ट्रम्प ने ईमेल मामले में मस्क का समर्थन किया:कहा- हर कर्मचारी को जवाब देना होगा कि क्या काम किया, वर्ना नौकरी जाएगी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईमेल का जवाब न देने पर सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की धमकी देने के मामले में इलॉन मस्क का समर्थन किया है। मैक्रों के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रम्प ने कहा कि बहुत से लोग ईमेल का जवाब नहीं दे रहे हैं क्योंकि वे काम ही नहीं कर रहे। ट्रम्प ने कहा- मुझे लगता है कि यह बहुत बढ़िया है। क्योंकि हमारे पास कई ऐसे लोग हैं जो काम पर नहीं आते हैं और कोई भी नहीं जानता है कि वे सरकार के लिए क्या काम कर रहे हैं। ट्रम्प ने कहा कि हर स्टाफ को यह जानकारी देनी चाहिए कि उन्होंने इस सप्ताह क्या काम किया है। इससे पता चलेगा कि वे वास्तव में काम कर रहे हैं या नहीं। इससे सरकार को भी पता चलेगा कि किन लोगों को बिना काम किए पैसा मिल रहा है। यदि कोई जानकारी नहीं देता तो उसे जल्द ही नौकरी से निकाल दिया जाएगा। ट्रम्प ने कहा कि DOGE ने सैकड़ों अरबों डॉलर की धोखाधड़ी का खुलासा किया है। जांच में पता चला है कि जो कर्मचारी मौजूद भी नहीं हैं, उन्हें भी वेतन मिल रहा है। हालांकि ट्रम्प ने अपने दावे के पक्ष में कोई सबूत पेश नहीं किया। मस्क बोले- 7 दिन का हिसाब दो या नौकरी छोड़ो इलॉन मस्क के DOGE डिपार्टमेंट ने अमेरिका में सभी फेडरल कर्मचारियों को 3 लाइन एक ईमेल भेजा था। इसमें उनसे पूछा गया था कि उन्होंने बीते एक सप्ताह में क्या काम किया। उन्हें 5 पॉइंट में इसका जवाब देना था। यह ईमेल यूएस ऑफिस ऑफ पर्सनल मैनेजमेंट (OPM) से आया था, जिसका विषय था ‘आपने पिछले सप्ताह क्या किया?’ यह ईमेल 23 लाख फेडरल कर्मचारियों को भेजा गया था और उन्हें सोमवार रात 11:59 तक इसका जवाब देना था। हालांकि ईमेल में यह नहीं लिखा था कि ऐसा न करने पर नौकरी से निकाल दिया जाएगा। मस्क ने बाद में चेताया कि यदि कोई कर्मचारी जवाब नहीं देता है तो उसे उसका इस्तीफा मान लिया जाएगा। काश पटेल ने कहा था- किसी ईमेल का जवाब न दें मस्क के ईमेल के जवाब में FBI के नवनियुक्त डायरेक्टर काश पटेल ने अपने कर्मचारियों को कहा कि फिलहाल ईमेल पर किसी भी तरह का जवाब न दें। काश पटेल एफबीआई के 9वें डायरेक्टर बनाए गए हैं। मस्क की कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की धमकी का मामला अब कोर्ट तक पहुंच गया है। फेडरल कर्मचारियों ने सोमवार को कैलिफोर्निया की फेडरल कोर्ट में राष्ट्रपति ट्रम्प और उनके सलाहकार मस्क के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया। मस्क के आदेश के खिलाफ कोर्ट पहुंचे सैकड़ों कर्मचारी संघीय कर्मचारियों के वकीलों ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रपति ट्रम्प के अरबपति सलाहकार मस्क ने सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की धमकी देना कानून का उल्लंघन है। मुकदमे में कहा गया है कि अमेरिका के इतिहास में कभी भी किसी कर्मचारियों से ऐसी किसी रिपोर्ट की मांग नहीं की है। इस बीच वॉशिंगटन पोस्ट ने सूत्रों के हवाले बताया है कि यूएस ऑफिस ऑफ पर्सनल मैनेजमेंट (OPM) ने अपने कर्मचारियों से इस ईमेल को इग्नोर करने को कह दिया है। साथ में ये भी कहा गया है कि ईमेल का जवाब देना स्वैच्छिक था। ...................................................... मस्क के ईमेल मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... अमेरिका की स्पेस एजेंसी NASA सहित कई सरकारी एजेंसियों ने डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DoGE) के उस इमेल का विरोध किया है, जिसमें कर्मचारियों से एक हफ्ते का हिसाब मांगा गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें...

ट्रम्प ने ईमेल मामले में मस्क का समर्थन किया: कहा- हर कर्मचारी को जवाब देना होगा कि क्या काम किया, वर्ना नौकरी जाएगी
Kharchaa Pani
लेखिका: साक्षी शर्मा, टीम नेटानगरि
परिचय
हाल ही में, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने टेस्ला और स्पेसएक्स के CEO एलोन मस्क के ईमेल मामले में उनके समर्थन की घोषणा की है। ट्रम्प का कहना है कि सभी कर्मचारियों को ईमेल के माध्यम से अपनी जिम्मेदारियों का स्पष्ट जवाब देना होगा, न कि कठोर नियमों का पालन न करने पर उनके रोजगार पर खतरा होना चाहिए। यह बयान ट्रम्प की लोकप्रियता और उनके व्यवसायिक दृष्टिकोण को दर्शाता है।
ट्रम्प का बयान
ट्रम्प ने कहा है कि हर कर्मचारी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उन्होंने क्या काम किया है। उनके अनुसार, जिम्मेदारी और पारदर्शिता व्यवसाय की सफलता के मुख्य तत्व हैं। ट्रम्प ने ईमेल संबंधी किसी भी संभावित विवाद को हल करने के लिए हर कर्मचारी को जवाबदेह ठहराने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया। उन्होंने यह भी कहा कि जो कोई भी इस प्रक्रिया का पालन नहीं करेगा, उसे अपने काम से हाथ धोना पड़ सकता है।
मस्क के दृष्टिकोण
एलोन मस्क, जो अपने व्यवसायिक तरीके और विवादास्पद निर्णयों के लिए जाने जाते हैं, ने भी कर्मचारियों के उत्तरदायित्व पर बल दिया है। उनका कहना है कि यह सभी के लिए जरूरी है कि वे ईमेल के माध्यम से अपनी गतिविधियों और उपलब्धियों का विवरण प्रस्तुत करें। यह उनके व्यवसाय के लिए न केवल पारदर्शिता बल्कि कुशलता भी सुनिश्चित करेगा।
प्रभाव और प्रतिक्रिया
ट्रम्प के इस बयान ने न केवल उद्योग के भीतर चर्चा को जन्म दिया है, बल्कि यह कर्मचारियों के लिए भी एक चेतावनी है। कई कर्मचारी इस स्थिति के बारे में चिंतित हैं, क्योंकि यह नए नियमों के तहत उनकी नौकरी की सुरक्षा पर सवाल उठा सकता है। इसके अलावा, कुछ लोगों ने मस्क की कार्यशैली की प्रशंसा की है, जबकि कुछ अन्य इसे कठोर मानते हैं।
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रम्प का यह बयान निश्चित रूप से ईमेल मामले को लेकर एक नई बहस को जन्म देगा। जबकि कुछ लोग इसे सकारात्मक दृष्टिकोण मानते हैं, अन्य इसे निराशाजनक पाते हैं। हालांकि, एक बात तय है कि व्यवसायों को पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को प्राथमिकता देनी चाहिए। ऐसे समय में जबकि तकनीकी और व्यवसायिक दुनिया तेजी से बदल रही है, कर्मचारियों को स्पष्टता और जवाबदारी से भरी दिशा का पालन करना होगा।
फिर भी, टेस्ला और स्पेसएक्स जैसे बड़े उद्योगों में काम करने वालों को यह समझना होगा कि उनके कार्यों का उनके कारोबार पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
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