New Delhi:-सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत से उत्तराखंड के अधिवक्ताओं की आत्मीय भेंट
हरिद्वार लोकसभा सांसद एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से शनिवार को नई दिल्ली स्थित अपने शासकीय आवास पर दिल्ली उच्च न्यायालय एवं सर्वोच्च न्यायालय में कार्यरत उत्तराखंड मूल के अधिवक्ताओं एवं उनके परिजनों ने अनौपचारिक भेंट की। इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख एवं सांसद गढ़वाल अनिल बलूनी तथा […] The post New Delhi:-सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत से उत्तराखंड के अधिवक्ताओं की आत्मीय भेंट appeared first on संवाद जान्हवी.

New Delhi: सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत से उत्तराखंड के अधिवक्ताओं की आत्मीय भेंट
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नई दिल्ली में शनिवार की शाम, हरिद्वार लोकसभा सांसद एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राजधानी में दिल्ली उच्च न्यायालय एवं सर्वोच्च न्यायालय में कार्यरत उत्तराखंड मूल के अधिवक्ताओं से अनौपचारिक भेंट की। यह बैठक श्री रावत के सरकारी आवास पर आयोजित की गई जहां अधिवक्ताओं और उनके परिजनों ने अपना अनुभव साझा किया। इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख एवं सांसद गढ़वाल अनिल बलूनी एवं राज्यसभा सांसद नरेश बंसल भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
विचार साझा करना
भेंट के दौरान, श्री रावत ने कहा कि यह एक गर्व की बात है कि उत्तराखंड का युवा वर्ग देश की सर्वोच्च न्यायिक संस्थाओं में अपने राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहा है। उन्होंने इन अधिवक्ताओं को न्याय के प्रति प्रतिबद्धता और जनसरोकारों के मुद्दों को सशक्तता से उठाने के लिए सराहा। उनका मानना है कि यह उत्तराखंड की जागरूक न्याय चेतना का प्रतीक है।
समाज के प्रति योगदान
इस बातचीत में, श्री रावत ने अधिवक्ताओं के सेवा भाव और जनहित के प्रति समर्पण की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "आपका कार्य हमें साहस देता है और वंचित तथा ज़रूरतमंद व्यक्तियों को न्याय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।" उन्होंने सभी अधिवक्ताओं को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ भी दी।
भेंट का महत्व
यह अनौपचारिक भेंट उत्तराखंड के वकीलों के लिए एक अहम अवसर था, जहां उन्होंने अपनी समस्याओं और अनुभवों को साझा किया। अधिवक्ताओं ने कहा कि इस प्रकार की मुलाकातें उन्हें प्रेरणा देती हैं और उनकी सेवा को और अधिक प्रभावशाली बनाती हैं। यह एक तरह से अपने राज्य की न्यायिक प्रणाली को मजबूत बनाने में सहायक साबित हो सकता है।
श्री रावत ने यह भी जोर दिया कि अधिवक्ताओं को हमेशा न केवल कानूनी पेशे में, बल्कि सामाजिक कार्यों में भी आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा, "आपका काम सिर्फ कोर्ट में ही सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि समाज में भी इसकी गूंज होनी चाहिए।" यह अधिवक्ताओं के लिए एक नई दिशा की ओर कदम बढ़ाने का समय है।
निष्कर्ष
श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की यह बैठक न केवल एक अनौपचारिक मुलाकात थी, बल्कि उत्तराखंड के अधिवक्ताओं के लिए एक नई ऊर्जा का संचार करने वाला अवसर भी था। उनके द्वारा प्रदान की गई प्रोत्साहन और समर्थन की भावना ने सभी लोगों को प्रेरित किया। इस प्रकार की गतिविधियाँ भविष्य में भी समाज की भावनात्मक और कानूनी विकास में सहायक होंगी।
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