ट्रम्प का शिक्षा विभाग को बंद करने का ऑर्डर:व्हाइट हाउस की रिपोर्ट- 8वीं क्लास के 70% स्टूडेंट ठीक से पढ़ नहीं पाते

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को शिक्षा विभाग बंद करने से जुड़े आदेश (एग्जीक्यूटिव ऑर्डर) पर दस्तखत कर दिया। ट्रम्प ने दस्तखत करने के बाद कहा कि अमेरिका लंबे समय से छात्रों को अच्छी शिक्षा नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका किसी भी देश की तुलना में शिक्षा पर सबसे ज्यादा खर्च करता है, लेकिन सफलता की बात आती है तो देश लिस्ट में सबसे निचले स्थान पर है। शिक्षा विभाग सुधार में फेल रहा। अब यह हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा। हालांकि, आदेश में कहा गया कि दिव्यांग बच्चों के लिए ग्रांट और फंडिंग जैसे जरूरी प्रोग्राम जारी रहेंगे। ये प्रोग्राम अन्य एजेंसियों को सौंपे जाएंगे। ट्रम्प ने भाषण के दौरान अमेरिकी शिक्षकों की तारीफ की और कहा कि उनका ध्यान रखा जाएगा। शिक्षा विभाग का बजट 20 लाख करोड़ रुपये ट्रम्प ने कहा कि शिक्षा विभाग कोई बैंक नहीं है। ऐसे काम कोई और जिम्मेदार संस्था करेगी। अब से इस पर शिक्षा विभाग का अधिकार नहीं होगा, बल्कि राज्यों और स्थानीय समुदायों को इसकी जिम्मेदारी मिलेगी। साल 2024 में शिक्षा विभाग का बजट 238 बिलियन डॉलर (20.05 लाख करोड़ रुपये) का था। यह देश के कुल बजट का करीब 2% है। विभाग के पास लगभग 4,400 कर्मचारी हैं। यह बाकी सारे विभागों की तुलना में सबसे कम है। फैसले को शिक्षा विभाग ने ऐतिहासिक बताया ट्रम्प के आदेश पर साइन करने के बाद शिक्षा विभाग ने एक बयान जारी किया और इसे ऐतिहासिक बताया। विभाग ने कहा- हम कानून का पालन करेंगे। संसद और राज्यों के साथ मिलकर नौकरशाही को खत्म करेंगे। इस फैसले से अमेरिकी छात्रों की आने वाली पीढ़ियां मुक्त होंगी और वे बेहतर शिक्षा हासिल कर पाएंगे। वहीं, अमेरिकन काउंसिल ऑन एजुकेशन के अध्यक्ष टेड मिशेल ने ट्रम्प के इस कदम की निंदा की है। उन्होंने इसे एक 'राजनीतिक नाटक' करार दिया और कहा कि इस फैसले से फंडिंग में कमी आएगी जिससे विभाग में कर्मचारियों की संख्या में कटौती होगी। इससे देश में हायर एजुकेशन को नुकसान पहुंचेगा। शिक्षा विभाग को बंद करना क्यों है मुश्किल? एक्सपर्ट्स का मानना है कि ट्रम्प के आदेश के बाद शिक्षा विभाग को बंद करना मुश्किल है। दरअसल, इसे बंद करने लिए अमेरिकी सीनेट (संसद का ऊपरी सदन) में 60 वोटों की जरूरत होगी, लेकिन यहां ट्रम्प की रिपब्लिकन के पास सिर्फ 53 सीटें हैं। ट्रम्प को 7 डेमोक्रेटिक सांसदों का वोट चाहिए जो कि राजनीतिक तौर पर असंभव काम है। पिछले साल भी शिक्षा विभाग को समाप्त करने की कोशिश हुई थी। इसे एक अन्य विधेयक में संशोधन के रूप में जोड़ा गया था, लेकिन यह पारित नहीं हो सका क्योंकि सदन में सभी डेमोक्रेट्स के साथ 60 रिपब्लिकनों ने भी इसके विरोध में वोटिंग की थी। 45 साल में 259 लाख करोड़ से ज्यादा खर्च शिक्षा विभाग को 1979 में अमेरिकी कांग्रेस (संसद) ने कैबिनेट स्तर की एजेंसी के तौर पर स्थापित किया था। इस डिपार्टमेंट के पास 268 अरब डॉलर डॉलर के फंडिंग प्रोग्राम की जिम्मेदारी है। यह स्टुडेंट्स के लिए लोन और स्पेशल एजुकेशन जैसे प्रोग्राम की देखरेख करती है। इसके साथ ही कम आय वाले स्कूलों को लोन भी देती है। व्हाइट हाउस के आंकड़ों के अनुसार डिपार्टमेंट पिछले 40 सालों में भारी खर्च के बावजूद एजुकेशन में सुधार करने में असफल रहा है। 1979 से अमेरिकी शिक्षा विभाग ने 3 ट्रिलियन डॉलर (करीब 259 लाख करोड़ रुपए) से ज्यादा खर्च किए हैं। इसके बावजूद 13 साल के बच्चों की मैथ और रीडिंग का स्कोर सबसे निचले स्तर पर है। चौथी क्लास के 10 में से 6 और आठवीं कक्षा के करीब तीन-चौथाई स्टूडेंट को ठीक तरह से मैथ्स नहीं कर पाते। चौथी और आठवीं क्लास के 10 में से 7 स्टूडेंट ठीक से पढ़ नहीं पाते, जबकि चौथी क्लास के 40% स्टूडेंट बेसिक रीडिंग का स्तर भी पूरा नहीं कर पाते हैं। विभाग बंद हुआ तो स्कूलों में असमानता पैदा होने का खतरा कई एक्सपर्ट्स को लगता है कि इस फैसले से सार्वजनिक शिक्षा गलत असर पड़ सकता है। केंद्र की निगरानी को हटाने से स्कूलों में असमानता पैदा हो सकती है। कुछ लोगों का मानना ​​है कि शिक्षा विभाग सभी छात्रों के लिए समान अवसर तय करने में जरूरी रोल निभाता है। ट्रम्प के समर्थकों का कहना है कि शिक्षा पर लोकल कंट्रोल ज्यादा बेहतर रहेगा। स्थानीय नेता, माता-पिता और स्कूल लोकल जरूरतों को बेहतर तरीके से समझते हैं। व्हाइट हाउस की तरफ से हैरिसन फील्ड्स ने मीडिया से कहा कि यह ऑर्डर माता-पिता और स्कूलों को बच्चों का रिजल्ट बेहतर करने में मदद करेगा। नेशनल असेसमेंट टेस्ट के हालिया स्कोर बताते हैं कि हमारे बच्चे पिछड़ रहे हैं। कई विभागों में छंटनी कर चुके हैं ट्रम्प 20 जनवरी को शपथ लेने के बाद से ट्रम्प​ कई डिपार्टमेंट में छंटनी कर चुके हैं। ट्रम्प प्रशासन ने संघीय कर्मचारियों को बायआउट करने यानी खुद से नौकरी छोड़ने का ऑफर दिया था। नौकरी छोड़ने के बदले कर्मचारियों को 8 महीने का अतिरिक्त वेतन देने की बात कही थी। इसके अलावा ट्रम्प ने USAID के तहत विदेशों को दी जाने वाली सभी तरह की मदद पर रोक लगाने का भी आदेश दिया है। संघीय सरकार में 30 लाख से ज्यादा कर्मचारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक संघीय कर्मचारियों की संख्या 30 लाख से ज्यादा है। यह अमेरिका की 15वीं सबसे बड़ी वर्कफोर्स है। प्यू रिसर्च के मुताबिक एक संघीय कर्मचारी का औसत कार्यकाल 12 साल का होता है।

Mar 21, 2025 - 08:34
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ट्रम्प का शिक्षा विभाग को बंद करने का ऑर्डर:व्हाइट हाउस की रिपोर्ट- 8वीं क्लास के 70% स्टूडेंट ठीक से पढ़ नहीं पाते
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को शिक्षा विभाग बंद करने से जुड़े आदेश (एग्जीक्यूट

ट्रम्प का शिक्षा विभाग को बंद करने का ऑर्डर: व्हाइट हाउस की रिपोर्ट- 8वीं क्लास के 70% स्टूडेंट ठीक से पढ़ नहीं पाते

Kharchaa Pani
by Neha Gupta, Priya Sharma, Team Netaanagari

परिचय

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में शिक्षा विभाग को बंद करने का एक विवादास्पद ऑर्डर जारी किया है। व्हाइट हाउस की नई रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि 8वीं कक्षा के लगभग 70% छात्र ठीक से पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। यह रिपोर्ट न केवल ट्रम्प की शिक्षा नीति पर सवाल उठाती है, बल्कि अमेरिका में शिक्षा प्रणाली के प्रति चिंता भी व्यक्त करती है।

शिक्षा विभाग का बंद होना: संभावित प्रभाव

ट्रम्प के इस आदेश का असर न केवल छात्र-छात्राओं पर पड़ेगा बल्कि शिक्षा क्षेत्र में काम कर रहे शिक्षकों और अधिकारियों पर भी विपरीत प्रभाव डाल सकता है। अगर शिक्षा विभाग बंद होता है, तो छात्रों को शिक्षा की गुणवत्ता में कमी का सामना करना पड़ सकता है। यह व्यवस्था में अस्थिरता भी ला सकती है, जिससे छात्रों के भविष्य पर असर पड़ेगा।

रिपोर्ट के मुख्य बिंदु

व्हाइट हाउस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 8वीं कक्षा के छात्रों के लिए पढ़ाई के स्तर में कमी है। इस अध्ययन में यह भी बताया गया है कि कई छात्र मूलभूत पढ़ाई में भी असफल हो रहे हैं।

  • 70% छात्र ठीक से पढ़ नहीं पा रहे हैं।
  • अनुसंधान में यह भी पाया गया कि कक्षा में बड़ी संख्या में छात्रों का ध्यान पढ़ाई पर नहीं है।
  • शिक्षा में तकनीकी उन्नति होने के बावजूद, छात्रों की पढ़ाई का स्तर गिरता जा रहा है।

ट्रम्प की शिक्षा नीति की आलोचना

डोनाल्ड ट्रम्प की शिक्षा नीति को लेकर काफी बहस हो रही है। विपक्षी दल इसे छात्र सुरक्षा और गुणवत्ता की शिक्षा के लिए खतरा मानते हैं। कई विशेषज्ञों का कहना है कि यह आदेश शिक्षा के क्षेत्र में असमानता बढ़ाना और छोटे स्कूलों को नुकसान पहुँचाना है।

सम्भावित समाधान

हालांकि ट्रम्प ने शिक्षा विभाग को बंद करने का विचार किया है, परंतु कई शिक्षाविद दावा करते हैं कि शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए नई नीति की ज़रूरत है। खर्चा पानी पर कई सुझाव और समाधान दिए गए हैं, जैसे कि कार्यशालाएं और ऑनलाइन ट्यूटरिंग। ये उपाय छात्रों को उनके अध्ययन में मदद कर सकते हैं।

निष्कर्ष

ट्रम्प का शिक्षा विभाग को बंद करने का आदेश और 8वीं कक्षा के छात्रों की पढ़ाई की स्थिति गंभीर चिंता का विषय है। यह केवल अमेरिका में शिक्षा प्रणाली पर नहीं, बल्कि छात्रों के भविष्य पर भी प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की ज़रूरत और भी अधिक है।

Keywords

Trump, Education Department, 8th Grade Students, White House Report, Education Policy, Student Learning, Educational Improvement, American Education System, Student Performance, School Administration

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