सैफ हमला केस- आरोपी शरीफुल का फेस रिकग्निशन टेस्ट पॉजिटिव:पुलिस बोली- CCTV में दिख रहा और गिरफ्तार शख्स एक ही, हमारे पास पुख्ता सबूत
सैफ अली खान पर हमले के केस में अरेस्ट आरोपी शरीफुल इस्लाम का फेस रिकग्निशन टेस्ट पॉजिटिव आया है। सैफ के अपार्टमेंट की CCTV फुटेज में जो आरोपी का चेहरा कैद हुआ था, इस टेस्ट रिपोर्ट में अरेस्ट शख्स और शरीफुल, दोनों को एक ही बताया गया है। पुलिस ने चेहरे की पहचान के अलावा, घटना के समय आरोपी ने जो कपड़े पहने थे, हथियार-उपकरण, एक गमछा और एक बैग भी फोरेंसिक जांच के लिए भेजा था। घटना वाले दिन की 2 तस्वीरें, जिनमें आरोपी के दिखने का दावा शरीफुल के पिता का दावा- CCTV में दिख रहा शख्स अलग शरीफुल के पिता और उसके वकील लगातार यह दावा कर रहे थे कि सैफ का हमलावर कोई और है। यह आरोप लगाया जा रहा था कि पुलिस ने गलत शख्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस बीच शरीफुल के चेहरे और CCTV में कैद आरोपी के चेहरे के मैच के लिए फेस रिकग्निशन टेस्ट करवाया था। मुंबई पुलिस ने को बताया कि चेहरे की पहचान की जांच रिपोर्ट ने पुष्टि की है कि दो हफ्ते पहले एक्टर को घर में घुसकर चाकू मारने वाला शरीफुल इस्लाम ही है। पुलिस ने कहा- हमारे पास पुख्ता सबूत एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मामले में जानकारी देते हुए बताया, 'हमारे पास चेहरे की पहचान रिपोर्ट के अलावा, सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल फोन की लोकेशन और इंटरनेट प्रोटोकॉल डिटेल्स रिपोर्ट जैसे तकनीकी सबूत हैं, जिससे यह साबित होता हैं कि गिरफ्तार आरोपी शरीफुल ही असली आरोपी है। 14 दिन की न्यायिक हिरासत में है आरोपी शरीफुल आरोपी शरीफुल इस्लाम की पुलिस कस्टडी खत्म होने के बाद बुधवार (29 जनवरी) को बांद्रा कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। उस दिन पुलिस ने बताया कि जांच में यह सामने आया है कि आरोपी ने वारदात से पहले जगह की रेकी की थी और पूरी तरह से तैयारी की थी। आरोपी के कुछ और साथी हो सकते हैं, जिसकी इन्वेस्टिगेशन जारी है। साथ ही, शरीफुल के रिश्तेदारों को पैसे भेजने के मामले की भी जांच चल रही है। इधर, मंगलवार को मुंबई पुलिस ने सैफ अली खान पर हमले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस परमजीत सिंह दाहिया ने बताया, 'हमने इस मामले में शरीफुल इस्लाम को पकड़ा है, वही सही आरोपी है।' उन्होंने बताया कि इस आरोपी के खिलाफ हमारे पास कई पुख्ता सबूत हैं। दाहिया ने यह भी कहा कि कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि सैफ के घर से जो फिंगरप्रिंट्स मिले हैं, वह शरीफुल के फिंगरप्रिंट्स से मैच नहीं करते। हम फिंगरप्रिंट्स की जांच कर रहे हैं, अब तक हम किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं। 16 जनवरी की रात 2 बजे सैफ अली खान के घर में हमला किया गया था। उन्हें हाथ, रीढ़ की हड्डी और पीठ पर चोटें आई थीं। मुंबई के लीलावती अस्पताल में 5 दिन इलाज हुआ था। अब पढ़िए इस घटनाक्रम से जुड़े 5 बयान... 6 ग्राफिक्स से समझिए हमले की पूरी कहानी सैफ से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... 1. सैफ हमला केस-आरोपी शरीफुल 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में:मुंबई पुलिस बोली थी- सही आरोपी गिरफ्त में, हमारे पास कई पुख्ता सबूत सैफ अली खान पर हमला करने वाले आरोपी शरीफुल इस्लाम की पुलिस कस्टडी खत्म होने के बाद बुधवार (29 जनवरी) को बांद्रा कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि जांच में यह सामने आया है कि आरोपी ने वारदात से पहले जगह की रेकी की थी और पूरी तरह से तैयारी की थी। पूरी खबर पढ़ें... 2. सैफ हमला केस में पश्चिम बंगाल से एक महिला अरेस्ट:आरोपी का सिम इसी के नाम रजिस्टर्ड; फडणवीस बोले- मीडिया कन्फ्यूजन क्रिएट कर रहा सैफ पर हमले के मामले में मुंबई पुलिस ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के नादिया जिले से एक महिला को गिरफ्तार किया है। सूत्रों का कहना है कि जांच में पता चला है कि हमले के लिए मुंबई से गिरफ्तार किए गए आरोपी शरीफुल द्वारा इस्तेमाल किया गया सिम महिला के नाम पर रजिस्टर्ड था। मुंबई पुलिस की दो सदस्यीय टीम रविवार को पश्चिम बंगाल पहुंची। पश्चिम बंगाल पुलिस के सूत्र ने पीटीआई को बताया- "सैफ अली केस में मुंबई पुलिस ने नादिया जिले के छपरा से एक महिला को गिरफ्तार किया है। पूरी खबर पढ़ें..

सैफ हमला केस- आरोपी शरीफुल का फेस रिकग्निशन टेस्ट पॉजिटिव
Kharchaa Pani
लेखिका: पूनम सिंह (टीम नेतानागरी)
परिचय
सैफ हमला केस में नया मोड़ सामने आया है। हाल ही में आरोपी शरीफुल का फेस रिकग्निशन टेस्ट पॉजिटिव आया है। पुलिस का दावा है कि उनके पास इस मामले में पुख्ता सबूत हैं, जो सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से प्राप्त हुए हैं। यह मामला अब केवल एक क्रिमिनल केस नहीं रह गया है, बल्कि समाज में सुरक्षा के प्रति चिंताओं को भी जन्म दे रहा है।
साक्षात्कार और सबूत
पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, शरीफुल के दोषी होने के कई कारण हैं। सीसीटीवी फुटेज में देखा गया शख्स और गिरफ्तार किया गया व्यक्ति एक ही है। यह CCTV फुटेज इस मामले की ब्रेकथ्रू साबित हो रही है। पुलिस ने बताया कि स्कैने में शरीफुल का चेहरा स्पष्टता से देखा जा सकता है, जिससे उनकी पहचान में कोई संदेह नहीं रह जाता है।
मामले का गंभीरता से लेना
इस घटनाक्रम ने ना केवल पीड़ितों के परिवारों को प्रभावित किया है, बल्कि यह पूरे इलाके में भय का माहौल भी बना रहा है। स्थानीय निवासियों की टिप्पणी यह स्पष्ट करती है कि उन्हें सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार एवं पुलिस प्रशासन से अपेक्षाएँ हैं।
संभावित कानूनी परिणाम
शरीफुल के ऊपर क्या कानूनी कदम उठाए जाएँगे, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। कानून के जानकारों का कहना है कि ऐसे मामलों में सजा का निर्धारण बेहद गंभीरता से किया जाएगा। पुलिस ने वादा किया है कि वे सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करेंगे और किसी भी बिंदु पर लापरवाही नहीं बरतेंगे।
निष्कर्ष
सैफ हमला केस ने एक बार फिर इस बात की याद दिलाई है कि सुरक्षा को लेकर हम सभी को गंभीर रहना चाहिए। पुलिस प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम आशाजनक हैं, लेकिन नागरिकों को भी सतर्क रहना जरूरी है। 앞으로 हमें उम्मीद है कि मामले में सही न्याय होगा और इससे समाज में एक सकारात्मक बदलाव आएगा।
Keywords
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