स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं:दिसंबर-2023 के बाद से दरें नहीं बदलीं, सुकन्या समृद्धि पर 8.2% ब्याज मिलता रहेगा
सरकार ने अप्रैल-जून तिमाही (Q1FY26) के लिए स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में बदलाव नहीं किया है। यह लगातार पांचवीं तिमाही है, जब सरकार ने इन स्कीम्स की ब्याज दरें नहीं बदली हैं। शुक्रवार (28 मार्च) को वित्त मंत्रालय ने नोटिफिकेशन जारी कर इस बात की जानकारी दी है। इससे पहले, जनवरी-मार्च (Q4FY25), अक्टूबर-दिसंबर (Q3FY25), जुलाई-सितंबर (Q2FY25) और अप्रैल-जून (Q1FY25) तिमाही में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया था। यानी, Q1FY26 तिमाही के लिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) और किसान विकास पत्र (KVP) सहित सभी स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर मिलने वाले ब्याज दर अपरिवर्तित रहेंगी। पब्लिक प्रोविडेंट फंड पर 7.1% ब्याज दर अभी पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) पर 7.1% और सुकन्या समृद्धि योजना पर 8.2% ब्याज दर मिलती है। सरकार छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों पर फैसला लेने से पहले देश की लिक्विडिटी स्थिति और महंगाई पर भी नजर रखती है। हालांकि, PPF, NSC और KVP समेत छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों की हर तीन महीने पर समीक्षा करती है। स्मॉल सेविंग्स स्कीमों पर ब्याज दरें 4% से 8.2% के बीच हैं। सरकार ने आखिरी बार दिसंबर 2023 में इंटरेस्ट रेट्स में बढ़ोतरी की थी। ब्याज दरों का हर तिमाही में रिव्यू होता है स्मॉल सेविंग्स स्कीम की ब्याज दरों का हर तिमाही में रिव्यू होता है। इनकी ब्याज दरें तय करने का फॉर्मूला श्यामला गोपीनाथ समिति ने दिया था। समिति ने सुझाव दिया था कि इन स्कीम की ब्याज दरें समान मैच्योरिटी वाले सरकारी बॉन्ड के यील्ड से 0.25-1.00% ज्यादा होनी चाहिए। हाउसहोल्ड सेविंग का मेजर सोर्स हैं ये स्कीम स्मॉल सेविंग स्कीम भारत में हाउसहोल्ड सेविंग का मेजर सोर्स हैं और इसमें 12 इंस्ट्रूमेंट शामिल हैं। इन स्कीम्स में डिपॉजिटर्स को उनके पैसे पर तय ब्याज मिलता है। सभी स्मॉल सेविंग स्कीम्स से हुए कलेक्शन को नेशनल स्मॉल सेविंग्स फंड (NSSF) में जमा किया जाता है। स्मॉल सेविंग स्कीम्स सरकारी घाटे के फाइनेंसिंग की सोर्स के रूप में उभरी हैं। क्लासिफिकेशन स्मॉल सेविंग इंस्ट्रूमेंट को तीन भागों में बांटा जा सकता है:

स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं: दिसंबर-2023 के बाद से दरें नहीं बदलीं, सुकन्या समृद्धि पर 8.2% ब्याज मिलता रहेगा
Kharchaa Pani
लेखिका: अनुजा शर्मा, नेहा दत्त, टीम नेतानगरि
परिचय
भारत में स्मॉल सेविंग स्कीम्स उन लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय साधन है जो सुरक्षित और सुनिश्चित रिटर्न की तलाश में हैं। दिसंबर 2023 के बाद से सरकार द्वारा इन योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। विशेष रूप से, सुकन्या समृद्धि योजना पर 8.2% ब्याज मिलेगा, जो इसे एक आकर्षक विकल्प बनाता है।
स्मॉल सेविंग स्कीम्स का महत्व
स्मॉल सेविंग स्कीम्स, जैसे कि पब्लिक प्राविडेंट फंड (PPF), पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट, और सुकन्या समृद्धि योजना, भारतीय निवेशकों के बीच लोकप्रियता में बढ़त हासिल कर रही हैं। ये स्कीम्स न केवल सुरक्षित हैं बल्कि ये ब्याज दरों में स्थिरता भी प्रदान करती हैं। खासकर सुकन्या समृद्धि योजना में, जहां ब्याज की दरें 8.2% निर्धारित की गई हैं, यह योजना लड़कियों की शिक्षा और विवाह के लिए एक लंबी अवधि का निवेश विकल्प है।
ब्याज दरों का स्थायित्व
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरें पिछले कुछ महीनों से स्थिर बनी हुई हैं। यह निर्णय उन लाखों भारतीयों के लिए राहत का स्रोत है जो इन योजनाओं में निवेश करते हैं। इस स्थिरता का मतलब है कि निवेशक बिना किसी चिंता के अपने पैसे का निवेश कर सकते हैं, क्योंकि फाइनेंशियल मार्केट में उतार-चढ़ाव होता रहता है।
सुकन्या समृद्धि योजना के लाभ
सुकन्या समृद्धि योजना निवेशकों के लिए कई फायदे प्रदान करती है:
- उच्च ब्याज दर: इस योजना में 8.2% की ब्याज दर से निवेशक को अच्छा रिटर्न मिलता है।
- कर लाभ: इस योजना के तहत निवेश पर आयकर अधिनियम के सेक्शन 80C के तहत कर में छूट मिलती है।
- लंबी अवधि का निवेश: यह योजना 21 वर्षों तक चलती है, जो दीर्घकालिक निवेश की दृष्टि से लाभकारी है।
निष्कर्ष
आने वाले वर्षों में, स्मॉल सेविंग स्कीम्स की लोकप्रियता में वृद्धि देखने को मिलेगी। जबकि दिसंबर 2023 के बाद ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं होगा, सुकन्या समृद्धि योजना की 8.2% दर निवेशकों के लिए एक आकर्षण बनी रहेगी। निवेशकों को इस योजना में निवेश करके सुरक्षित और सुनिश्चित रिटर्न का लाभ उठाना चाहिए। भविष्य में अधिक जानकारी और अपडेट के लिए, kharchaapani.com पर जाएँ।
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