HAL बोला- जल्द होगी तेजस की डिलीवरी:तकनीकी दिक्कत थी, दूर हो गई; एयरफोर्स चीफ की नाराजगी का VIDEO सामने आया था
तेजस की डिलिवरी पर एयरफोर्स चीफ की चिंता के बाद हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (HAL) ने बुधवार को जवाब दिया। HAL ने कहा कि हम जल्द ही वायुसेना को तेजस की डिलीवरी शुरू कर देंगे। HAL के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डीके सुनील ने कहा कि डिलिवरी में देरी के पीछे इंडस्ट्री को जिम्मेदार ठहराया जा रहा था, लेकिन यह देरी तकनीकी खामी की वजह से हुई है। अब इसे दूर कर लिया गया है। HAL का बयान इसलिए आया है, क्योंकि बेंगलुरु एयर शो के दौरान वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने तेजस की डिलीवरी पर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि वायुसेना को 40 फाइटर जेट्स अभी तक नहीं मिले। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में कहा गया कि वायुसेना प्रमुख ने HAL के अधिकारियों से कहा था कि मुझे इस कंपनी पर भरोसा नहीं है। वायुसेना चीफ का VIDEO वायरल, पुष्टि नहीं वायुसेना प्रमुख 10 फरवरी को बेंगलुरु एयरो इंडिया शो में पहुंचे थे। एक डिफेंस न्यूज पोर्टल ने एपी सिंह का वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया। इस वीडियो में एयरचीफ मार्शल एपी सिंह HAL अधिकारियों के साथ बातचीत में अपनी नाराजगी जाहिर करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में एपी सिंह ने HAL से कहा कि वह वायुसेना की चिंताओं को दूर करें और अपनी विश्वसनीयता बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि आपको हमारी चिंताओं को दूर करना होगा और हमें अधिक आत्मविश्वास और भरोसा दिलाना होगा। अभी HAL और वायुसेना की ओर से इस VIDEO की पुष्टि नहीं की गई है। वायुसेना प्रमुख और सेना प्रमुख एकसाथ तेज में बैठे एयर शो की शुरुआत से पहले रविवार को वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह और थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने LCA तेजस लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी। उड़ान के बाद थल सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी ने इस अनुभव को अपने जीवन का सबसे अच्छा पल बताया था। HAL को 2028 तक देने हैं 83 तेजस HAL को 2021 में भारतीय वायुसेना के लिए 83 तेजस मार्क-1ए बनाने के लिए 46,898 करोड़ रुपए का कॉन्ट्रैक्ट मिला था। कंपनी के पास 2024 से 2028 के बीच 83 एयरक्राफ्ट की डिलीवरी करने का समय है। अमेरिकी कंपनी करेगी इंजन की सप्लाई MiG सीरीज के विमानों को रिप्लेस करेगा LCA मार्क-1ए एयरक्राफ्ट भारतीय वायुसेना तेजस के LCA वैरिएंट से अपनी मौजूदा MiG सीरीज के विमानों को बदलने की तैयारी में है। LCA मार्क-1ए विमान MiG-21, MiG-23 और MiG-27 को रिप्लेस करेगा। LCA मार्क-1ए के 65% से ज्यादा उपकरण भारत में बने हैं। LCA मार्क-1ए को एयरोस्पेस में भारत की आत्मनिर्भरता और मेक-इन-इंडिया की तरफ बड़ा कदम माना जा रहा है। स्वदेशी तेजस मार्क-1ए को पाकिस्तान बॉर्डर के पास राजस्थान के बीकानेर स्थित नाल एयरबेस पर तैनात करने की योजना है। तेजस में उड़ान भर चुके हैं PM मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 नवंबर 2022 को बेंगलुरु में तेजस फाइटर प्लेन में उड़ान भरी थी। किसी भारतीय प्रधानमंत्री की फाइटर प्लेन में यह पहली उड़ान थी। तेजस में उड़ान भरने से पहले मोदी बेंगलुरु स्थित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) भी पहुंचे थे। तेजस को HAL ने डेवलप किया है। यह सिंगल इंजन वाला हल्का लड़ाकू विमान है। वायुसेना में इसकी दो स्क्वॉ़ड्रन शामिल हो चुकी हैं ------------- यह खबरें भी पढ़ें,,, तेजस विमानों की स्लो डिलीवरी पर एयरफोर्स चीफ की चिंता:बोले- 40 जेट्स फोर्स को अभी तक नहीं मिले, चीन जैसे देश ताकत बढ़ा रहे इंडियन एयरफोर्स (IAF) के चीफ एपी सिंह ने बुधवार को तेजस लड़ाकू विमानों की डिलीवरी पर हो रही देरी को लेकर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि 2009-2010 में ऑर्डर किए गए 40 तेजस विमानों की पहली खेप अभी तक नहीं मिली है। पूरी खबर पढ़ें

HAL बोला- जल्द होगी तेजस की डिलीवरी: तकनीकी दिक्कत थी, दूर हो गई; एयरफोर्स चीफ की नाराजगी का VIDEO सामने आया था
Kharchaa Pani - भारतीय वायु सेना के लिए बनी हल्की लड़ाकू विमान तेजस की डिलीवरी में आई तकनीकी दिक्कतें अब दूर हो चुकी हैं। एचएएल (हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड) के एक साक्षात्कार में इस बात की पुष्टि की गई है। हाल ही में वायु सेना प्रमुख की नाराजगी का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें उन्होंने डिलीवरी में देरी के कारण चिंता जताई थी।
तेजस के महत्व पर एक नजर
तेजस विमान भारतीय वायु सेना के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह न केवल हल्का और मॉड्यूलर है, बल्कि इसमें कई उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है। तेजस को भारत में ही बनाया गया है, और यह स्वदेशी रक्षा संबंधी आत्मनिर्भरता का प्रतीक माना जाता है। इसके जरिए भारत ने न केवल अपनी सैन्य ताकत बढ़ाई है, बल्कि अपनी तकनीकी क्षमता को भी दर्शाया है।
तकनीकी दिक्कतें और समाधान
हाल ही में एचएएल ने बताया कि तेजस की डिलीवरी में देरी तकनीकी समस्याओं के कारण हुई थी। इन समस्याओं को अब सफलतापूर्वक हल कर लिया गया है। एचएएल के अधिकारियों का कहना है कि अब डिलीवरी की प्रक्रिया फिर से शुरू की जाएगी और जल्द ही वायु सेना को नए तेजस विमानों की आपूर्ति की जाएगी। इस बात की जानकारी एचएएल के प्रबंध निदेशक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी थी।
एयरफोर्स चीफ की नाराजगी का वीडियो
वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने पिछले सप्ताह एक कार्यक्रम के दौरान तेजस की डिलीवरी में देरी पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था। इस वीडियो में उन्होंने कहा था कि वायु सेना को समय पर जरूरत के अनुसार विमानों की आपूर्ति की जानी चाहिए। उनकी नाराजगी ने एचएएल के अधिकारियों को अतिरिक्त प्रयास करने के लिए प्रेरित किया है।
आगामी योजनाएं
जानकारी के अनुसार, एचएएल अब अगले चरण में तेजस की नई मॉडल पर काम कर रहा है। इसके अलावा, उन्होंने सुनिश्चित किया है कि भविष्य में तकनीकी समस्याओं का समाधान त्वरित तरीके से किया जाएगा। भारत सरकार ने भी इस सप्लाई को लेकर अपनी अनिवार्यता जताई है और अपकमिंग प्रोजेक्ट्स में तेजस के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
निष्कर्ष
इस प्रकार, तकनीकी दिक्कतों का हल निकलने से तेजस की डिलीवरी में तेजी आएगी, जो भारतीय वायु सेना के लिए एक अच्छी खबर है। एचएएल और वायु सेना की संयुक्त प्रयासों से हम उम्मीद कर सकते हैं कि आने वाले समय में तेजस विमानों की संख्या में वृद्धि होगी और भारतीय वायु सेना को एक नई ताकत मिलेगी।
युवा और आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके भारत अपनी सैन्य ताकत को और मजबूत करेगा। इसके साथ ही, हमें इस दिशा में हुए हर कदम पर नजर रखनी चाहिए।
For more updates, visit kharchaapani.com
Keywords
HAL delivery, Tejas aircraft, Indian Air Force, technical issues, Air Force Chief anger, HAL news, defense updates, indigenous fighter aircraft, military technology, Kachraa Pani, new Tejas models.What's Your Reaction?






