दरभंगा में दुर्गा मंदिर से लौट रहे लोगों पर पथराव:गांव में दो समुदायों के बीच तनाव की स्थिति, 3 थानों की पुलिस मौके पर मौजूद
दरभंगा में रविवार शाम दुर्गा मंदिर से लौट रहे श्रद्धालुओं पर दूसरे समुदाय के लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ की स्थिति बन गई। महिला श्रद्धालु इधर-उधर भागने लगे। घटना कुशेश्वरस्थान थाना क्षेत्र के केवटगामा पंचायत के पछियारी गांव की है। बताया जा रहा है कि चैत नवरात्रा के पहले दिन श्रद्धालु दुर्गा मंदिर में कलश स्थापना करने के बाद लौट रहे थे। इसी दौरान मो अलाउद्दीन की छत से श्रद्धालुओं के ऊपर पत्थर फेंके जाने लगे। इस घटना के बाद गांव में दो समुदायों के बीच तनाव की स्थिति बन गई। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें दिख रहा है कि एक छत से पुरुष और महिलाएं ईंट-पत्थर फेंक रहे हैं। तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने के बाद कुशेश्वरस्थान, तिलकेश्वर और बिरौल थाने से भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंची। पुलिस की ओर से स्थिति को नियंत्रित की गई। हालांकि, अब भी गांव में तनाव की स्थिति बनी गई है। SSP जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि 'स्थिति नियंत्रण में है। गांव मे भारी संख्या में फोर्स तैनात किया गया है।' दो सप्ताह पहले भी हुई थी झड़प बताया जा रहा कि गांव में 2 सप्ताह पहले होली के दिन भी दो समुदायों के बीच पत्थरबाजी और लाठी-डंडे से मारपीट हुई थी। उस दिन कई लोग घायल हुए थे। पुलिस ने दोनों पक्षों की सहमति से पीआर बॉन्ड भरवा कर मामला शांत कराया था। पंचायत के पूर्व मुखिया आलोक कुमार उर्फ विकास कुमार ने बताया कि होली के दिन मामूली बात पर समुदाय विशेष के लोगों ने होली खेल रहे युवकों को घायल कर दिया था। तब आपसी बातचीत से मामला सुलझा लिया गया था। ----------------------------------- ये भी पढ़ें 'पहले कुरान के पन्ने फाड़े,अब हनुमान जी की मूर्ति तोड़ी':मां बोली- बेटा मानसिक बीमार है, मंदिर के केयर टेकर ने कहा- किसी ने पत्थर पकड़ाया समस्तीपुर में कर्पूरीग्राम पंचायत है। ये भारत रत्न और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर का गांव है। इस गांव से महज 500 मीटर दूर डढ़िया बेलार गांव में शुक्रवार की सुबह दो पक्षों में तनाव हो गया। पूरी खबर पढ़ें

दरभंगा में दुर्गा मंदिर से लौट रहे लोगों पर पथराव: गांव में दो समुदायों के बीच तनाव की स्थिति, 3 थानों की पुलिस मौके पर मौजूद
Kharchaa Pani
लेखिका: राधिका शर्मा, टीम नेटानगरी
परिचय
दरभंगा में दुर्गा मंदिर से लौट रहे भक्तों पर पथराव की घटना ने इलाके में तनाव फैला दिया है। यह घटना मंगलवार रात की है, जब कुछ लोग मंदिर पूजा के बाद लौट रहे थे। इस पत्थरबाजी की घटना ने स्थानीय समुदायों के बीच तनाव बढ़ा दिया। पुलिस और प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है और इस मामले की जांच चल रही है।
घटना का विवरण
मंदिर से लौटते समय, भक्तों पर अचानक पत्थर फेंके गए। इस घटना के बाद लोगों में भय का माहौल पैदा हो गया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, पथराव की स्थिति तब उत्पन्न हुई जब कुछ युवकों के बीच बहस हुई। इस दौरान की गई पत्थरबाजी ने इलाके में स्थिति को बेहद संवेदनशील बना दिया।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही दरभंगा के 3 थानों की पुलिस बल मौके पर पहुँची। पुलिस ने तत्काल सुरक्षा उपाय किए और लोगों को समझाने का प्रयास किया। श्रावण महोत्सव के चलते भक्तों की संख्या ज्यादा थी, जिससे स्थिति और बिगड़ने की संभावना थी।
समुदायों के बीच तनाव
जैसे ही घटना के बारे में जानकारी मिली, गांव में लोगों के बीच आपस में चर्चा शुरू हो गई। दोनों समुदायों के बीच स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई है। प्रशासन ने शांति बहाली के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। कई स्थानों पर पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया
स्थानीय नेताओं ने स्थिति पर चिंता व्यक्त की है और दो समुदायों के बीच आपसी समर्पण की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा है कि धर्म का आधार नकारात्मकता नहीं, बल्कि एकता होनी चाहिए।
निष्कर्ष
दरभंगा में हुई इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को बल्कि अन्य क्षेत्रों को भी सुरक्षा और शांति की आवश्यकता का अहसास कराया है। प्रशासन की सतर्कता और सक्रियता इस तनावपूर्ण स्थिति को सामान्य करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। ऐसे समय में सभी को मिल-जुलकर रहना जरूरी है।
जरूरी है कि स्थानीय निवासी और प्रशासन मिलकर इस मामले को सुलझाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों। स्वतंत्रता, समानता, और भाईचारे का संदेश फैलाना सभी का कर्तव्य है।
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