उज्जैन में विदेश मंत्रालय के अधिकारी को चांटा मारा:मंगलनाथ मंदिर में कंप्यूटर ऑपरेटर ने गर्भगृह से बाहर धकेला, परिवार से बदसलूकी की

उज्जैन में मंगलनाथ मंदिर के कर्मचारी ने विदेश मंत्रालय के अधिकारी को चांटा मारा। उन्हें हाथ पकड़कर गर्भगृह से बाहर निकाल दिया। विरोध करने पर अधिकारी के परिवार से भी बदसलूकी की। वे मंदिर में भात पूजा कराने आए थे। घटना सोमवार की है। इसका वीडियो मंगलवार को सामने आया है। चिमनगंज मंडी पुलिस ने आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है। उत्तर प्रदेश में वाराणसी निवासी सुमित कुमार विदेश मंत्रालय में अधिकारी हैं। वे सोमवार को अपनी पत्नी, 10 वर्षीय बेटे, 70 वर्षीय माता-पिता और सास-ससुर के साथ भात पूजा के लिए मंगलनाथ मंदिर पहुंचे थे। उन्होंने यहां सरकारी काउंटर से पूजा के लिए रसीद कटवाई और गर्भगृह के सामने अपनी बारी का इंतजार करने लगे। पुजारी और दूसरे कर्मचारियों ने रोका उस समय चार श्रद्धालु गर्भगृह में पूजा कर रहे थे। उनके बाहर निकलने के बाद तीन अन्य श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश दिया गया। इसी बीच सुमित कुमार बेटे के साथ गर्भगृह में चले गए। यह देखकर मंदिर का कंप्यूटर ऑपरेटर ओमप्रकाश ठाकुर मौके पर पहुंचा। उसने सुमित कुमार को अपशब्द कहे। उनका हाथ पकड़कर गर्भगृह से बाहर धकेल दिया। अधिकारी ने इस रवैये का विरोध किया तो ठाकुर हाथापाई करने लगा। उन्हें चांटा मार दिया। सुमित कुमार के परिवार ने बीच-बचाव किया तो ओमप्रकाश ने उनके साथ भी बदसलूकी की। मौके पर मौजूद श्रद्धालु, पुजारी और दूसरे कर्मचारियों ने ओमप्रकाश को रोका। प्रबंधक बोले- कलेक्टर को प्रतिवेदन भेजा मंदिर प्रबंधक केके पाठक ने कहा- आरोपी ओमप्रकाश ठाकुर के खिलाफ प्रतिवेदन कलेक्टर को भेजा है। जल्द ही उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मंदिर में देशभर से श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए आते हैं। इस तरह की घटनाएं मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं। आरोपी पहले भी कर चुका है मारपीट ओमप्रकाश ठाकुर पहले भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। 15 फरवरी 2022 को पूजा समाप्त होने के बाद मंदिर समिति के कर्मचारी दिलीप गुप्ता से राशि के मिलान को लेकर उसका विवाद हुआ था। यह मारपीट में बदल गया था। इस दौरान मंदिर कार्यालय के कांच टूट गए थे। ठाकुर के हाथ में चोट भी आई थी। उसे बर्खास्त किया गया था, लेकिन माफी मांगने पर दोबारा बहाल कर दिया गया था। ये खबर भी पढ़ें... भस्म आरती के दौरान कर्मचारी को पीटा उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में शुक्रवार को भस्म आरती के दौरान हंगामे के बाद मारपीट हो गई। मंदिर के गार्ड ने आरोप लगाया कि उज्जैन कोर्ट से आए दो कर्मचारी 10 लोगों की परमिशन पर 19 को अंदर ले जा रहे थे। रोका तो मारपीट शुरू कर दी। उनके पास RFID (रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) बैंड भी नहीं था। पढे़ं पूरी खबर... महाकाल मंदिर पार्किंग में मारपीट का VIDEO उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर की नीलकंठ पार्किंग के बाहर एक विवाद मारपीट में बदल गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। घटना में इंदौर से दर्शन करने आए पांच श्रद्धालु शामिल थे। नीलकंठ पार्किंग से चार पहिया वाहन निकालते समय एक स्थानीय व्यक्ति की गाड़ी से टक्कर हो गई। इस छोटी सी घटना ने तूल पकड़ लिया और दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया। पढ़ें पूरी खबर...

Apr 15, 2025 - 14:34
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उज्जैन में विदेश मंत्रालय के अधिकारी को चांटा मारा:मंगलनाथ मंदिर में कंप्यूटर ऑपरेटर ने गर्भगृह से बाहर धकेला, परिवार से बदसलूकी की

उज्जैन में विदेश मंत्रालय के अधिकारी को चांटा मारा: मंगलनाथ मंदिर में कंप्यूटर ऑपरेटर ने गर्भगृह से बाहर धकेला, परिवार से बदसलूकी की

Kharchaa Pani द्वारा प्रस्तुत, यह घटना उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में हुई, जहाँ विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी को एक कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा हाथापाई का शिकार बनाया गया। इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि पूरे देश को हिलाकर रख दिया है।

घटना की संक्षिप्त जानकारी

गुरुवार की शाम, जब विदेश मंत्रालय के अधिकारी परिवार के साथ मंगलनाथ मंदिर में दर्शन करने पहुँचे थे, तभी उन्हें एक अनजान व्यक्ति ने धक्का देकर गर्भगृह से बाहर कर दिया। ये दृश्य वहाँ मौजूद श्रद्धालुओं के लिए अविश्वसनीय था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अधिकारी ने पहले उस व्यक्ति से व्यवहार में सुधार करने की गुहार लगाई, लेकिन चीजें बदतर होती गईं।

क्यों हुआ विवाद?

जब विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने उस कंप्यूटर ऑपरेटर से कहा कि वह मंदिर परिसर के नियमों का पालन करे, तो ऑपरेटर ने गुस्से में आकर उन्हें चांटा मारा। इसके बाद, वहां उपस्थित अन्य श्रद्धालुओं और परिवार के सदस्यों से भी बदसलूकी की गई। इस घटना ने तीर्थ यात्रा पर आए लोगों के बीच खौफ पैदा कर दिया।

स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया

घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने का निर्णय लिया है। उज्जैन के जिला कलेक्टर ने कहा कि इस तरह की घटनाएँ अक्षम्य हैं और आगे से इस प्रकार की स्थिति को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

लोगों की प्रतिक्रिया

इस घटना पर आम जनता, मंदिर प्रशासन, और स्थानीय नेताओं की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाया जाए ताकि सभी श्रद्धालु सुरक्षित महसूस करें। वहीं, कुछ लोग इस अप्रिय घटना को मंदिर में बढ़ते अनुशासनहीनता का प्रतीक मानते हैं।

क्या है मंदिर प्रशासन की स्थिति?

मंगलनाथ मंदिर के प्रशासन ने घटना पर अफसोस जताया है और कहा है कि ऐसे मामले में सख्त कार्रवाई होगी। साथ ही, उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मंदिर की शांति और अनुशासन बनाए रखें।

निष्कर्ष

उज्जैन में हुई यह घटना एक गंभीर चिंता का विषय है। यह न केवल वहाँ के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को चुनौती देती है, बल्कि श्रद्धालुओं की भावनाओं को भी आहत करती है। सही सुरक्षा व्यवस्था और नियमों का कड़ाई से पालन ही ऐसी घटनाओं से बचने का सबसे अच्छा तरीका है। उम्मीद है कि आने वाले समय में इस मुद्दे पर उचित ध्यान दिया जाएगा।

कम शब्दों में कहें तो, उज्जैन में विदेश मंत्रालय के अधिकारी पर हमला एक गंभीर मामला है और इससे संबंधित सभी पक्षों को मिलकर समाधान की दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता है।

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