मोदी बोले- पाकिस्तान ने हमेशा धोखा दिया:अमेरिकन AI रिसर्चर के पॉडकास्ट में कहा- नवाज को न्योता दिया, बदले में दुश्मनी मिली; ट्रम्प साहसी लीडर

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को अमेरिकन AI रिसर्चर लेक्स फ्रिडमैन के साथ 3 घंटे का पॉडकास्ट (इंटरव्यू) रिलीज किया। PM ने पाकिस्तान, चीन, ट्रम्प, विश्व राजनीति, खेल, राजनीति और RSS समेत निजी जीवन से जुड़े सवालों के जवाब दिए।PM ने पाकिस्तान को लेकर कहा कि वहां से हमेशा धोखा ही मिला। उन्होंने कहा कि शपथ समारोह में वहां के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को बुलाया था, लेकिन शांति की हर कोशिश के बदले दुश्मनी ही मिली। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लोग शांति चाहते हैं। हम आशा करते हैं कि पाकिस्तान को एक दिन सद्बुद्धि आएगी और वह शांति का रास्ता अपनाएगा। मोदी का इंटरव्यू लेने वाले फ्रिडमैन इलेक्ट्रिकल, कंप्यूटर इंजीनियर और AI रिसर्चर लेक्स फ्रिडमैन का जन्म रूस के चकालोव्स्क में 15 अगस्त 1983 को हुआ था। सोवियत संघ के बिखरने के बाद उनका परिवार अमेरिका के शिकागो आ गया था। उन्होंने अमेरिका में ही इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग में पीएचडी की है। वे AI रिसर्चर हैं। फ्रिडमैन अपने पॉडकास्ट में अमेरिकन प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प, टेस्ला CEO इलॉन मस्क, मेटा CEO मार्क जुकरबर्ग, अमेजन CEO जेफ बेजोस, ओपन AI CEO सेम ऑल्टमैन, यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदीमीर जेलेंस्की और इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के इंटरव्यू कर चुके हैं। 10 पॉइंट में जानिए पीएम मोदी ने पाकिस्तान, चीन, ट्रम्प पर क्या कहा पाकिस्तान पर पाकिस्तान के लोग आतंक में रहने से थक गए होंगे 2014 में मैं जब पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाला था तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को विशेष रूप से आमंत्रित किया था। उम्मीद थी कि दोनों देश एक नया अध्याय शुरू करेंगे। हालांकि शांति का हर नेक प्रयास का सामना दुश्मनी और विश्वासघात से हुआ। पाकिस्तान के लोग शांति चाहते हैं। वे भी संघर्ष, अशांति और निरंतर आतंक में रहने से थक गए होंगे। चीन पर भारत-चीन को प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए, टकराव नहीं राष्ट्रपति शी के साथ मेरी बैठक के बाद हमने सीमा पर सामान्य स्थिति की वापसी देखी है। हम 2020 से पहले के स्तर पर स्थितियों को बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं। विश्वास में समय लगेगा, लेकिन हम बातचीत के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने संघर्ष के बजाय स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की आवश्यकता पर भी जोर दिया। 21वीं सदी एशिया की सदी है। भारत और चीन को स्वाभाविक रूप से प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए, टकराव नहीं। अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर मोदी बोले- संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठन विफल कोविड ने हर देश की सीमाओं को उजागर किया है। इससे सीखने के बजाय दुनिया और अधिक विखंडित हो गई है। वैश्विक नियमों को लागू करने में संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठन विफल रहे। स्थिरता बनाए रखने के लिए बनाई गई संस्थाएं प्रासंगिकता खो रही हैं। जो लोग कानूनों की अनदेखी करते हैं, उन्हें कोई परिणाम नहीं भुगतना पड़ता। गुजरात दंगों पर अब राज्य में स्थायी शांति बनी है 24 फरवरी 2002 को मैं पहली बार निर्वाचित प्रतिनिधि बने और 27 फरवरी, 2002 को गोधरा कांड हुआ, जिसने प्रदेश में हिंसा भड़का दी। गुजरात में 2002 से पहले भी 250 से अधिक दंगे हो चुके थे। 1969 का दंगा छह महीने तक चला था। 2002 के दंगे दुखद थे, लेकिन उसके बाद राज्य में स्थायी शांति बनी। सरकार के खिलाफ कई आरोप लगाए गए, लेकिन न्यायपालिका ने दो बार जांच के बाद उन्हें निर्दोष करार दिया। RSS पर RSS ने देश के लिए जीना सिखाया जवाब: RSS में हमें जो मूल्य सिखाया गया, उनमें से एक यह था कि आप जो भी करें, उसे उद्देश्यपूर्ण तरीके से करें। आप पढ़ाई करते हैं, तो राष्ट्र के लिए योगदान देने के लिए पर्याप्त सीखने के लक्ष्य के साथ पढ़ाई करें। आप व्यायाम करते हैं, तो राष्ट्र की सेवा करने के लिए अपने शरीर को मजबूत बनाने के उद्देश्य से करें। यही हमें सिखाया गया था। महात्मा गांधी पर बापू सिर्फ 20वीं सदी नहीं हर सदी के महान नेता हैं महात्मा गांधी सिर्फ 20वीं सदी नहीं हर सदी के महान नेता हैं। जहां तक मोदी का सवाल है मेरे पास एक दायित्व है। लेकिन दायित्व इतना बड़ा नहीं है जितना देश बड़ा है। मेरी ताकत मोदी नहीं, 140 करोड़ देशवासी हैं। मैं जहां भी जाता हूं, वहां मोदी नहीं जाता वहां 140 करोड़ लोगों का विश्वास जाता है। इसलिए मैं दुनिया के किसी नेता से हाथ मिलाता हूं तो मोदी हाथ नहीं मिलाता है। 140 करोड़ लोगों का हाथ होता है। ये सामर्थय मोदी का नहीं भारत का है। ट्रम्प पर ट्रम्प साहसी, वो अपने फैसले खुद लेते हैं ह्यूस्टन में एक प्रोग्राम था हाउडी मोदी। मैं और राष्ट्रपति ट्रम्प दोनों वहां थे और स्टेडियम पूरा भरा हुआ था। अमेरिका में इतनी बड़ी भीड़ का इकट्ठा होना ही एक बहुत बड़ा मौका था। मैं भाषण दे रहा था। ट्रम्प नीचे बैठकर सुन रहे थे। यह उनका बड़प्पन है। अमेरिका का राष्ट्रपति स्टेडियम में भीड़ के बीच नीचे बैठकर सुन रहा है। मैं भाषण दे रहा हूं। मैं भाषण देने के बाद ट्र्म्प के पास गया और ऐसे ही उनसे कहा कि क्यों न हम दोनों एकसाथ इस स्टेडियम का एक चक्कर लगाएं। बहुत सारे लोग हैं यहां चलते हैं और उन्हें धन्यवाद देते हैं। अमेरिकी जीवन में ये बात आपके लिए असंभव सी है कि राष्ट्रपति हजारों की भीड़ में चले। लेकिन ट्रम्प बिना एक पल भी इंतजार किए मेरे साथ चल पड़े। ट्रम्प के पास साहस है और वो अपने फैसले खुद लेते हैं। खुद के बारे में नकारात्मकता मेरे सॉफ्टवेयर में नहीं मैं स्वभाव से ही बहुत आशावादी व्यक्ति हूं। निराशावाद और नकारात्मकता मेरे सॉफ्टवेयर में नहीं है। बचपन में मेरे घर में कोई खिड़की भी नहीं थी। हमने कभी गरीबी का बोझ फील नहीं किया। मेरे मामा ने मुझे कैनवास के जूते खरीदकर दिए थे। उस पर दाग लग जाते थे। स्कूल से चॉक के टुकड़े लाकर उन्हें घोलकर सफेद जूतों पर पॉलिश कर लेता था। मुझे कपड़े वगैरह भी ढंग से पहनने की आदत है। हमारे पास प्रेस कराने के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। मैं तांबे के लोटे में गर्म पानी करके उसे चिमटे से पकड़कर कपड़ों में प्रेस

Mar 16, 2025 - 20:34
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मोदी बोले- पाकिस्तान ने हमेशा धोखा दिया:अमेरिकन AI रिसर्चर के पॉडकास्ट में कहा- नवाज को न्योता दिया, बदले में दुश्मनी मिली; ट्रम्प साहसी लीडर

मोदी बोले- पाकिस्तान ने हमेशा धोखा दिया: अमेरिकन AI रिसर्चर के पॉडकास्ट में कहा- नवाज को न्योता दिया, बदले में दुश्मनी मिली; ट्रम्प साहसी लीडर

Kharchaa Pani

नई दिल्ली: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक अमेरिकन AI रिसर्चर के पॉडकास्ट में पाकिस्तान पर तीखे तंज कसते हुए कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा भारत के साथ धोखा किया है। इस बातचीत में उन्होंने खासतौर पर नवाज शरीफ के साथ हुई बातचीत का जिक्र किया, जहां भारत ने उनका स्वागत किया लेकिन बदले में केवल दुश्मनी मिली। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की साहसिकता की भी सराहना की।

पॉडकास्ट की मुख्य बातें

इस पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने कहा कि नवाज शरीफ को आमंत्रित करने के पीछे का मकसद था दोनों देशों के बीच संबंधों को बेहतर बनाना। लेकिन उन्होंने यह भी माना कि यह केवल एक 'राजनीतिक खेल' था जिसमें पाकिस्तान ने धोखा दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि हर बार जब भारत ने जोश के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाया, पाकिस्तान ने उसके पीछे छिपी दुश्मनी की ओर अग्रसर किया।

ट्रम्प का साहसी नेतृत्व

इस बातचीत में मोदी ने ट्रम्प की सख्ती की भी सराहना की। उन्होंने कहा, "डोनाल्ड ट्रम्प एक साहसी नेता हैं, जिन्होंने वैश्विक मुद्दों पर स्पष्टता दिखाई।" उनका यह बयान अमेरिकी राजनीति में ट्रम्प की भूमिका को दर्शाता है और यह दिखाता है कि कैसे वह अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपनी स्थिति को मजबूती से प्रस्तुत करते हैं।

पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय संबंध

मोदी ने कहा कि भारत हमेशा से पाकिस्तानी नागरिकों के प्रति सहानुभूति रखता है, लेकिन सरकार के स्तर पर जो भी हुआ वह निराशाजनक रहा। उन्होंने कहा कि हमें पाकिस्तान के साथ अपनी नीति को और मजबूत बनाना होगा और पाकिस्तान की हाथों में खिलौना बनने से बचना होगा।

निष्कर्ष

भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध हमेशा से तनावपूर्ण रहे हैं। पीएम मोदी का यह बयान एक बार फिर यह दर्शाता है कि भारत अब अपने दीर्घकालिक हितों को प्राथमिकता देगा और भविष्य में किसी भी धोखे से बचने के लिए सतर्क रहेगा। हमें यह समझना होगा कि जब एक देश दोस्ती का हाथ बढ़ाता है, तो उसे एक कूटनीतिक तरीके से स्वीकार किया जाना चाहिए।

खैर, सभी मुद्दों के बावजूद, बातचीत और समझौते के द्वार कभी बंद नहीं होने चाहिए। यह जरूर है कि हमें अपनी सुरक्षा और कूटनीतिक दृष्टिकोण को सख्त बनाए रखना होगा।

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