महाराष्ट्र में बाल झड़ने की समस्या पर रिपोर्ट जारी:एक्सपर्ट बोले- सेलेनियम वाले गेहूं के इस्तेमाल से फैली बीमारी; तीन महीनों में 279 लोग प्रभावित
महाराष्ट्र के बुलढाला जिले में अचानक बाल झड़ने की समस्या इन दिनों सुर्खियों में है। इसे लेकर मंगलवार को मेडिकल रिपोर्ट आई। जिसम कहा गया कि पंजाब और हरियाणा से आने वाले गेहूं में पाए जाने वाले हाई सेलेनियम बीमारी का मुख्य कारण है। यही गेहूं महाराष्ट्र के राशन दुकानों में बांटा जाता है। सेलेनियम एक खनिज है, जो मिट्टी, पानी और कुछ भोजन में पाया जाता है। मानव के शरीर के लिए सेलेनियम बहुत कम मात्रा में जरूरत होती है, जो भोजन के पाचन में जरूरी भूमिका निभाता है। दिसंबर 2024 से इस साल जनवरी के बीच बुलढाणा के 18 गांवों में 279 लोगों में अचानक बाल झड़ने या एक्यूट ऑनसेट एलोपेसिया टोटलिस के मामले सामने आए, जिसके बाद अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए। एलोपेसिया से प्रभावित लोगों में कई कॉलेज के छात्र और युवा लड़कियां थी। इस बीमारी के बाद उन्हीं की चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें उनका एजुकेशन और अरेंज मैरिज शामिल है। कई लोगों ने तो शर्मिंदगी से बचने के लिए अपने सिर के बाल मुंडवा लिए। बीमारी से सबसे ज्यादा युवा महिलाएं प्रभावित रायगढ़ स्थित बावस्कर हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. हिम्मतराव बावस्कर ने पीटीआई-भाषा को बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर नमूने जमा करने के बाद पाया गया कि इस बिमारी से ग्रसित लोगों में सिरदर्द, बुखार, सिर में खुजली, झुनझुनी और कुछ मामलों में उल्टी और दस्त जैसे लक्षण थे। इसमें बीमारी का सबसे ज्यादा प्रभावित युवा महिलाएं हैं। विशेषज्ञ बोले- बीमारी के बाद 150 गुणा सेलेनियम की बढ़ोतरी विशेषज्ञ ने बताया कि यह स्थिति तेजी से विकसित होती है और इन गांवों में लक्षण शुरू होने के तीन से चार दिन के अंदर ही लोगों को गंजापन होने लगता है। इसके अलावा इस बीमारी से प्रभावित लोगों के ब्लड, पेशाब में सेलेनियम के स्तर में काफी बढ़ोतरी होती है। बावस्कर ने कहा- लोगों में यह बीमारी होने के बाद ब्लड में 35 गुणा, पेशाब में 60 गुणा और बाल में 150 गुणा सेलेनियम की बढ़ोतरी देखी गई है। इससे पता चल पाया कि ज्यादा मात्रा में सेलेनियम का सेवन इस बीमारी का फैलने का प्रत्यक्ष कारण है। स्थानिय बोले- सेलेनियम युक्त गेंहू का सेवन रोकने के 5-6 दिन बाद फायदा दिखा बावस्कर ने अपनी रिपोर्ट में कहा- महाराष्ट्र के जिस क्षेत्र में यह बीमारी फैला वह अपनी खारी, क्षारीय मिट्टी और बार-बार पड़ने वाले सूखे के लिए जाना जाता है। इन सभी कारण से इलाके के खेती की उत्पादन प्रभावित हुई है। कई परिवार राशन के दुकानों से सरकारी सब्सिडी वाले गेहूं पर निर्भर है, जिसकी गुणवत्ता बहुत खराब है। इस बीच अधिकारियों ने लोगों से बीमारी से छुटकारा पाने के लिए सेलेनियम वाले गेहूं का प्रयोग नहीं करने की सलाह दी। 5-6 दिनों बाद कुछ लोगों ने बताया कि राशन के गेहूं का सेवन रोकने के कुछ बाल आने लगे। बाल क्यों झड़ते हैं? हर व्यक्ति के बाल झड़ने के पीछे कई संभावित कारण हो सकते हैं। बाल गिरने के सबसे आम कारण ग्राफिक में देखिए। बाल झड़ने के लक्षण क्या हैं किसी शख्स के बाल किस उम्र में और किस कारण से झड़ रहे हैं, इससे यह तय होता है कि इसके लक्षण क्या होंगे। ये कई तरह के हो सकते हैं। अगर पुरुषों में गंजापन आ रहा है तो सबसे पहले मांग बनाने की जगह (हेयरलाइन) के बाल झड़ते हैं या सिर के आगे, पीछे, किनारों में एक खास जगह के बाल गिरने शुरू हो जाते हैं। जबकि महिलाओं के बाल पूरे सिर से ही धीरे-धीरे कम होने लगते हैं। उनके पूरे सिर के बाल पहले पतले होते जाते हैं, फिर झड़ते हैं। आमतौर पर किस तरह के लक्षण दिखते हैं, ग्राफिक में देखिए। ...................................... बालों के झड़ने से झुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... बाल अचानक क्यों झड़ते हैं:जानें हेयर फॉल की वजहें, बालों का झड़ना रोकने के लिए बदलें आदतें, अपनाएं घरेलू नुस्खे बालों का पतला होना या झड़ने की समस्या आजकल आम हो गई है। इसके कई कारण हो सकते हैं, इसलिए आपको सबसे पहले बालों के झड़ने का कारण पता लगाना चाहिए। सही ट्रीटमेंट और कुछ आदतें बदलकर बालों का झड़ना रोका जा सकता है। ब्यूटी एक्सपर्ट शहनाज हुसैन बता की रही हैं बाल झड़ने की वजहें और उन्हें रोकने के घरेलू उपाय। पूरी खबर पढ़ें...

महाराष्ट्र में बाल झड़ने की समस्या पर रिपोर्ट जारी: एक्सपर्ट बोले- सेलेनियम वाले गेहूं के इस्तेमाल से फैली बीमारी; तीन महीनों में 279 लोग प्रभावित
लेखिका: सुमिता वर्मा, टीम नेतानगरी
Kharchaa Pani
भूमिका
महाराष्ट्र में बाल झड़ने की समस्या ने हाल ही में एक चिंताजनक मोड़ लिया है। एक नई रिपोर्ट के अनुसार, तीन महीनों में 279 लोग इस समस्या का शिकार हुए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि सेलेनियम से समृद्ध गेहूं की उच्च उपभोग के कारण यह बीमारी फैल रही है। इस आर्टिकल में हम आपको इस समस्या के मुख्य कारणों और इसके प्रभावों के बारे में विस्तार से बताएंगे।
रिपोर्ट का सार
हाल ही में महाराष्ट्र राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि बाल झड़ने की समस्या में वृद्धि हो रही है। खासकर उन क्षेत्रों में जहां सेलेनियम समृद्ध गेहूं की खेती की जाती है। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि इस प्रकार के गेहूं का अधिक सेवन मानव शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
सेलेनियम का प्रभाव
सेलेनियम एक ऐसे तत्व के रूप में जाना जाता है जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक है, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन हानिकारक हो सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, सेलेनियम की अधिक मात्रा शरीर में विष पैदा कर सकती है, जो बालों के झड़ने का प्रमुख कारण है।
ताजा आंकड़े
महाराष्ट्र में इस समस्या से प्रभावित लोगों की संख्या पिछले तीन महीनों में 279 तक पहुंच गई है। यह आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के लिए एक चेतावनी है, जिसमें यह दर्शाया गया है कि स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना अत्यंत आवश्यक है।
स्वास्थ्य विभाग की सलाह
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सेलेनियम से समृद्ध गेहूं के सेवन में सावधानी बरतने की सलाह दी है। इसके अलावा, उचित पोषण और खानपान को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि एक संतुलित आहार और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच से इस समस्या में कमी लाई जा सकती है।
निष्कर्ष
महाराष्ट्र में बाल झड़ने की समस्या एक गंभीर मुद्दा बनती जा रही है, जिसे हल करने की आवश्यकता है। सेलेनियम वाले गेहूं के सेवन में कटौती करना और बेहतर खानपान को अपनाना इस समस्या से निपटने के लिए महत्वपूर्ण है। राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग को मौके पर ही उपाय करने चाहिए ताकि इस समस्या पर जल्दी ही नियंत्रण पाया जा सके।
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