डॉ. पूनम गुप्ता RBI की नई डिप्टी गवर्नर बनीं:3 साल का कार्यकाल होगा; अभी प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य
सरकार ने प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य डॉ. पूनम गुप्ता को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) का नया डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया है। पूनम का कार्यकाल 3 साल का होगा। वे जनवरी में इस्तीफा दे चुके डिप्टी गवर्नर माइकल पात्र की जगह लेंगी। केबिनेट की अपॉइंटमेंट कमेटी ने पूनम की नियुक्ति को अप्रूवल दिया है। 5 अप्रैल को RBI की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक से पहले ये नियुक्ति की गई है। पूनम अभी NCAER ( नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकॉनॉमिक रिसर्च) की डायरेक्टर और 16वें वित्त आयोग की सदस्य भी हैं। इससे पहले वे NITI आयोग की डेवलपमेंट एडवाइजरी कमेटी और FICCI की एक्जीक्यूटिव कमेटी की सदस्य रह चुकी हैं। 11 दिसंबर को संजय मल्होत्रा नए गवर्नर बने थे इससे पहले सरकार ने 9 दिसंबर को रेवेन्यू सेक्रेटरी संजय मल्होत्रा को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) का नया गवर्नर नियुक्त किया था। उन्होंने RBI के 26वें गवर्नर होंगे और मौजूदा गवर्नर शक्तिकांत दास की जगह ली थी। दास का कार्यकाल 10 दिसंबर 2024 को पूरा हो रहा था। 11 दिसंबर से मल्होत्रा ने गवर्नर का पद संभाला था। फाइनेंस और टैक्सेशन के एक्सपर्ट हैं संजय मल्होत्रा राजस्थान कैडर के 1990 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी संजय मल्होत्रा के पास भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी, यूएसए से पब्लिक पॉलिसी में मास्टर डिग्री है। मल्होत्रा ने पावर, फाइनेंस और टैक्सेशन, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और माइन्स सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम किया है। उनका 33 साल से ज्यादा का एक्सपीरियंस है। वित्त मंत्रालय में सेक्रेटरी (रेवेन्यू) के रूप में सर्व करने से पहले उन्होंने भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के तहत वित्तीय सेवा विभाग में सचिव का पद संभाला था। मल्होत्रा के पास राज्य और केंद्र सरकार दोनों स्तरों पर फाइनेंस और टैक्सेशन में एक्सपर्टाइज है।

डॉ. पूनम गुप्ता RBI की नई डिप्टी गवर्नर बनीं: 3 साल का कार्यकाल होगा; अभी प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य
Kharchaa Pani
लेखक: सिमा शर्मा, टीम नेटानागरी
नई नियुक्ति का महत्व
भारत के रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में डॉ. पूनम गुप्ता को अपनी नई डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया है। उनके तीन साल के कार्यकाल की शुरुआत अब शुरू हो चुकी है। डॉ. गुप्ता की नियुक्ति ने वित्तीय जगत में हलचल मचा दी है, खासकर जब वे प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य भी हैं।
डॉ. पूनम गुप्ता का परिचय
डॉ. पूनम गुप्ता एक अनुभवी अर्थशास्त्री हैं, जिन्होंने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उनके पास वैश्विक आर्थिक मसलों पर गहरी समझ है और जैसे ही वे माननीय आरबीआई में डिप्टी गवर्नर के रूप में नई जिम्मेदारी संभालती हैं, वे आर्थिक नीतियों को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
आर्थिक सलाहकार परिषद में भागीदारी
डॉ. गुप्ता की प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्यता उनके लिए एक अतिरिक्त लाभ है। उनके द्वारा संग्रहित अनुभव और ज्ञान का उपयोग वे RBI में आर्थिक नीतियों को बेहतर बनाने के लिए कर सकेंगी।
रिजर्व बैंक की दिशा और डॉ. गुप्ता का योगदान
RBI देश की वित्तीय स्थिरता बनाए रखने और मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए प्रमुख नीतिगत निर्णय लेता है। डॉ. पूनम गुप्ता के आगमन से ये निर्णय अधिक सटीकता और अनुभव के आधार पर लिए जाएंगे। अधिकतर विशेषज्ञ मानते हैं कि उनके योगदान से भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
निष्कर्ष
डॉ. पूनम गुप्ता की RBI में डिप्टी गवर्नर के रूप में नियुक्ति एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा दे सकती है। उनके पास जो व्यापक अनुभव है, उसकी आवश्यकता इस समय अत्यधिक है। उनकी रणनीतियाँ और नीतियाँ न केवल RBI की आर्थिक स्थिरता में योगदान करेंगी, बल्कि देश के विकास में भी सहायक साबित होंगी।
आर्थिक नीति में नए विचार और दृष्टिकोण लाने के लिए उनके योगदान की अपेक्षा है। हम सभी को यह सुनिश्चित करना होगा कि हम उनकी नियुक्ति का स्वागत करें और उनकी योजनाओं का समर्थन करें।
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