गोल्ड स्मगलिंग केस, रान्या का आरोप 10-15 थप्पड़ मारे:कस्टडी में भूखा रखा गया, कोरे कागज पर साइन कराए

कर्नाटक गोल्ड स्मगलिंग केस में गिरफ्तार कन्नड़ एक्ट्रेस रान्या राव ने राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) के अधिकारियों पर मारपीट करने और भूखा रखने का आरोप लगाया है। रान्या ने DRI के अतिरिक्त महानिदेशक को लेटर लिखकर खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उसे झूठे मामले में फंसाया गया है। रान्या ने लिखा- DRI अफसर मुझ पर खाली पेजों पर दस्तखत करने का दबाव बना रहे थे। मना करने पर मुझे 10-15 बार थप्पड़ भी मारे गए। मुझ पर बहुत दबाव बनाया गया, इसके बाद 50-60 टाइप किए गए पेज और 40 खाली पेजों पर साइन कराया गया। रान्या को 3 मार्च को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दुबई से लौटते वक्त 14 किलो सोने के साथ DRI ने गिरफ्तार किया गया था। रान्या 14 दिन की न्यायिक हिरासत में है। दिल्ली के कुछ लोगों ने मुझे केस में फंसाया रान्या ने दावा किया है कि उसे इस मामले में फंसाया गया है। उसके पास से कोई सोना बरामद नहीं हुआ। रान्या ने दावा किया है कि दिल्ली के कुछ लोगों ने मुझसे कहा कि वे अधिकारी हैं। उन लोगों ने इस मामले के दोषियों को बचाने के लिए मुझे फंसाया है। 10 मार्च को कोर्ट में सुनवाई के दौरान भी रान्या रो पड़ी थीं। उन्होंने आरोप लगाया था कि पूछताछ के दौरान जब वे सवालों के जबाव नहीं देतीं, तब DRI के अधिकारी उनसे गालीगलौज करते हैं। रान्या की जमानत याचिका खारिज 14 मार्च को आर्थिक अपराधों की विशेष अदालत ने रान्या को जमानत देने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने कहा- रान्या पर लगे आरोप गंभीर हैं। उन्हें ज्यूडिशियल कस्टडी में ही रहना चाहिए। रान्या ने बताया था दुबई एयरपोर्ट पर मिले शख्स का हुलिया 14 मार्च को ही रान्या ने जांच अधिकारियों को दुबई एयरपोर्ट पर मिलने वाले शख्स का हुलिया बताया था। इसी शख्स ने उसे गोल्ड दिया था, जिसे वह लेकर बेंगलुरु केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गिरफ्तार हुई थी। रान्या ने कहा था कि उसे एक इंटरनेट कॉल आई थी। फिर दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 के गेट ए के डाइनिंग लाउंज में एस्प्रेसो मशीन के पास एक व्यक्ति से मिलने के निर्देश दिए गए थे। पूरी खबर पढ़ें... कॉन्स्टेबल का दावा- रान्या के DGP पिता ने मदद पहुंचाई रान्या को मदद पहुंचाने वाले एक कॉन्स्टेबल ने दावा किया कि कर्नाटक के DGP और रान्या के सौतेले पिता रामचंद्र राव ने उन्हें बेटी को प्रोटोकॉल के तहत एयरपोर्ट से बाहर निकालने का आदेश दिया था। रान्या के खिलाफ तीन एजेंसियां जांच कर रही हैं रान्या के खिलाफ DRI के अलावा CBI और अब ED भी जांच कर रही हैं। गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कन्नड़ एक्ट्रेस के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। उधर, कर्नाटक सरकार ने रान्या के सौतेले पिता के खिलाफ जांच का आदेश दिए। हालांकि कुछ देर बाद इसे वापस ले लिया गया। रान्या का दोस्त तरुण राजू 15 दिन की न्यायिक हिरासत में गोल्ड स्मगलिंग केस में रान्या के करीबी दोस्त और अभिनेता तरुण राजू को डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) के अनुरोध पर 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। तरुण राजू पर आरोप है कि वह भी स्मगलिंग में रान्या का साथ देता था। रान्या 24 मार्च तक न्यायिक हिरासत में है रान्या राव को 11 मार्च को स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे 24 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। रान्या ने कोर्ट में DRI पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। वह कोर्ट में रोने लगी। रान्या ने कहा, 'मैं सदमे में हूं और भावनात्मक रूप से टूट चुकी हूं।' -------------------------------------------------------- गोल्ड स्मगलिंग से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... यूट्यूब से सीखा सोना छिपाना, एयरपोर्ट से बैंडेज-कैंची खरीदी, टॉयलेट में जाकर शरीर पर गोल्ड चिपकाया कन्नड़ एक्ट्रेस रान्या राव ने डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) को अपने बयान में बताया कि उसने यूट्यूब वीडियो देखकर सोना छिपाना सीखा था। रान्या के मुताबिक सोने को अपने शरीर से चिपकाने के लिए उसने एयरपोर्ट पर ही क्रेप बैंडेज और कैंची खरीदी थी। सोना प्लास्टिक चढ़े दो पैकेटों में था। उसे छिपाने के लिए टॉयलेट में जाकर सोने के बिस्किट्स शरीर से चिपकाए थे। पूरी खबर पढ़ें...

Mar 15, 2025 - 16:34
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गोल्ड स्मगलिंग केस, रान्या का आरोप 10-15 थप्पड़ मारे:कस्टडी में भूखा रखा गया, कोरे कागज पर साइन कराए

गोल्ड स्मगलिंग केस, रान्या का आरोप 10-15 थप्पड़ मारे: कस्टडी में भूखा रखा गया, कोरे कागज पर साइन कराए

Kharchaa Pani - गोल्ड स्मगलिंग मामले में एक नया मोड़ आया है, जब रान्या नामक महिला ने आरोप लगाया है कि उसे पुलिस कस्टडी में 10-15 थप्पड़ मारे गए। इसके साथ ही, उसने यह भी दावा किया है कि उसे भूखा रखा गया और कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराने के लिए दबाव डाला गया।

भूमिका

गोल्ड स्मगलिंग भारत में एक गंभीर समस्या बनती जा रही है, और इसमें अब और भी बड़े खुलासे हो रहे हैं। रान्या की कहानी इस मामले को और अधिक जटिल बनाती है। उसने अपने साथ हुए अत्याचारों के बारे में खुलकर बात की है, जो अब मीडिया की सुर्खियों में है। रान्या का यह बयान एक नए विवाद को जन्म देता है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पुलिस की भूमिका पर सवाल उठता है।

रान्या के आरोप

रान्या ने बताया कि उसे कस्टडी में रखने के दौरान इंसाफ की बजाय अत्याचार का सामना करना पड़ा। उसने कहा कि पुलिस हैंडलिंग के दौरान उसे न केवल मानसिक बल्कि शारीरिक शोषण का भी सामना करना पड़ा। "मेरे साथ 10-15 थप्पड़ मारे गए और मुझे भूखा रखा गया," उसने कहा।

पुलिस की प्रतिक्रिया

पुलिस ने इन आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि वे पूरी तरह से सत्यापन करेंगे। हालांकि, रान्या के आरोपों ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। अधिकार कार्यकर्ताओं ने इसे गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन बताया है जो कि पूरी तरह से अस्वीकार्य है।

आवश्यक कार्रवाई

इस मामले में कानून और संविधान के अनुसार कार्रवाई की आवश्यकता है। मानवाधिकार और नागरिक स्वतंत्रता के मुद्दों पर नजर रखते हुए, रान्या के मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि इस तरह के मामलों में पुनरावृत्ति न हो सके।

निष्कर्ष

गोल्ड स्मगलिंग मामला केवल आर्थिक अपराध नहीं, बल्कि यह मानवाधिकारों के हनन का भी मामला बन गया है। रान्या के आरोपों ने यह स्पष्ट किया है कि इस तरह के मामले में सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है। हमें उम्मीद है कि इस मामले की जांच चलती रहेगी और न्याय मिलेगा।

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