सीएम ममता बोलीं- आज लाल और गेरुआ एक हुए:भाजपा-लेफ्ट पश्चिम बंगाल में दंगे भड़काना चाहते हैं, दोनों साथ मिलकर राजनीति कर रहे
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मालदा जिले के मोथाबाड़ी में हुई हिंसा को लेकर भाजपा और लेफ्ट पर एक-दूसरे के साथ मिलकर राजनीति करने का आरोप लगाया। ममता ने बिना नाम लिए कहा कि ये दोनों पार्टियां मिलकर दंगे भड़काने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा- नवरात्रि चल रही है, मैं इसके लिए भी शुभकामनाएं देती हूं। लेकिन हम चाहते हैं कि कोई भी अशांति न फैलाए। ममता सोमवार को ईद के अवसर पर कोलकाता में ईदगाह पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि TMC सरकार दंगों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। वह सभी धर्मों के लिए अपने जीवन का बलिदान करने के लिए तैयार हैं। ममता ने कहा- बहुमत का कर्तव्य अल्पसंख्यक की रक्षा करना है, और अल्पसंख्यक का कर्तव्य बहुसंख्यकों के साथ रहना है। हम किसी को दंगा नहीं करने देंगे। हमारी एक ही आवाज है, दंगे रोकना। दरअसल, पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के मोथाबाड़ी में 27 मार्च को दो गुटों के बीच हुई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक 26 मार्च को मोथाबाड़ी मस्जिद में नमाज हो रही थी। इस दौरान वहां से एक जुलूस गुजर रहा था, तभी कुछ लोगों ने धार्मिक नारे लगाए। 27 मार्च को दूसरे समुदाय ने इसका विरोध किया। इस दौरान भीड़ ने दुकानों, घरों और गाड़ियों में तोड़फोड़ और लूट की। मोथाबाड़ी में 61 उपद्रवी गिरफ्तार, इंटरनेट बंद राज्य के कानून-व्यवस्था के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) जावेद शमीम ने बताया कि मोथाबाड़ी में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और अब तक 61 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने कहा- अब तक 19 मामले दर्ज किए गए हैं और 61 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जल्द ही स्थिति पूरी तरह सामान्य हो जाएगी। आज किसी भी तरह की हिंसा की घटना नहीं हुई है। हिंसा को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट ने शुक्रवार को DM और SP से 3 अप्रैल तक एक्शन रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट ने कहा कि राज्य को सावधानी से काम करना चाहिए। साथ ही हिंसा से प्रभावित लोगों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने चाहिए। BJP ने किया विरोध प्रदर्शन मोथाबाड़ी हिंसा के खिलाफ BJP ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया था। बीजेपी का आरोप है कि राज्य सरकार हिंसा रोकने में नाकाम रही है। इससे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा- 27 मार्च से मोथाबाड़ी में स्थिति तनावपूर्ण है। हिंदू मंदिरों और घरों में तोड़फोड़ की गई। उन्होंने कहा-मैंने राज्यपाल सीवी आनंद बोस से बात की है और गृह मंत्री अमित शाह के कार्यालय से भी संपर्क किया है। सवाल यह है कि बंगाल में ऐसी घटनाएं बार-बार क्यों हो रही हैं। हमें शुक्रवार को हिंसा प्रभावित मोथाबाड़ी में जाने से रोका गया। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने मोथाबाड़ी हिंसा को लेकर गवर्नर सीवी आनंद बोस को विट्ठी लिखी है। सुवेंदु ने कहा कि ममता बनर्जी सरकार में अराजकता है। इसलिए राज्य सरकार को तत्काल प्रभाव से मोथाबाड़ी में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) तैनात करने का निर्देश देना चाहिए। पुलिस ने लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले छोड़े स्थानीय लोगों के मुताबिक 27 मार्च को विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों के हाथ में धार्मिक झंडे थे। नारेबाजी कर रहे लोग अचानक हिंसक हो गए और दुकानों, घरों में तोड़-फोड़ की, सामान लूटा और सड़कों पर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। मालदा पुलिस ने लोगों से अपील की कि वे शांति बनाए रखें। सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाह या गलत सूचना पर ध्यान न दें। कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर हिंसा भड़काने का प्रयास किया जा रहा है। हिंसा से जुड़ी 2 फोटो... ----------------------------------- पश्चिम बंगाल से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... ऑक्सफोर्ड में ममता बनर्जी का विरोध, आरजी कर रेप-मर्डर केस में छात्रों ने गो बैक के नारे लगाए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के केलॉग कॉलेज में गुरुवार को भाषण के दौरान विरोध का सामना करना पड़ा। कुछ प्रदर्शनकारियों ने बंगाल में हुई हिंसा, आरजी कर कॉलेज रेप-मर्डर केस और संदेशखाली में महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर सवाल उठाए। छात्रों के शांत न होने पर ममता बनर्जी ने कहा, 'यहां राजनीति मत करो, यह राजनीति का मंच नहीं है।' पढ़ें पूरी खबर...

सीएम ममता बोलीं- आज लाल और गेरुआ एक हुए: भाजपा-लेफ्ट पश्चिम बंगाल में दंगे भड़काना चाहते हैं, दोनों साथ मिलकर राजनीति कर रहे
Kharchaa Pani
लेखक: साक्षी शर्मा, नेतागणि टीम
परिचय
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में एक सभा में कहा कि आज लाल और गेरुआ एक हो गए हैं। उन्होंने भाजपा और लेफ्ट पर आरोप लगाया कि वे राज्य में दंगे भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। ममता का यह बयान राजनीतिक माहौल में नई चर्चाओं को जन्म दे रहा है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ महीनों से राजनीतिक तनाव बढ़ता जा रहा है। भाजपा और लेफ्ट दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। ममता बनर्जी ने कहा कि यह समय एकजुट होने का है, न कि विभाजन का। उनके अनुसार, भाजपा और लेफ्ट ने मिलकर राज्य की शांति को खतरे में डालने का कार्य किया है।
ममता बनर्जी का बयान
ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि दोनों दल एक ही टोकरी में हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि राजनीतिक लाभ के लिए सियासी साजिशें की जा रही हैं, जिसका नुकसान आम नागरिकों को हो रहा है।
उद्देश्य और रणनीति
सीएम ममता का यह बयान न केवल भाजपा और लेफ्ट की संलिप्तता को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि वे इस समय आम लोगों में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। ममता ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस समय एकजुट रहें और किसी भी प्रकार की साजिश का शिकार न हों।
निष्कर्ष
पश्चिम बंगाल में राजनीतिक माहौल में उठापटक का दौर जारी है। ममता बनर्जी का यह बयान दो विरोधी दलों की साजिशों का पर्दाफाश करता है। सभी दलों को चाहिए कि वे राजनीति को छोड़कर जनता के कल्याण के लिए काम करें। इससे न केवल राज्य की शांति बनी रहेगी, बल्कि जनता का विश्वास भी मजबूत होगा।
आने वाले चुनावों में किस दल की किस्मत का सितारा बुलंद होगा, यह तो समय बताएगा, लेकिन इस समय ममता का यह बयान एक महत्वपूर्ण राजनीतिक संकेत है।
अधिक अपडेट के लिए, खर्चा पानी पर जाएं।
Keywords
भाजपा, लेफ्ट, ममता बनर्जी, पश्चिम बंगाल, राजनीति, दंगे, राजनीतिक माहौल, नागरिकों की सुरक्षा, एकजुटता, चुनाव 2023What's Your Reaction?






