देहरादून में वन मंत्री सुबोध उनियाल ने किया बीज बम सप्ताह का शुभारंभ
देहरादून:हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान जाड़ी के द्वारा खेल खेल में पर्यावरण संरक्षण एवं मानव और वन्य जीवों के बीच बढ़े संघर्ष को कम करने के लिए शुरू किए…

देहरादून में वन मंत्री सुबोध उनियाल ने किया बीज बम सप्ताह का शुभारंभ
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देहरादून: वन मंत्री सुबोध उनियाल ने हाल ही में बीज बम सप्ताह का शुभारंभ किया, जो कि हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान जाड़ी द्वारा आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना और मानव और वन्य जीवों के बीच बढ़ते संघर्ष को कम करना है। इस पहल के माध्यम से, अधिकारियों को उम्मीद है कि स्थानीय समुदायों के बीच जागरूकता बढ़ेगी और वे पर्यावरण को सुरक्षित रखने में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
बीज बम अभियान का महत्व
बीज बम, जिसे भारतीय संस्कृति के संदर्भ में "प्राकृतिक बीज" भी कहा जाता है, एक ऐसा प्रयोग है जिसमें स्थानीय बीजों को मिट्टी में डालकर पौधों की वृद्धि को प्रोत्साहित किया जाता है। इस तकनीक का इस्तेमाल बहुत वर्षों से किया जा रहा है, और यह न केवल धरती की उर्वरता को बढ़ाती है, बल्कि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का मुकाबला करने में भी सहायक सिद्ध होती है।
सुबोध उनियाल ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा, "बीज बम सप्ताह केवल एक अभियान नहीं है, बल्कि यह आज की पीढ़ी को जागरूक करने का एक विकल्प है। वन्य जीवों की रक्षा के लिए और मानव-जंगल संबंध को सुदृढ़ बनाने के लिए, यह कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण है।"
संस्थान के प्रयास और लक्ष्य
हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान जाड़ी का लक्ष्य स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करना और इसे पुनर्जीवित करना है। संस्थान ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर कार्य करते हुए, उन्हें इस अभियान का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित किया है। इस सप्ताह के दौरान, विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी, जिसमें बीजों का वितरण, पौधारोपण और पर्यावरणीय शिक्षा शामिल हैं।
इस वर्ष, बीज बम सप्ताह में भाग लेने वाले बच्चों और स्थानीय निवासियों को आमंत्रित किया गया है, जिन्हें ना केवल सामान्य वन्य जीवों की जानकारी दी जाएगी, बल्कि वे इस गतिविधि का हिस्सा बनकर पर्यावरण की रक्षा में योगदान भी देंगे।
समुदाय की भागीदारी
बीज बम सप्ताह के अंतर्गत स्थानीय समुदायों को बुलाया गया है ताकि वे इस पहल का हिस्सा बन सकें। उनके योगदान से न केवल पर्यावरण को फायदा होगा, बल्कि यह सामाजिक एकता के लिए भी एक सफल प्रयास साबित होगा। इसके अलावा, सुबोध उनियाल ने ध्यान दिलाया कि सभी को अपने पर्यावरण की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित बनाना चाहिए।
निष्कर्ष
बीज बम सप्ताह सुबोध उनियाल और हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान का एक शानदार प्रयास है, जो पर्यावरण सुरक्षा का समर्थन करता है। इस पहल के माध्यम से, हम सभी को यह समझना चाहिए कि प्रकृति की रक्षा और संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है। हम सभी को मिलकर इस प्रयास में भाग लेना चाहिए और अपने आस-पास के पर्यावरण को सुरक्षित रखना चाहिए।
इस कार्यक्रम के बारे में अधिक जानने के लिए और अपडेट्स के लिए, कृपया हमारी वेबसाइट पर जाएँ: kharchaapani.
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