आज अमित शाह के JK दौरे का तीसरा दिन:राजभवन में 2 बैठक करेंगे; बीते दिन LoC चौकी गए और शहीदों के परिवारों से मिले
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के जम्मू और कश्मीर दौरे का आज तीसरा और आखिरी दिन है। शाह आज श्रीनगर स्थित राजभवन में 2 महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। पहली बैठक में विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। इसके बाद राज्य की सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की जाएगी। शाह मंगलवार को श्रीनगर से वापिस दिल्ली लौट जाएंगे। सोमवार को दौरे के दूसरे दिन शाह LoC और कठुआ में BSF की चौकी गए। जहां उन्होंने मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था और हालात का जायजा लिया। फिर शहीदों के परिवारों से राजभवन में मिले और अनुकंपा नियुक्ति पत्र भी बांटे। इससे पहले 6 अप्रैल (रविवार) को पहले दिन शाह ने BJP विधायकों और पदाधिकारियों के साथ बैठक की। यह बैठक करीब दो घंटे तक चली। इस दौरान गृह मंत्री ने कहा- जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा हमारी नीति का हिस्सा है और इसे उचित समय पर बहाल किया जाएगा। बता दें कि राज्य में नई सरकार बनने के बाद अमित शाह का यह पहला दौरा है। अमित शाह के दौरे की 3 तस्वीरें शाह बोले- कुछ ही सालों में जवान टेक्नोलॉजी से लैस हो जाएंगे अमित शाह ने सोमवार को सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों के साथ बातचीत में कहा- कुछ ही सालों में पूरी भारत-पाक और भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात सुरक्षा बल के जवान तकनीकी सहायता से लैस हो जाएंगे। तकनीक से संबंधित 26 से अधिक कई कदमों के परीक्षण अभी चल रहे हैं, जिनमें ड्रोन रोधी तकनीक, टनल आइडेंटिफिकेशन तकनीक और इलेक्ट्रॉनिक सर्वेलांस जैसी चीजें शामिल हैं। इससे पहले रविवार को अपने दौरे के पहले दिन शाह ने BJP विधायकों और पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा- केंद्र सरकार सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर आतंकवाद और घुसपैठ को लेकर सख्त रणनीति बना रही है। शाह ने कहा- कुछ जिलों के ऊपरी इलाकों में आतंकियों की मौजूदगी को लेकर जो चिंता जताई जा रही है, उस पर जवाबी कार्रवाई तेजी से चल रही है। सुरक्षा बल लगातार काम कर रहे हैं। स्थिति पर जल्द ही काबू पा लिया जाएगा। राज्यसभा में शाह बोले- मोदी ने कश्मीर में लोकतंत्र की नींव रखी अमित शाह ने 19 मार्च को राज्यसभा में बजट सत्र के दौरान चर्चा में कहा था कि जम्मू कश्मीर में 2004 से 2014 के बीच 7,217 आतंकी घटनाएं हुई थीं, लेकिन 2014 से 2024 के बीच यह घटकर 2,242 रह गईं। उन्होंने बताया कि पिछले 10 सालों में नागरिकों की मौत में 81% की कमी, सुरक्षाकर्मियों की शहादत में 50% की कमी और पत्थरबाजी की घटनाएं अब पूरी तरह बंद हो चुकी हैं। वहीं, 2004 में जहां 1,587 आतंकी घटनाएं हुई थीं। शाह ने कहा- 2024 में केवल 85 घटनाएं हुईं। 2004 में 733 नागरिक मारे गए थे, जबकि 2024 में यह संख्या घटकर 26 रह गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर में लोकतंत्र की नींव रखी है और अब सरकार आतंकियों को कड़ा और सीधे जवाब देती है। गृहमंत्री ने आगे कहा- जम्मू-कश्मीर में विपक्ष के 33 साल के शासनकाल में वहां सिनेमाहॉल ही नहीं खुलते थे। हमने 2019 में आर्टिकल 370 हटाया। जी-20 की बैठक में दुनियाभर के राजनयिक वहां गए। हमने वहां सफलतापूर्वक चुनाव करवाए। एक गोली तक नहीं चली। राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर को लेकर शाह की 4 बड़ी बातें ------------------------------------------- शाह और जम्मू कश्मीर से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... शाह बोले- कश्मीर का नाम महर्षि कश्यप पर पड़ा होगा; कहा- शासकों को खुश करने के लिए लिखे गए इतिहास गृह मंत्री अमित शाह ने 2 जनवरी को दिल्ली में 'जम्मू-कश्मीर एंड लद्दाख थ्रू द एजेस' पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में कहा, 'हम जानते हैं कि कश्मीर को कश्यप की भूमि के नाम से जाना जाता है, शायद हो सकता है कि उनके नाम से कश्मीर का नाम पड़ा हो। इतिहासकारों ने कश्मीर का इतिहास पुस्तकों के जरिए बताने की कोशिश की। मेरी इतिहासकारों से अपील है कि प्रमाण के आधार पर इतिहास लिखें।' उन्होंने कहा, '150 साल का एक दौर था, जब इतिहास का मतलब दिल्ली दरीबा से बल्ली मारान तक और लुटियन से जिमखाना तक था। पूरी खबर पढ़ें...

आज अमित शाह के JK दौरे का तीसरा दिन: राजभवन में 2 बैठक करेंगे; बीते दिन LoC चौकी गए और शहीदों के परिवारों से मिले
Kharchaa Pani द्वारा। टीम नेटानागरी
परिचय
गृह मंत्री अमित शाह आज जम्मू-कश्मीर में अपने दौरे के तीसरे दिन कई महत्वपूर्ण बैठकों में भाग लेंगे। उनका यह दौरा सुरक्षा स्थिति और विकास की दिशा में केंद्र सरकार की रणनीतियों पर केंद्रित है। पिछले दिनों उन्होंने नियंत्रण रेखा (LoC) पर जाकर शहीदों के परिवारों से भी मुलाकात की।
राजभवन में होने वाली बैठकें
शामिल संगठनों के साथ इस महत्वपूर्ण बैठक में आतंकवाद के खिलाफ उठाए गए कदमों, विकास योजनाओं और स्थानीय प्रशासन की चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी। बैठक में राज्य के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी, सुरक्षा एजेंसियों के प्रतिनिधि और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे। उम्मीद है कि इन बैठकों से प्रदेश में शांति और समृद्धि की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।
LoC दौरा और शहीदों के परिवारों से मुलाकात
गृह मंत्री अमित शाह ने बीते दिन नियंत्रण रेखा (LoC) पर कुछ महत्वपूर्ण बैठकें की थीं। उन्होंने शहीदों के परिवारों से मिलकर न केवल उन्हें सांत्वना दी, बल्कि सरकार की ओर से सहायता देने का भी आश्वासन दिया। यह स्थलीय दौरा उनकी सुरक्षा नीति के अंतर्गत आता है, जिसमें सुरक्षा बलों के मनोबल को बढ़ाना शामिल है।
आगामी योजनाएं
अमित शाह ने अपनी जिन योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया है, उनमें युवाओं के लिए रोजगार के अवसर, स्थानीय उद्योग का विकास, और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार शामिल हैं। उनकी उम्मीद है कि इन उपायों से जम्मू-कश्मीर में स्थायी शांति और सुरक्षा स्थापित होगी।
निष्कर्ष
जम्मू-कश्मीर में अमित शाह का यह दौरा न केवल सुरक्षा बलों के मनोबल को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि स्थानीय लोगों के साथ सीधा संवाद स्थापित करने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर है। सरकार की ओर से उठाए गए कदम से उम्मीद है कि वहां की स्थिति में सुधार होगा। इस दौरे से संबंधित ताजा अपडेट के लिए, kharchaapani.com पर जाएं।
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