लक्ष्य शिक्षा, स्वास्थ्य, और महिला सशक्तिकरण है। प्रियंका ने कहा, "मैं चाहती हूँ कि मेरा गाँव हर क्षेत्र में आगे बढ़े और सभी को समान अवसर प्राप्त हों।"

प्रियंका की यथार्थता और दृष्टिकोण

पारंपरिक सोच के विपरीत, प्रियंका ने अपने गाँव के विकास के लिए नवीनतम तकनीकों का उपयोग करने का निर्णय लिया है। वे योजना बना रही हैं कि कैसे ग्रामीणों को तकनीकी शिक्षा दी जा सकती है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। इसके अलावा, प्रियंका ने स्थानीय महिलाओं के लिए स्व-सहायता समूह बनाने की भी योजना बनाई है, जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।

समुदाय का समर्थन

प्रियंका की जीत पर ग्रामीणों ने खुशी व्यक्त की है। स्थानीय निवासी बताते हैं कि प्रियंका ने अपने चुनावी अभियान में गाँव के युवाओं को प्रेरित किया। यह देखकर कि एक युवा लड़की चुनावी जीत को संभव कर सकती है, गाँव के अन्य युवाओं में भी राजनीति में भागीदारी के लिए उत्साह पैदा हुआ है। यह बदलाव केवल चमोली के लिए नहीं, बल्कि पूरे राज्य के लिए एक सकारात्मक संदेश है।

निष्कर्ष: नई सोच का आगाज

प्रियंका नेगी का यह सफर केवल एक चुनावी जीत नहीं है, बल्कि यह नए भारत की तस्वीर पेश करता है, जहाँ युवा नेता सक्रियता से अपनी जिम्मेदारियाँ संभाल सकते हैं। उनकी यह उपलब्धि अन्य युवाओं को भी प्रेरित करेगी कि वे अपने अधिकारों और जिम्मेदारियों का पालन करें। आने वाले समय में प्रियंका नेगी अपने गाँव सारकोट को एक उदाहरण बनाते हुए दिखा सकती हैं कि किस प्रकार युवावर्ग अपनी शक्ति को सकारात्मक दिशा में मोड़ सकता है।

चमोली की प्रियंका नेगी ने साबित कर दिया है कि जब परिवार और समुदाय का समर्थन होता है, तभी असंभव बातें भी संभव हो जाती हैं।

Keywords:

Young village head, Uttarakhand news, successful women, Priyanka Negi, rural development, youth empowerment, Gram Pradhan, community support, Sarakot village, local governance

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow