नेशनल हेराल्ड केस- ED जब्त करेगी ₹661 करोड़ की संपत्तियां:दिल्ली, मुंबई और लखनऊ की 3 प्रॉपर्टीज पर नोटिस चिपकाए, कहा- तुरंत खाली करें
प्रवर्तन निदेशालय कांग्रेस के नेशनल हेराल्ड अखबार और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच के दौरान कुर्क संपत्तियों को जब्त करेगी। ED ने शनिवार को एक बयान में कहा कि उसने 661 करोड़ रुपए की अचल संपत्तियों को कब्जे में लेने के लिए नोटिस जारी किया है। ED ने PMLA एक्ट की धारा 8 और एसोसिएटेड नियमों के नियम 5(1) के अनुसार संबंधित संपत्ति रजिस्ट्रार को दस्तावेज सौंपे हैं, जहां ये संपत्तियां हैं। ED ने कब्जे में लिए जाने वाले परिसर को खाली करने की मांग की है। 661 करोड़ की इन अचल संपत्तियों के अलावा AJL के 90.2 करोड़ रुपए के शेयरों को ईडी ने नवंबर 2023 में अपराध की आय को सुरक्षित करने और आरोपी को इसे नष्ट करने से रोकने के लिए कुर्क किया था। शुक्रवार को दिल्ली के हेराल्ड हाउस (5A, बहादुर शाह जफर मार्ग), मुंबई के बांद्रा (ईस्ट) और लखनऊ के बिशेश्वर नाथ रोड स्थित एजेएल की बिल्डिंग पर नोटिस चिपकाए गए हैं। मुंबई में बनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड की प्रॉपर्टी ED ने मुंबई के बांद्रा में हेराल्ड हाउस की 7वीं, 8वीं और 9वीं मंजिल पर स्थित जिंदल साउथ वेस्ट प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को भी नोटिस दिया गया है, कि वह हर महीने किराया/लीज राशि प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक के पक्ष में ट्रांसफर करे। सोनिया-राहुल से घंटों हुई थी पूछताछ जून 2022 में नेशनल हेराल्ड केस में राहुल गांधी से 5 दिनों में 50 घंटे पूछताछ हुई थी। फिर 21 जुलाई 2022 में नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी से 3 दिन में 12 घंटे सवाल हुए थे। इस दौरान उनसे 100 से ज्यादा सवाल किए गए। ईडी ने राहुल गांधी से भी जून में पांच दिनों में 50 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की थी। नेशनल हेराल्ड केस क्या है? BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में एक याचिका दाखिल करते हुए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के ही मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे पर घाटे में चल रहे नेशनल हेराल्ड अखबार को धोखाधड़ी और पैसों की हेराफेरी के जरिए हड़पने का आरोप लगाया था। आरोप के मुताबिक, कांग्रेसी नेताओं ने नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों पर कब्जे के लिए यंग इंडियन लिमिटेड ऑर्गेनाइजेशन बनाया और उसके जरिए नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन करने वाली एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (AJL) का अवैध अधिग्रहण कर लिया। स्वामी का आरोप था कि ऐसा दिल्ली के बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपए की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया था। स्वामी ने 2000 करोड़ रुपए की कंपनी को केवल 50 लाख रुपए में खरीदे जाने को लेकर सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत केस से जुड़े कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाने की मांग की थी। जून 2014 ने कोर्ट ने सोनिया, राहुल समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ समन जारी किया। अगस्त 2014 में ED ने इस मामले में एक्शन लेते हुए मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। दिसंबर 2015 में दिल्ली के पटियाला कोर्ट ने सोनिया, राहुल समेत सभी आरोपियों को जमानत दे दी। ----------------------------------- राहुल गांधी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... राहुल गांधी ने रणथंभौर में की टाइगर सफारी, एरोहेड और शावकों की अठखेलियां देखीं, कांग्रेस कार्यकर्ता के साथ फोटो खिंचवाई कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी निजी यात्रा पर रणथंभौर में हैं। राहुल गांधी ने गुरुवार सुबह-शाम और शुक्रवार को सुबह लगातार टाइगर सफारी का लुत्फ उठाया। इस दौरान उन्हें लगातार तीनों सफारी में बाघ-बाघिन के दीदार हुए। जोन नंबर 2 में फीमेल टाइगर को शिकार करते देखा। पढ़ें पूरी खबर...

नेशनल हेराल्ड केस- ED जब्त करेगी ₹661 करोड़ की संपत्तियां:दिल्ली, मुंबई और लखनऊ की 3 प्रॉपर्टीज पर नोटिस चिपकाए, कहा- तुरंत खाली करें
Kharchaa Pani - इस समय देश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना घटी है, जिसमें प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड मामले में ₹661 करोड़ की संपत्तियों को जब्त करने की योजना बनाई है। नई दिल्ली, मुंबई, और लखनऊ में स्थित तीन प्रमुख प्रॉपर्टीज पर ED की ओर से नोटिस जारी किया गया है, जिसमें उन्हें तुरंत खाली करने के लिए कहा गया है। इस खबर ने पूरे राजनीतिक माहौल में हलचल मचा दी है।
नेशनल हेराल्ड केस का संक्षिप्त परिचय
नेशनल हेराल्ड एक समाचार पत्र है, जो पहले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से संबंधित था। पिछले कुछ वर्षो में इस मामले ने कई राजनीतिक विवादों को जन्म दिया है। आरोप है कि कांग्रेस नेताओं ने अवैध तरीके से इस संपत्ति का अधिग्रहण किया है, जिससे सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचा है। ED द्वारा की जा रही कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि यह मामला सरकार की नजरों में काफी गंभीर है।
नोटिस की निम्नलिखित विवरण
ED ने जिन प्रॉपर्टीज पर नोटिस जारी किया है, उनमें दिल्ली स्थित एक महत्वपूर्ण संपत्ति शामिल है, जो कांग्रेस पार्टी के नेताओं के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसके अलावा, मुंबई और लखनऊ में भी महत्वपूर्ण स्थानों की पहचान की गई है। ED ने इन संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की है और निर्देश दिया है कि इनका अवलोकन कर तुरंत खाली किया जाए।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और संभावित प्रभाव
इस कदम पर विभिन्न राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएँ आई हैं। कांग्रेस पार्टी ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध के रूप में देखा है, जबकि विपक्षी दलों ने इसे कानून द्वारा सही ठहराया है। इससे यह प्रश्न उठता है कि क्या यह मामला चुनावों पर भी असर डाल सकता है? समय के साथ देखने की आवश्यकता है कि कैसे यह मामला देश की राजनीति को प्रभावित करेगा।
निष्कर्ष
नेशनल हेराल्ड केस में ED की कार्रवाई कई राजनीतिक पक्षों को प्रभावित करने वाली है। इसके साथ ही, यह दर्शाता है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है। आगे क्या होगा, यह देखना दिलचस्प होगा। नागरिकों को इस मामले की प्रमुख जानकारी से अवगत रहना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए, कृपया visit करें kharchaapani.com।
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