जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आज आखिरी दिन:बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर इम्तियाज अली अपनी किताब पर चर्चा करेंगे
जयपुर के क्लार्क्स आमेर में चल रहे लिटरेचर फेस्टिवल का आज (सोमवार) आखिरी दिन है। आज दोपहर करीब एक बजे बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर इम्तियाज अली अपनी किताब 'जब वी मेट इम्तियाज अली' पर अनुपमा चोपड़ा के साथ बातचीत करेंगे। इसके साथ ही अभिजीत बैनर्जी, वीर सांघवी, नेहा दीक्षित, नमिता गोखले और आशुतोष काले जैसे स्पीकर्स के अलग-अलग सेशंस होंगे। शाम 5:30 बजे क्लोजिंग डिबेट होगी। इसमें पैसफिजम इज फॉर लूजर्स टॉपिक पर चर्चा की जाएगी। मशहूर लेखक और अभिनेता मानव कौल ए बर्ड ऑन माय विंडो सेल सेशन में अपने विचार रखेंगे। JLF की ये खबरें भी पढ़िए... मोहिंदर अमरनाथ बोले- BCCI को मेरे सरनेम से दिक्कत थी:अगरकर का नाम लिए बिना कहा- मजबूत सिलेक्टर ही रोहित-विराट पर फैसला लेगा जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) की गुरुवार से शुरुआत हो गई है। 5 दिवसीय इस फेस्टिवल में दुनिया भर से 600 से अधिक स्पीकर्स हिस्सा लेंगे। फेस्टिवल में पहले दिन सुधा मूर्ति, जावेद अख्तर, कैलाश सत्यार्थी समेत कई लोगों के सेशन हुए। (पूरी खबर पढ़ें) कैलाश खेर बोले -MBA टाइप के लोग कन्फ्यूज होते हैं:जो ज्यादा कन्फ्यूज, वे सीईओ बन जाते हैं; JLF के मंच पर दो एक्टर में विवाद जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन सिंगर कैलाश खेर ने कहा- एमबीए टाइप के लोग कन्फ्यूज होते हैं, जो ज्यादा कन्फ्यूज होते हैं, वे सीईओ बन जाते हैं। क्योंकि उनके पास कन्फ्यूज लोगों की टीम होती है। यह मेरी अगली किताब का नाम होगा। कोई रिवील नहीं करता, लेकिन मैं कर रहा हूं। (पूरी खबर पढ़ें) नारायण मूर्ति की बेटी ने पूछा-बर्थडे-पार्टी क्यों नहीं करने दी?:मां सुधा बोलीं-मैंने फ्रूटी-समोसा दिया; 3000 सेक्स वर्कर्स की जिंदगी बदली, उन्होंने मुझ पर टमाटर फेंके जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति ने मां सुधा मूर्ति अपने बचपन और परवरिश को लेकर बातचीत की। फ्रंट लॉन में हुए माई मदर माई लाइफ सेशन में अक्षता ने मां से पूछा कि उन्होंने हमें बचपन में पार्टी क्यों नहीं करने दी, इसका मुझे तब बुरा भी लगा था। (पूरी खबर पढ़ें) शशि थरूर बोले- हिंदुत्व राजनीतिक हथियार:यह हिंदुइज्म को सीमित करता है; पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के समय मीडिया ने मुझे ट्रोल किया जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) के चौथे दिन सांसद-लेखक शशि थरूर ने कहा- हिंदुत्व और हिंदुइज्म दो अलग-अलग चीजें हैं। मैंने हिंदू धर्म की जितनी किताबें पढ़ी हैं, उनसे हिंदुत्व से कोई मेल नहीं है। यह सिर्फ एक राजनीतिक हथियार है। हिंदुत्व, हिंदुइज्म को सीमित करता है। (पूरी खबर पढ़ें)

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आज आखिरी दिन: बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर इम्तियाज अली अपनी किताब पर चर्चा करेंगे
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लेखिका: साक्षी वर्मा, तनुजा शर्मा, टीम नेटानागरी
परिचय
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) का आज आखिरी दिन है, जहाँ साहित्य प्रेमियों को एक और अनूठा अनुभव मिलने वाला है। बॉलीवुड के मशहूर निर्देशक इम्तियाज अली आज अपनी नवीनतम किताब पर चर्चा करेंगे। JLF हर साल ताजा विचारों और रचनात्मकता का गवाह बनता है, और इस साल भी दर्शकों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
इम्तियाज अली की किताब
इम्तियाज अली, जिनकी फिल्में प्रेम और भावनाओं के जटिल जाल पर आधारित होती हैं, अपनी नई किताब "जिंदगी में इत्तेफाक" पेश कर रहे हैं। यह किताब न केवल उनकी फिल्म निर्माण की यात्रा को दर्शाती है, बल्कि जीवन के विभिन्न पहलुओं पर भी गहराई से विचार करती है। उन्होंने यहाँ रचनात्मकता, प्रेम और व्यक्तिगत संघर्षों को बारीकी से छुआ है।
साहित्य का संगम
JLF में हर साल नए लेखक, कवि, और फिल्मकार अपनी रचनाओं को पेश करते हैं, जो दर्शकों के लिए विभिन्न विचारों और स्थलों का अनुभव प्रदान करता है। इम्तियाज अली की किताब पर चर्चा एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जो न केवल उनके प्रशंसकों के लिए बल्कि साहित्य के प्रेमियों के लिए भी विशेष है। उन्हें सुनने के अवसर को बिल्कुल भी नहीं छोड़ना चाहिए।
संवाद सत्र का महत्व
आज के संवाद सत्र में, इम्तियाज अपनी किताब के पीछे के विचारों को साझा करेंगे। यह दर्शकों के लिए एक अद्वितीय अवसर है, जहाँ वे सीधे लेखक से उनके अनुभव सुन सकते हैं। उनके संवाद में शामिल होने के बाद, लोगों को अपनी सोच को विस्तारित करने का मौका मिलेगा और उनकी रचनाओं के प्रति नई दृष्टिकोण प्राप्त होगा।
निष्कर्ष
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का अंतिम दिन निश्चित रूप से अद्भुत होने वाला है। इम्तियाज अली की विभिन्न कहानियाँ और उनके विचारों की गहराई, साहित्य प्रेमियों के लिए एक नई प्रेरणा बनेगी। अगर आप साहित्य और कला में रुचि रखते हैं, तो इस रोचक कार्यक्रम का हिस्सा बनना मत भूलिए। अधिक अपडेट के लिए, visit kharchaapani.com।
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