फिलीपींस का भारत को स्क्वाड जॉइन करने का न्योता:कहा- साउथ चाइना-सी में चीन को कंट्रोल करना जरूरी; क्वाड के 3 देश भी इसके मेंबर
फिलीपींस ने साउथ चाइना-सी में चीन की विस्तारवादी नीतियों से मुकाबला करने के लिए भारत और दक्षिण कोरिया को 'स्क्वाड ग्रुप' जॉइन करने का न्योता दिया है। फिलीपींस सेना के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल रोमियो ब्रॉनर रायसीना डायलॉग में शामिल होने के लिए कल यानी बुधवार को दिल्ली पहुंचे थे। यहां उन्होंने साउथ चाइना-सी में चीन के अवैध कब्जे की रणनीति पर चर्चा की। जनरल ब्रॉन ने बताया कि चीन साउथ चाइना-सी में 3 आर्टिफिशयल आईलैंड्स का निर्माण कर रहा है। इसके साथ मिसचीफ रीफ पर एयर डिफेंस और मिसाइल सिस्टम के लिए 2.7 किमी का रनवे भी तैयार कर रहा है। जनरल ब्रॉनर ने कहा- हमारा मानना है चीन को रोका नहीं गया तो वो पूरे दक्षिण चीन सागर पर कंट्रोल कर लेगा। चीन ताइवान स्ट्रेट पर भी दावेदारी करता है जो अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का उल्लंघन है। भारत, दक्षिण कोरिया और चीन ने अभी तक इस बयान पर कोई सार्वजनिक जवाब नहीं दिया है। ब्रॉनर बोले- चीन हमारा दुश्मन है ब्रॉनर ने बाद में मीडिया से कहा कि भारत और हमारे बीच कई समानताएं हैं, क्योंकि हमारा दुश्मन एक है। मुझे यह कहने में कोई डर नहीं है कि चीन हमारा दुश्मन है। इसलिए, यह जरूरी है कि हम एक साथ मिलकर काम करें। हमारे देश की पहले से ही भारतीय सेना और रक्षा उद्योग के साथ साझेदारी है। स्क्वाड ऑस्ट्रेलिया, जापान, फिलीपींस और अमेरिका का एक अनौपचारिक बहुपक्षीय ग्रुप है। इस ग्रुप ने साल 2023 में दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस के स्पेशल इकोनॉमिक जोन में जॉइंट समुद्री एक्टिविटी की थी। फिलहाल इस ग्रुप का मुख्य फोकस सीक्रेट जानकारी शेयर करने और जॉइंट मिलिट्री एक्सरसाइज पर है। गौरतलब है कि भारत पहले ही से ही 'क्वाड ग्रुप' का मेंबर है, जिसमें 'स्क्वाड' के तीन सदस्य ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान शामिल हैं। इसका फोकस हिंद-प्रशांत महासागर, यानी इंडो-पेसिफिक ओशन पर है, जहां चीन लगातार अपना दबदबा बढ़ा रहा है। क्या है दक्षिण चीन सागर विवाद भारत के लिए भी अहम

फिलीपींस का भारत को स्क्वाड जॉइन करने का न्योता: कहा- साउथ चाइना-सी में चीन को कंट्रोल करना जरूरी; क्वाड के 3 देश भी इसके मेंबर
Kharchaa Pani
लेखक: सुमन शर्मा, नेहा गोस्वामी, टीम नेटानागरी
परिचय
हाल ही में, फिलीपींस ने भारत को एक महत्वपूर्ण आमंत्रण दिया है कि वह क्वाड (QUAD) समूह में शामिल हो। यह प्रस्ताव दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती गतिविधियों को रोकने के लिए एक मिलकर रणनीति बनाने का हिस्सा है। क्वाड समूह अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और भारत जैसे चार प्रमुख देशों का एक मंच है, जो भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
दक्षिण चीन सागर की स्थिति
दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में चीन के विस्तारवादी कदमों ने ना केवल क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरे में डाला है बल्कि वैश्विक अनुमान और व्यापार की सुरक्षा को भी प्रभावित किया है। विभिन्न राज्यों का यथास्थिति के प्रति निरंतर ध्यान रखना आवश्यक है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य उपस्थिति को रोकने के लिए फिलीपींस जैसे देशों का भारत के साथ मिलकर काम करना आवश्यक हो गया है।
क्वाड की भूमिका और सदस्य देशों का योगदान
क्वाड समूह में फिलहाल अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और भारत शामिल हैं, और इन देशों की सामूहिक ताकत ने क्षेत्रीय स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फिलीपींस ने इस समूह में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की है, ताकि वे मिलकर चीन के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा बना सकें। इस संदर्भ में, भारत का इस नई पहल में शामिल होना अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत के पास दक्षिणी चीन सागर के मामलों में प्रभावशाली भूमिका निभाने की क्षमता है।
भारत की रणनीतिक महत्ता
भारत की भौगोलिक स्थिति, सामरिक विशेषज्ञता और आर्थिक मापदंड इसे इस पहल के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदार बनाते हैं। भारत के पास एक मजबूत नौसेना है, जो दक्षिण चीन सागर की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इसके अलावा, भारत का क्वाड समूह के अन्य सदस्यों के साथ पिछले सैन्य अभ्यास और सहयोग इसे इस नई पहल के लिए तैयार करता है।
निष्कर्ष
फिलीपींस का भारत को क्वाड में शामिल होने का न्योता एक सकारात्मक कदम है, जो आने वाले वर्षों में क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत कर सकता है। यह ना केवल फिलीपींस और भारत के लिए बल्कि पूरे एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए लाभकारी साबित होगा। इस दिशा में और अधिक संवाद और सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं ताकि व्यापार, शांति और विकास को सुनिश्चित किया जा सके।
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