जरूरत की खबर- AC से बढ़ता बीमारियों का खतरा:AC की हवा से सूख सकती है म्यूकस मेम्ब्रेन, जानें डॉक्टर की सलाह

अप्रैल का महीना चल रहा है और हर दिन तापमान में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। ऐसे में भीषण गर्मी से बचने के लिए बहुत से लोग एयर कंडीशनर (AC) का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लंबे समय तक AC में रहना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। दरअसल AC गर्मी और नमी दोनों को कम करता है, जिससे चिलचिलाती धूप और अधिक पसीने से राहत मिलती है। हालांकि इसके ज्यादा इस्तेमाल से स्किन, बाल, नाक और गले में ड्राईनेस बढ़ सकती है। यह ड्राईनेस म्यूकस मेम्ब्रेन को प्रभावित कर सकती है। शरीर में नाक, मुंह, फेफड़ों और आंतों जैसी जगहों पर एक पतली व नम लेयर होती है, जिसे म्यूकस मेम्ब्रेन कहते हैं। यह शरीर को बैक्टीरिया और वायरस से बचाती है। जब यह म्यूकस मेम्ब्रेन सूख जाती है तो यह अपनी प्रोटेक्टिव क्षमता खो देती है। इससे बैक्टीरिया और वायरस आसानी से शरीर में घुसकर हमें बीमार कर सकते हैं। ऐसे में AC में ज्यादा समय बिताने से सर्दी, खांसी और लो इम्यूनिटी, सुस्ती और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इंडियन जर्नल ऑफ ऑक्यूपेशनल एंड एनवायर्नमेंट मेडिसिन (IJOEM) में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, AC हमारी सेहत गहरा प्रभाव डालती है। लंबे समय तक AC इस्तेमाल करने वाले लोगों में रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन और एलर्जी का खतरा ज्यादा रहता है। तो चलिए, आज जरूरत की खबर में लंबे समय तक AC में रहने के नुकसान के बारे में बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: डॉ. एस. जेड. जाफरी, पल्मोनोलॉजिस्ट और एलर्जिस्ट, इंदौर सबसे पहले आइए जानते हैं कि दुनिया के किन देशों में घरों में सबसे ज्यादा AC का इस्तेमाल किया जाता है। इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी (IEA) के मुताबिक, भारत इस लिस्ट में 11वें नंबर पर है। नीचे दिए ग्राफिक से इस बारे में जानिए- सवाल- लंबे समय तक AC में रहना क्यों नुकसानदायक है? जवाब- पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. एस. जेड. जाफरी बताते हैं कि अगर AC लंबे समय से साफ नहीं की गई है तो इससे निकलने वाली जहरीली गैसें, धूल और अन्य कण हवा में फैल जाते हैं। इससे इनडोर एयर क्वालिटी खराब हो जाती है और एलर्जी, रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन समेत कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, खराब इनडोर एयर एनवायर्नमेंट से सिरदर्द का खतरा बढ़ जाता है। सवाल- ज्यादा समय तक AC में रहने से कौन सी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं? जवाब- AC कमरे से नमी सोख लेता है, जिससे हवा ड्राई हो जाती है। ड्राई एयर से शरीर और स्किन की नमी कम हो जाती है। इससे डिहाइड्रेशन, सिरदर्द, थकान और ड्राई स्किन समेत कई अन्य समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक AC की हवा में रहने से सांस संबंधी समस्या भी हो सकती है। हवा आंखों को भी ड्राई कर सकती है, जिससे उसमें जलन, खुजली और लालिमा हो सकती है। वहीं AC की ठंडी हवा शरीर के इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकती है। इससे वायरल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। लंबे समय तक AC में रहने से कई स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- सवाल- AC में कितनी देर तक रहना सुरक्षित है? जवाब- यह व्यक्ति की सेहत, AC के टेम्परेचर और कमरे की नमी पर निर्भर करता है। अगर AC का टेम्परेचर 24-25 डिग्री सेल्सियस के बीच है तो 4-6 घंटे तक उसमें रह सकते हैं। हालांकि इसके लिए बीच-बीच में AC से बाहर निकलकर ताजी हवा लेनी चाहिए। इससे शरीर का तापमान संतुलित रहता है और ड्राईनेस भी कम होती है। इससे कम टेम्परेचर में ज्यादा देर तक रहना नुकसानदायक हो सकता है। सवाल- किन लोगों के लिए AC में रहना ज्यादा खतरनाक है? जवाब- AC में रहना कुछ लोगों के लिए दूसरों की तुलना में ज्यादा खतरनाक हो सकता है। छोटे बच्चे और बुजुर्गों की इम्यूनिटी कमजोर होती है। उन्हें AC के ठंडे तापमान से सर्दी-जुकाम और अन्य रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन होने का खतरा अधिक होता है। उनकी स्किन भी अधिक सेंसिटिव होती है, जिससे ड्राईनेस और खुजली होने का खतरा होता है। इसलिए छोटे बच्चों और बुजुर्गों को AC वाले कमरे में ज्यादा समय तक नहीं रहने देना चाहिए। AC की ठंडी हवा अस्थमा, एलर्जी और वायरल इन्फेक्शन से पीड़ित लोगों के लक्षणों को ट्रिगर कर सकती है। जिन लोगों को एक्जिमा और सोरायसिस जैसी स्किन संबंधी समस्याएं हैं, उनके लिए भी AC में ज्यादा समय तक रहना नुकसानदायक हो सकता है। इसके अलावा जिन लोगों जोड़ों में दर्द की समस्या रहती है। उन्हें भी AC की ठंडी हवा नुकसान पहुंचा सकती है। सवाल- देर तक AC में रहने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? जवाब- अगर आप लंबे समय तक AC में रहते हैं तो इसके लिए कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं। जैसे कि- सवाल- AC के नुकसान से बचने के लिए क्या करना चाहिए? जवाब- AC के संभावित नुकसान से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- सवाल- AC का टेम्परेचर कितना रखना सुरक्षित होता है? जवाब- डॉ. एस. जेड. जाफरी बताते हैं कि कमरे या ऑफिस में लगे AC का टेम्परेचर 24-25 डिग्री सेल्सियस रखना चाहिए। इससे कम टेम्परेचर रखने पर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। …………… जरूरत की ये खबर भी पढ़िए अगर आपके पास है फ्रिज, तो बरतें ये सावधानियां: कंप्रेसर ब्लास्ट से हो सकती है मौत, इसे कैसे रखें सुरक्षित; जानें- कितना रखें टेम्परेचर गर्मी के मौसम में टेम्परेचर बढ़ने के कारण ऐसी घटनाएं अक्सर देखने व सुनने को मिलती हैं। इसलिए इस मौसम में फ्रिज का इस्तेमाल करते समय कुछ अतिरिक्त सावधानियां बरतनी चाहिए। पूरी खबर पढ़िए...

Apr 14, 2025 - 08:34
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जरूरत की खबर- AC से बढ़ता बीमारियों का खतरा:AC की हवा से सूख सकती है म्यूकस मेम्ब्रेन, जानें डॉक्टर की सलाह

जरूरत की खबर- AC से बढ़ता बीमारियों का खतरा: AC की हवा से सूख सकती है म्यूकस मेम्ब्रेन, जानें डॉक्टर की सलाह

Kharchaa Pani

लेखक: स्मृति शर्मा, तारा जोशी, टीम नेतनागरी

परिचय

गर्मी के मौसम में एयर कंडीशनर (एसी) का उपयोग बेहद आम हो गया है। हालांकि, इस सुविधा के कुछ स्वास्थ्य संबंधित खतरे भी हो सकते हैं, जिनके बारे में जानकारी होना आवश्यक है। हाल ही में, डॉक्टर्स ने एक नई चेतावनी दी है कि एसी की धीमी, सूखी हवा से म्यूकस मेम्ब्रेन प्रभावित हो सकते हैं, जिससे कई प्रकार की बीमारियाँ जन्म ले सकती हैं।

एसी के उपयोग का बढ़ता चलन

आजकल एसी किसी लग्जरी से कम नहीं बल्कि एक जरूरत बन चुका है। विशेषकर गर्मी की तीव्रता के चलते लोग इसे अपने घरों और कार्यस्थलों पर लगवा रहे हैं। लेकिन क्या हमें इसके स्वास्थ्य पर प्रभावों को नज़रअंदाज़ कर देना चाहिए? ये सवाल आज बड़ी चुनौती बन चुका है।

म्यूकस मेम्ब्रेन पर असर

डॉक्टर्स का मानना है कि एसी की ठंडी हवा म्यूकस मेम्ब्रेन को सूखा देती है, जिससे गले में खराश, सर्दी और खांसी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खासकर उन लोगों के लिए जो पहले से ही अलर्जी या देहाती परेशानियों से ग्रस्त हैं। एसी की हवा से एलर्जेन भी वातावरण में पनपते हैं, जिससे इनके प्रति संवेदनशील लोग और अधिक प्रभावित होते हैं।

डॉक्टर की सलाह

डॉक्टरों ने सलाह दी है कि एसी का उपयोग करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। नियमित रूप से एसी की सफाई करना और उसकी सर्विसिंग कराना न केवल उसकी कार्यक्षमता को बढ़ाता है बल्कि हमारी सेहत को भी बेहतर बनाता है।

अधिक जबर्दस्त सलाह के तहत उन्होंने सुझाव दिया कि जब भी एसी का उपयोग करें, साथ में हवा को नमी देने वाले उपकरण का भी उपयोग करें। इससे म्यूकस मेम्ब्रेन को सूखने से बचाया जा सकता है।

निष्कर्ष

एसी का उपयोग करना कोई बुरी बात नहीं है, लेकिन इसका सही तरीके से उपयोग करना आवश्यक है। हमे समझना होगा कि यह मशीन हमारे स्वास्थ्य पर किस प्रकार से असर डाल सकती है। समस्या को समझकर ही हम इससे बचाव कर सकते हैं।

अंत में, यह जरूरी है कि हम अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। एसी के उपयोग के समय अगर हम थोड़ी सावधानी बरतें, तो इससे होने वाले खतरे को कम किया जा सकता है।

अधिक अपडेट के लिए हमारे वेबसाइट पर visit करें: kharchaapani.com

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