हरियाणा निकाय चुनाव, कांग्रेस-BJP में बगावत-विरोध:हिसार से राड़ा बागी, भाजपा जिला सचिव भी नाराज; अंबाला-गुरुग्राम में उम्मीदवार बदलने पड़े

हरियाणा में 10 नगर निगमों में मेयर चुनाव को लेकर नामांकन का आखिरी दिन है। भाजपा ने सभी 10 निगमों में मेयर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। कांग्रेस ने पानीपत को होल्ड कर रखा है। इसके पीछे पानीपत में देरी से मतदान को माना जा रहा है। हालांकि दोनों ही पार्टियों को बगावत और विरोध झेलना पड़ रहा है। हिसार में कांग्रेस नेता रामनिवास राड़ा बागी हो गए हैं। वहीं यहां से भाजपा के जिला सचिव भी प्रवीन पोपली को टिकट मिलने से नाराज हैं। भाजपा का अंबाला में अनिल विज की नाराजगी के बाद पूरी लिस्ट बदलनी पड़ गई। वहीं गुरुग्राम में वैश्य समाज के विरोध के बाद उम्मीदवार बदलना पड़ा। सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें बगावत–विरोध के मामले… 1. राड़ा कांग्रेस-भाजपा दोनों से टिकट मांग रहे थे, अब निर्दलीय लड़ेंगे हिसार से रामनिवास राड़ा ने 2024 में कांग्रेस की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि वे निर्दलीय उम्मीदवार सावित्री जिंदल से चुनाव हार गए। इसके बाद निकाय चुनाव आते ही उन्होंने भाजपा से नजदीकी बढ़ानी शुरू की। उन्होंने मेयर टिकट तक के लिए आवेदन किया। वह कांग्रेस से भी मेयर टिकट की दावेदारी जता रहे थे। हालांकि दोनों जगह से उन्हें इनकार हो गया तो अब उन्होंने आज समर्थकों की मीटिंग बुला निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है। 2. BJP जिला सचिव ने लिखा- चप्पल मारो और टिकट लो हिसार में भाजपा ने मेयर टिकट में पूर्व मंत्री डॉ. कमल गुप्ता और सरकार को समर्थन दे रही निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल की सिफारिश नहीं मानी। संगठन के कोटे से प्रवीन पोपली को टिकट दी गई। इससे भाजपा के जिला सचिव वैभव बिदानी मेयर टिकट कटने से नाराज हैं। उन्होंने अपनी नाराजगी वार्ड 8 से विधायक सावित्री जिंदल के करीबी राजेंद्र सैनी को टिकट देने के बहाने निकाली। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- पूर्व मंत्री (कमल गुप्ता) को चप्पल मारो और पार्षद का टिकट लो। वैभव ने एक वीडियो भी शेयर किया। जिसमें पूर्व मंत्री कमल गुप्ता पर विधानसभा चुनाव में जनसभा के दौरान एक व्यक्ति चप्पल मार रहा है। दूसरी वीडियो में वही व्यक्ति उम्मीदवार बनाए राजेंद्र सैनी से गले मिल रहा है। बिदानी का कहना है कि चप्पल मारने वाला व्यक्ति राजेंद्र सैनी का कट्‌टर समर्थक है। 3. गुरुग्राम में वैश्य समाज की नाराजगी से घबराई भाजपा गुरुग्राम में भाजपा ने वैश्य समाज की नाराजगी से घबराते हुए निगम में पार्षद का उम्मीदवार बदल दिया। गुरुग्राम में नगर निगम के 36 वार्ड हैं। जिनमें किसी भी वैश्य नेता को भाजपा ने टिकट नहीं दी। इससे वैश्य समाज नाराज हो गया। उनका कहना था कि लोकसभा और विधानसभा के बाद अब नगर निगम में भी वैश्य समाज की अनदेखी हुई है। उनकी नाराजगी देख भाजपा ने वार्ड 27 से उम्मीदवार बदल दिया। पहले यहां ब्राह्मण समुदाय से चंचल कौशिक को टिकट दी गई थी। अब उनकी टिकट काटकर आशीष गुप्ता को दे दिया गया है। गुप्ता वैश्य समाज से आते हैं। 4. विज की नाराजगी के बाद नई लिस्ट आई भाजपा अध्यक्ष मोहन बड़ौली ने शुक्रवार को अंबाला कैंट नगर परिषद के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी। इससे नाराज विज के समर्थक उनसे मिलने पहुंच गए। विज ने तुरंत इस पर एतराज जताते हुए सीधे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा को मेल कर दी। उसके बाद भाजपा प्रधान बड़ौली ने लिस्ट होल्ड कर ली। रविवार को संशोधित लिस्ट जारी की गई। जिसमें अंबाला कैंट नगर परिषद से श्रवन कौर को चेयरमैन का टिकट दिया गया है। 32 वार्डों की लिस्ट में 11 पार्षद उम्मीदवारों के नाम बदले गए हैं, जबकि 2 उम्मीदवारों के वार्ड बदले गए हैं। 5. करनाल में मंडल उपाध्यक्ष ने इस्तीफा दिया करनाल में मंडल उपाध्यक्ष ने इस्तीफा दिया। वह भाजपा से वार्ड नगर 3 के दावेदार थे लेकिन वहां राजेश कुमार को टिकट दे दी गई। हालांकि वे उम्मीद लगाए बैठे थे कि स्पीकर हरविंद्र कल्याण की सिफारिश से उन्हें टिकट मिलेगी। इसके बाद उन्होंने समर्थकों की मीटिंग बुलाई। जिसमें मोहदीनपुर मंडल के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया। यहां रोड़ ने कहा- मैं पिछले 6 साल से भाजपा के लिए काम कर रहा हूं। मेरी मेहनत दरकिनार कर ऐसे व्यक्ति को टिकट दे दी गई जो कुछ महीने पहले ही कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुआ। 10 नगर निगमों में कांग्रेस-BJP उम्मीदवारों के बारे में जानें… अब जानिए भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवारों से जुड़े फैक्ट्स...

Feb 17, 2025 - 06:34
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हरियाणा निकाय चुनाव, कांग्रेस-BJP में बगावत-विरोध:हिसार से राड़ा बागी, भाजपा जिला सचिव भी नाराज; अंबाला-गुरुग्राम में उम्मीदवार बदलने पड़े

हरियाणा निकाय चुनाव, कांग्रेस-BJP में बगावत-विरोध: हिसार से राड़ा बागी, भाजपा जिला सचिव भी नाराज; अंबाला-गुरुग्राम में उम्मीदवार बदलने पड़े

Kharchaa Pani - एक बार फिर हरियाणा के निकाय चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच अंदरूनी विवाद सुर्खियों में है। चुनावी मैदान में उतरे उम्मीदवारों की आपसी खींचतान और बगावत की खबरें इस बार चुनावी डिबेट का हिस्सा बन गई हैं। टीम नीतानागरी द्वारा प्रस्तुत इस लेख में हम इसके विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण करेंगे।

हरियाणा का चुनावी माहौल

हरियाणा में हाल ही में होने वाले निकाय चुनाव में राजनीतिक दलों के बीच उठापटक बढ़ती जा रही है। खासकर हिसार में राड़ा समर्थित उम्मीदवारों की नाराजगी ने कांग्रेस और भाजपा दोनों को चिंता में डाल दिया है। इस बार चुनावी राजनीति में उम्मीदवारों का चयन और पार्टी के भीतर के गतिरोध ने चुनाव के परिणाम पर बड़ा प्रभाव डालने का अंदेशा जताया है।

कांग्रेस का आंतरिक बगावत

कांग्रेस में भी बगावत के स्वर सुनाई दे रहे हैं। कई जिलों में पार्टी के स्थानीय नेता अपने-अपने उम्मीदवारों के चयन से असंतुष्ट नजर आ रहे हैं, जिससे पार्टी की एकजुटता पर प्रश्नचिह्न लग गया है। पार्टी की बैठक में उठे मुद्दों के बाद किसी भी प्रकार का समाधान नहीं निकल सका।

भाजपा में असंतोष और उम्मीदवारों का परिवर्तन

भाजपा भी इस मामले में पीछे नहीं है। अंबाला और गुरुग्राम में पार्टी को अपने उम्मीदवार बदलने की मजबूरी बन गई है। जहाँ एक ओर पार्टी के जिला सचिव ने चुनावी रणनीति पर असंतोष व्यक्त किया है, वहीं नए उम्मीदवारों के चयन ने भी कार्यकर्ताओं में नाराजगी को जन्म दिया है। यही नहीं, कुछ स्थानीय नेता भाजपा की नीति और रणनीतियों के खिलाफ भी खड़े हो गए हैं।

राजनीतिक विश्लेषकों की राय

सोशल मीडिया और बागियों की बयानबाजी ने इस चुनाव को और भी दिलचस्प बना दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि दोनों प्रमुख दल अपने आंतरिक मतभेदों पर काबू नहीं पा सके, तो इसका सीधा असर चुनावी परिणामों पर पड़ेगा। चुनावी माहौल में निरंतरता बनाए रखने के लिए दोनों दलों को शीघ्र ही ठोस कदम उठाने होंगे।

निष्कर्ष

हरियाणा के निकाय चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच चल रहे इन विरोधाभासों ने राजनीतिक माहौल को उत्सुकता से भरा हुआ बना दिया है। विभिन्न जिलों में चल रही बगावतें और उम्मीदवारों का बदलाव इस बात का संकेत हैं कि चुनावी लड़ाई केवल मतदाता के बीच ही नहीं, बल्कि पार्टी के भीतर भी लड़ी जा रही है। अब देखना यह होगा कि कौन सा दल अपने आंतरिक विवादों पर नियंत्रण पाकर चुनावी बाजी मारता है।

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