मानसून के दौरान पारेषण तंत्र के सुचारू रूप से संचालन के लिए एसओपी का पूर्णतः पालन करेंः बर्द्धन

मुख्य सचिव आनंद बर्धन की अध्यक्षता में सचिवालय सभागार में पिटकुल (पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ऑफ उत्तराखंड लिमिटेड) की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। मुख्य सचिव ने पिटकुल को निर्देश दिए कि मानसून के दौरान पारेषण तंत्र के सुचारू रूप से … read more

Jul 8, 2025 - 09:34
 135  501.8k
मानसून के दौरान पारेषण तंत्र के सुचारू रूप से संचालन के लिए एसओपी का पूर्णतः पालन करेंः बर्द्धन

मानसून के दौरान पारेषण तंत्र के सुचारू रूप से संचालन के लिए एसओपी का पूर्णतः पालन करेंः बर्द्धन

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - kharchaapani

मुख्य सचिव आनंद बर्धन की अध्यक्षता में सचिवालय सभागार में पिटकुल (पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ऑफ उत्तराखंड लिमिटेड) की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में बर्धन ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि मानसून के दौरान पारेषण तंत्र का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए सभी एसओपी का पूर्ण पालन आवश्यक है।

वैद्युत आपूर्ति में अवरोध रोकने के उपाय

बर्धन ने कहा कि, "लाइन ब्रेकडाउन की स्थिति में तुरंत ब्रेकडाउन एनालिसिस करना आवश्यक है ताकि विद्युत आपूर्ति को निर्बाध रूप से संचालित किया जा सके।" उन्हें इनकी प्रगति को देखने और पारेषण तंत्र के लिए सभी आवश्यक उपायों का पालन सुनिश्चित करने के लिए उपायुक्तों से संयुक्त निरीक्षण करने की भी सिफारिश की।

प्रोजेक्ट्स के समय में पूर्ण होने का महत्व

मुख्य सचिव ने जोर दिया कि सभी प्रोजेक्ट्स को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करना चाहिए। "यदि प्रोजेक्ट्स में समयसीमा का पालन नहीं किया गया, तो लागत में वृद्धि संभव है," उन्होंने कहा। इसके साथ ही, उन्होंने सलाह दी कि जो भी मास्टर प्लान बनाए जाएं, उन्हें पहले सीईए (सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी) से समीक्षा करवाना सुनिश्चित किया जाए।

भूमि अधिग्रहण एवं सब स्टेशन स्थापना

बर्धन ने भूमि अधिग्रहण के लिए नए मानकों के अनुसार प्रस्ताव सरकार को पेश करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उनकी व्यक्तिगत विजिटों में निर्माणाधीन विद्युत जेनरेशन प्लांट और विद्युत सब स्टेशन का निरीक्षण किया जाएगा। इससे न केवल प्रणाली की स्थिति का आकलन करने में मदद मिलेगी, बल्कि सुधारात्मक कदम भी उठाए जा सकेंगे।

पिटकुल की नई रेटिंग और लाभ

बैठक में उपस्थित पिटकुल के प्रबंध निदेशक पी सी ध्यानी ने यह बताया कि पिटकुल की रेटिंग 2024-25 में ए से ए$$ में बढ़ी है, जिसके परिणामस्वरूप पिटकुल को मिलने वाले लोन में 0.50 प्रतिशत की छूट प्राप्त होगी। यह उपभोक्ताओं को रियायती ऊर्जा दरों के माध्यम से लाभ पहुँचाएगा।

भविष्य की परियोजनाएँ

ध्यानी ने बाहरी सहायता प्राप्त परियोजनाओं के तहत एडीबी द्वारा पोषित छह महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स की चर्चा की, जिसमें 220 केवी सेलाकुई, 132 केवी खटीमा, 132 केवी लोहाघाट चंपावत, 132 केवी धौलाखेड़ा नैनीताल, 132 केवी आराघर, और 220 केवी मंगलौर शामिल हैं। इन परियोजनाओं का लक्ष्य 2026 तक पूरा करना है, जिससे उपभोक्ताओं को लंबे समय तक लो वोल्टेज और बार-बार ट्रिप की समस्या से निजात मिलेगी।

निष्कर्ष

आनंद बर्धन के नेतृत्व में आयोजित इस बैठक से स्पष्ट होता है कि उत्तराखंड में पावर ट्रांसमिशन प्रणाली की मजबूती और उपयोगिता को बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। सभी संबंधित अधिकारियों को मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करते हुए कार्य करना सुनिश्चित करना होगा।

संक्षेप में, मानसून के दौरान पारेषण तंत्र की संचालन क्षमता को बढ़ाना और विद्युत आपूर्ति को निर्बाध बनाए रखना आवश्यक है।

Keywords:

power transmission, Uttarakhand, SOP compliance, monsoon, electricity supply, project timelines, land acquisition, PTCUL, electricity authority, power rating

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow