रिलेशनशिप- शादी में तनाव की एक बड़ी वजह पैसा:पार्टनर से पैसों के बारे में खुलकर बात कैसे करें, बता रही हैं मैरिज काउंसलर

रोमांटिक रिलेशनशिप में कपल्स के बीच डेली रूटीन, खानपान और रोमांस पर तो खूब बातें होती हैं। लेकिन एक ऐसा टॉपिक भी है, जिस पर लोग बातें करने से हिचकिचाते हैं, वह है पैसा। ज्यादातर कपल्स के बीच इस संवेदनशील मुद्दे पर कम ही चर्चा होती है। लेकिन कई बार पैसा बड़ा इश्यू बन जाता है। खासतौर पर तब, जब दोनों पार्टनर वर्किंग होते हैं और उनके बीच इनकम गैप ज्यादा होती है। बहुत से कपल्स इस मुद्दे को हल्के में लेते हैं। लेकिन पैसे को लेकर होने वाली बहस से कई बार रिश्ता टूटने की कगार तक पहुंच जाता है। हालांकि अगर आप थोड़ी समझदारी दिखाते हैं तो ऐसी स्थिति को आसानी से हैंडल कर सकते हैं। आज रिलेशनशिप कॉलम में हम रिश्ते में पैसे के बारे में बात करने पर विस्तार से चर्चा करेंगे। मैरिड कपल्स के बीच होने वाले कॉमन फाइनेंशियल इश्यू शादी के बाद कुछ ऐसे कॉमन मुद्दे होते हैं, जिसे लेकर वर्किंग कपल्स के बीच अक्सर बहस होती है। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- आइए, अब ऊपर दिए पॉइंट्स के बारे में विस्तार से बात करते हैं। सैलरी अलग-अलग खर्च करने काे लेकर कुछ वर्किंग कपल्स अपने घर के खर्चों को बांट लेते हैं। इसके बाद उनके पास जो भी पैसा बचता है, उसे अपनी इच्छानुसार खर्च करते हैं। हालांकि इससे दोनों के बीच नाराजगी हो सकती है क्योंकि जिसके पास जितना पैसा बचा होता है, वह उतने पर अपना अधिकार जमाता है। पुराने कर्ज को निपटाने को लेकर बहुत से लोग स्टूडेंट लोन, क्रेडिट कार्ड लोन, पर्सनल लोन या किसी और कर्ज के साथ मैरिड लाइफ में एंट्री करते हैं। ऐसे में उनके बीच इनकम, खर्च और कर्ज चुकाने पर चर्चा करते समय अक्सर बहस होती है। पर्सनैलिटी में अंतर होने पर खर्च करने वालों और बचत करने वालों के बीच बहस होना आम है। ऐसे में अपनी मनी पर्सनैलिटी को जानना और पार्टनर के साथ इस पर खुलकर चर्चा करना बेहद जरूरी है। बढ़ती फैमिली के खर्च और बच्चे की परवरिश को लेकर फैमिली प्लानिंग करना भी एक फाइनेंशियल डिसीजन है क्योंकि इसके बाद खर्च की एक लंबी लिस्ट तैयार हो जाती है। कई बार इसे लेकर भी कपल्स के बीच बहस होती है। इसके अलावा अगर कोई पार्टनर बच्चे की परवरिश के लिए अपने काम के घंटे कम करता है या अपना करियर छोड़ता है तो कई बार आगे चलकर यह भी परेशानी का सबब बन जाता है। ऐसे में दूसरे पार्टनर को इसकी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। परिवार के अन्य सदस्यों पर खर्च को लेकर कभी-कभी लोग जरूरत पड़ने पर अपने संयुक्त परिवार की आर्थिक मदद करते हैं। जब कोई एक पार्टनर ऐसा करता है तो दूसरा इस बारे में जानना चाहता है। कई बार इसे लेकर पति-पत्नी के बीच बहस होती है। हालांकि ऐसे समय में दूसरे पार्टनर को धैर्यपूर्वक एक-दूसरे का साथ देना चाहिए। पार्टनर के साथ मनी इश्यू को करें हैंडल पार्टनर के साथ पैसे को लेकर होने वाली बहस या विवाद को सुलझाने के लिए कुछ आसान तरीके हैं। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- आइए, अब ऊपर दिए पॉइंट्स के बारे में विस्तार से बात करते हैं। बातचीत से निकालें हल रिश्ते में बातचीत की भूमिका काफी अहम होती है। इससे किसी भी स्थिति को आसानी से हैंडल किया जा सकता है। अपनी प्रिऑरिटीज, फ्यूचर गोल्स और इनकम को संयुक्त रूप से कैसे संभालना है, इस बारे में एक-दूसरे से खुलकर बात करना बेहद जरूरी है। गुस्से में शब्दों का रखें ख्याल अगर कभी पैसों को लेकर पति-पत्नी के बीच बहस भी हो जाए तो गुस्से में आकर ऐसी बात न बोलें, जिसका बाद में अफसोस हो। इस दौरान 'मेरा पैसा', 'तुम्हारा पैसा' जैसे शब्दों का इस्तेमाल ना करें। इससे बात बिगड़ सकती है। सीमित खर्च के साथ सेट करें फाइनेंशियल गोल एक बेस्ट कपल को अपने लॉन्ग टर्म गोल्स और उन्हें अचीव करने के तरीके पर सहमत होना चाहिए। चाहे आपकी प्रिऑरिटीज में घर खरीदना हो, गाड़ी खरीदना हो या रिटायरमेंट के लिए बचत करना हो, दोनों को इस पर सहमत होना चाहिए। इसके साथ ही इनकम के हिसाब से ही खर्च करना चाहिए। पारिवारिक मामलों पर मिलकर बातचीत करें परिवार के किसी सदस्य की मदद करने या उससे आर्थिक सहायता लेते समय पार्टनर के साथ पहले से इस पर सहमति बनाना जरूरी है। कई बार ये आपसी विवाद का कारण बन सकता है। रिलेशनशिप एक्सपर्ट की सलाह दिल्ली बेस्ड ‘सारथी काउंसलिंग सेंटर’ की काउंसलर और कपल थेरेपिस्ट शिवानी मिसरी साधु बताती हैं कि रिश्ते की मजबूत नींव बनाने के लिए फाइनेंशियल ट्रांसपेरेंसी जरूरी है। न्यूली मैरिड कपल्स को इस बारे में बात करनी चाहिए। पैसे को लेकर खुली बातचीत रिश्ते में विश्वास स्थापित करने, गोल्स सेट करने और भविष्य में गलतफहमियों से बचने में मदद करती है। इसके अलावा ये बातचीत कपल को खर्च, सेविंग्स और कर्ज को मैनेज करने के लिए सक्षम बनाती है। अगर पार्टनर्स की खर्च करने की आदतें या फाइनेंशियल प्रिऑरिटीज अलग-अलग हैं तो बहस के बजाय बातचीत से हल निकालें। अगर कपल्स के बीच अक्सर बहस हो तो रिलेशनशिप कोच की सलाह ले सकते हैं। शादी करने वालों के लिए जरूरी सलाह अगर आप वर्किंग हैं और शादी के बारे में सोच रहे हैं तो अपने होने वाले पार्टनर से पैसे के बारे में बात जरूर करें। साथ ही एक-दूसरे के फाइनेंशियल कंडीशन के बारे में भी जानकारी हासिल करें। शादी से पहले की मुलाकात में पार्टनर के साथ अपने फ्यूचर प्लान्स भी शेयर करें।

Mar 20, 2025 - 05:34
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रिलेशनशिप- शादी में तनाव की एक बड़ी वजह पैसा:पार्टनर से पैसों के बारे में खुलकर बात कैसे करें, बता रही हैं मैरिज काउंसलर

रिलेशनशिप- शादी में तनाव की एक बड़ी वजह पैसा: पार्टनर से पैसों के बारे में खुलकर बात कैसे करें, बता रही हैं मैरिज काउंसलर

Kharchaa Pani

लेखिका: सृष्टि वर्मा, नेता नगर की टीम

परिचय

शादी के बाद, रिश्तों में कई तरह की चुनौतियाँ आती हैं। इनमें से एक बड़ी वजह होती है पैसे का मुद्दा। हाल की एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय समस्याएँ कपल्स के बीच तनाव को बढ़ा सकती हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि रिश्तों में पैसे के बारे में कैसे खुलकर बात करें, और इसके लिए विशेषज्ञों के सुझावों का सहारा लेंगे।

पैसे का रिश्तों पर प्रभाव

शादी में वित्तीय मामलों पर चर्चा ना करने से कई प्रकार की समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। जैसे कि खर्चों का संतुलन न बन पाना, कर्ज का बोझ, और भविष्य की योजना ना बनाना। यह सभी बातें रिश्तों में तनाव और दूरियों का कारण बन सकता हैं।

मैरिज काउंसलर की राय

हमारी विशेषज्ञ, डॉ. प्रियंका शर्मा ने कहा, "पैसों को लेकर खुलकर बात करना जरूरी है। इससे न केवल पारदर्शिता बनी रहती है, बल्कि आपसी विश्वास भी मजबूत होता है।" डॉ. शर्मा की राय में, कपल्स को पहले एक-दूसरे के पॉइंट ऑफ व्यू समझने की कोशिश करनी चाहिए।

कैसे करें बातचीत

1. सही समय और स्थान चुनें

बातचीत के लिए सही समय और स्थान का चुनाव करना जरूरी है। इसे एक सहज और निस्वार्थ माहौल में करें, ताकि दोनों पक्ष बिना किसी तनाव के अपनी बात रख सकें।

2. ईमानदारी बरतें

पैसों के मामलों में ईमानदारी सबसे जरूरी है। अपनी आय, खर्चों और किसी भी प्रकार की वित्तीय जिम्मेदारी के बारे में खुलकर चर्चा करें।

3. सुनने की कला विकसित करें

बातचीत का मतलब केवल बोलना नहीं, बल्कि एक-दूसरे की बात सुनना भी है। अपने पार्टनर के विचारों को ध्यान से सुनें और समझें।

समापन

पैसे की बात करते समय अगर आप खुलकर बातचीत करें तो यह ना केवल रिश्ते को मजबूत बनाएगा, बल्कि आपकी जीवनशैली में भी सकारात्मक बदलाव लाएगा। याद रखें, वित्तीय समस्याएँ अस्थायी हो सकती हैं, लेकिन एक मजबूत रिश्ते का निरंतर प्रयास आवश्यक है।

संक्षेप में, जब हम पैसों के बारे में खुलकर बात करते हैं, तो हम न केवल तनाव को कम कर सकते हैं, बल्कि अपने रिश्ते को भी बेहतर बना सकते हैं।

खर्चा पानी: और अधिक जानकारी के लिए, हमारी वेबसाइट kharchaapani.com पर जाएँ।

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financial stress, relationship advice, marriage counselor, open communication, financial issues, couples therapy

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