PM मोदी आज रायसीना डायलॉग का उद्घाटन करेंगे:न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री चीफ गेस्ट; रूस-यूक्रेन के विदेश मंत्री भी शामिल हो सकते हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नई दिल्ली में 10वें रायसीना डायलॉग का उद्घाटन करेंगे। यह सम्मेलन 19 मार्च तक चलेगा। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन इसके चीफ गेस्ट हैं। इस साल के सम्मेलन में अमेरिका की सीक्रेट एजेंसी डायरेक्टर तुलसी गबार्ड, यूक्रेनी विदेश मंत्री आंद्रेई सिबिहा, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और कई अन्य सीनियर डिप्लोमैट्स शामिल हो सकते हैं। ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) और विदेश मंत्रालय की तरफ से किए जाने वाला यह सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रही उथल-पुथल, खासकर रूस-यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर हो रहा है। इस बार के रायसीना डायलॉग की 'थीम: कालचक्र- पीपुल, प्लेस एंड प्लेनेट' है। इसमें करीब 125 देशों के 3500 से ज्यादा लोग शामिल होंगे। तीसरी दुनिया के किसी देश में होने वाली इकलौती कॉन्फ्रेंस शांगरी-ला डायलॉग की तर्ज पर शुरू हुआ

PM मोदी आज रायसीना डायलॉग का उद्घाटन करेंगे: न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री चीफ गेस्ट; रूस-यूक्रेन के विदेश मंत्री भी शामिल हो सकते हैं
Kharchaa Pani
नई दिल्ली: आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रायसीना डायलॉग 2023 का उद्घाटन करेंगे, जो वैश्विक मामलों पर चर्चा करने के लिए एक प्रमुख मंच है। इस बार न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस Hipkins इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस डायलॉग में रूस और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों के भी शामिल होने की उम्मीद है, जिससे कि वैश्विक राजनीति में चल रही तनावपूर्ण स्थितियों पर चर्चा की जा सके।
रायसीना डायलॉग की पृष्ठभूमि
रायसीना डायलॉग भारत सरकार द्वारा आयोजित एक वार्षिक सम्मेलन है, जो वैश्विक सुरक्षा, आर्थिक विकास और विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करता है। इसका पहला संस्करण 2016 में आयोजित किया गया था, और तब से यह एक महत्वपूर्ण वैश्विक मंच बन गया है जहां विभिन्न देशों के नेता, विशेषज्ञ और समुदाय के सदस्य विचार-विमर्श करते हैं।
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री का महत्व
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस Hipkins के इस डायलॉग में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने से दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने का अवसर मिलेगा। भारत और न्यूजीलैंड के बीच व्यापार और निवेश के मामलों में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है, और इस डायलॉग से समझौतों की दिशा में बढ़ने की उम्मीद है।
रूस-यूक्रेन का संदर्भ
रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष का प्रभाव वैश्विक राजनीति पर बेहद गहरा पड़ा है। इस डायलॉग में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की उपस्थिति यह संकेत देती है कि भारत इस मुद्दे को हल करने के लिए एक मध्यस्थ की भूमिका निभा सकता है। इससे न केवल भारत की अंतरराष्ट्रीय स्थिति मजबूत होगी, बल्कि यह डायलॉग में चर्चा विषयों को भी विस्तारित करेगा।
उद्घाटन समारोह की मुख्य बातें
रायसीना डायलॉग का उद्घाटन समारोह आज दिल्ली में आयोजित होगा। इसमें विभिन्न देशों के नेताओं, विशेषज्ञों और विचारकों के भाषण होंगे। इस मंच पर वैश्विक सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, और आर्थिक विकास जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी का उद्घाटन भाषण इस संवाद का प्रमुख आकर्षण होगा, जिसमें वे भारत के दृष्टिकोण और वैश्विक चुनौतियों के प्रति जवाबदेही का उल्लेख करेंगे।
निष्कर्ष
इस साल का रायसीना डायलॉग न केवल वैश्विक मुद्दों पर चर्चा का एक मंच है, बल्कि यह भारत की कूटनीतिक स्थिति को भी मजबूत करेगा। पीएम मोदी का उद्घाटन एवं न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री की उपस्थिति इस बात का संकेत है कि भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी भूमिका को और भी बढ़ाने के लिए तत्पर है। यूक्रेन-रूस संकट पर चर्चा का होना भी इस बात की पुष्टि करता है कि भारत एक सहायक देश के रूप में उभर रहा है।
कुल मिलाकर, रायसीना डायलॉग 2023 भारतीय कूटनीति का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है। अधिक अपडेट के लिए, kharchaapani.com पर जाएं।
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