दिल्ली विधानसभा में शराब नीति पर CAG रिपोर्ट पेश:स्पीकर ने कहा- पिछली सरकार ने इसे रोका, संविधान का उल्लंघन किया
दिल्ली विधानसभा के दूसरे दिन नेता विपक्ष आतिशी समेत 13 AAP विधायकों को पूरे दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया। ये नेता उप-राज्यपाल (LG) वीके सक्सेना के भाषण के दौरान मोदी-मोदी के नारे लगा रहे थे। मार्शलों ने सभी को सदन से बाहर निकाला। आतिशी ने सदन के बाहर मुख्यमंत्री आवास में भगत सिंह और अंबेडकर की फोटो हटाने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि क्या PM मोदी बाबा साहेब अंबेडकर से बड़े हैं? शराब नीति पर CAG रिपोर्ट पेश हुई: LG के अभिभाषण के बाद सदन में शराब नीति पर CAG रिपोर्ट पेश हुई। दिल्ली सरकार की ओर से CAG की सभी 14 पेंडिंग रिपोर्ट पेश की जाएगी। रिपोर्ट में बताया गया है कि आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार की गलत शराब नीति से दिल्ली को 2026 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।

दिल्ली विधानसभा में शराब नीति पर CAG रिपोर्ट पेश: स्पीकर ने कहा- पिछली सरकार ने इसे रोका, संविधान का उल्लंघन किया
Kharchaa Pani
लेखक: साक्षी शर्मा, नेहा वर्मा - टीम नेटाअनागरी
परिचय
दिल्ली विधानसभा में मंगलवार को शराब नीति पर सीएजी की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। इस रिपोर्ट ने पिछले सरकार के कार्यकाल में उठाए गए सवालों को न केवल उजागर किया, बल्कि संविधान के उल्लंघन का भी आरोप लगाया। स्पीकर के अनुसार, पिछली सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाने से रोका, जिससे जनहित में कई निर्णय नहीं हो सके।
सीएजी रिपोर्ट का सारांश
सीएजी (महालेखाकार) की रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली सरकार की शराब नीति में कई गंभीर समस्याएं हैं, जिन्हें तत्काल सुधारने की आवश्यकता है। रिपोर्ट के अनुसार, शराब का वितरण, लाइसेंसिंग प्रक्रिया और राजस्व संग्रहण में गंभीर अनियमितताएं पाई गई हैं। इस रिपोर्ट ने शराब नीति का वास्तविक उद्देश्य, जो कि जनस्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना था, उसकी दिशा में लक्षित असमानताओं को स्पष्ट किया।
स्पीकर का बयान
दिल्ली विधानसभा के स्पीकर, रामनिवास गुप्ता, ने इस रिपोर्ट पर चर्चा करते हुए कहा कि "पिछली सरकार ने अवैध रूप से कई कदम उठाए और इसके परिणामस्वरूप संविधान का उल्लंघन हुआ।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह रिपोर्ट उन अव्यवस्थाओं के खिलाफ एक प्रभावी कदम है, जो पिछले कार्यकाल के दौरान हुई थीं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
सीएजी रिपोर्ट के प्रकाश में आने के बाद, विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपने-अपने मत व्यक्त किए हैं। आम आदमी पार्टी ने इसे विपक्ष के राजनीतिक खेल करार दिया है, जबकि भाजपा ने इसकी गंभीरता को उजागर करते हुए तुरंत कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर स्थायी समाधान का आग्रह किया है।
संविधान का उल्लंघन और उसका असर
संविधान का उल्लंघन केवल कानूनी दृष्टिकोण से ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि इससे समाज पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है। शराब नीति से जुड़ी अनियमितताओं ने कई नागरिकों के अधिकारों का हनन किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस रिपोर्ट के जरिए अब समय है कि सख्त कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी समस्याएं दोबारा न हों।
निष्कर्ष
सीएजी रिपोर्ट और विधानसभा में इसके पेश होने के बाद अब यह जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की है कि वह त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करे। शराब नीति में सुधार होना चाहिए ताकि इसे पारदर्शी और जनहित में बनाया जा सके। पिछले अनुभवों से सीखना बहुत आवश्यक है, ताकि नागरिकों के अधिकारों की रक्षा की जा सके और संविधान का पालन हो सके।
फिर भी, यह देखना दिलचस्प होगा कि कितनी जल्दी दिल्ली सरकार इस रिपोर्ट पर अमल करती है और क्या आगामी बैठकों में यह मुद्दा फिर से उठता है। अपने विचार साझा करने के लिए हमारे पेज पर विजिट करें: kharchaapani.com.
Keywords
CAG report, Delhi assembly, liquor policy, constitutional violation, Ramnivas Gupta, politics in Delhi, AAP response, BJP reaction, Congress stance, government accountability, public health issuesWhat's Your Reaction?






