FIITJEE कोचिंग देश के 5 राज्यों में बंद:बिना नोटिस सेंटर्स पर ताले लगाकर भागे; 2-3 लाख तक एडवांस फीस वसूल चुके थे
दिल्ली-एनसीआर समेत देश के 5 राज्यों में कोचिंग इंस्टीट्यूट FIITJEE ने अपने एग्जाम सेंटर अचानक बंद कर दिए गए हैं। कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले सैकड़ों स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स की मुश्किलें बढ़ गई हैं। FIITJEE, जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम यानी IIT-JEE एग्जाम की तैयारी कराने वाला एक जाना माना इंस्टीट्यूट है। जिन शहरों में ये सेंटर बंद हुए हैं, वहां पेरेंट्स के पहुंचने से पहले ही संचालक ताला लगाकर भाग चुके थे। कई पेरेंट्स का कहना है कि वो लाखों की एडवांस फीस जमा कर चुके हैं। बावजूद इसके, बिना किसी अर्ली नोटिस के कोचिंग संस्थान ताला लटकाकर भाग गए। एक साल से टीचर्स को नहीं मिल पा रही थी सैलरी जानकारी के अनुसार, FITJEE इंस्टीट्यूट के टीचर्स को लंबे समय से सैलरी नहीं मिल पा रही थी। भोपाल सेंटर एक टीचर के. के. पांडेय ने हमें बताया, 'कंपनी बीते 1 साल से टीचर्स को सैलरी नहीं दे पा रही थी। हमें यही कहा जाता था कि जल्द ही सब ठीक हो जाएगा। पूरे साल में 3-4 महीने ही सैलरी आई। जब टीचर्स के सब्र का बांध टूट गया तो कई सेंटर्स के टीचर्स ने मास रिजाइन कर दिया। इसके चलते इंस्टिट्यूट रातों-रात बंद हो गए।' ‘पेरेंट्स धमकियां दे रहे हैं, हम खुद सैलरी के इंतजार में हैं’ के के पांडेय ने कहा, ‘कोचिंग बंद होने पर कई पेरेंट्स ने टीचर्स और फैकल्टी को कॉन्टैक्ट करने की कोशिश की। अब जब उन्हें कोई नहीं मिला तो कई पेरेंट्स मुझे ही फोन करके गालियां देते हैं। कई तो धमकाते हैं। मगर क्या करें, हम तो खुद एक साल से बिना सैलरी के कंपनी से जुड़े थे।’ वेस्ट यूपी में पूरे साल की फीस लेकर बंद की कोचिंग वेस्ट यूपी के तीन सेंटर नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ के अलावा वाराणसी और लखनऊ में भी FITJEE के सेंटर बंद हो गए हैं। बिना किसी नोटिस के कोचिंग संचालक सेंटर पर ताले लगाकर गायब हो गए। इनमें कई पेरेंट्स 2 से 3 लाख एडवांस फीस भी जमा कर चुके थे। 'लोन लेकर फीस भरी, अब कोचिंग ही गायब' नोएडा के एक पेरेंट ने बताया कि FITJEE की फीस अन्य इंस्टिट्यूट्स से बहुत ज्यादा थी। ऐसे में लोन लेकर फीस भरी थी। जब देश के कई राज्यों में इंस्टिट्यूट बंद होने लगे तो उन्होंने कोचिंग जाकर बात की। कहा कि या तो कोर्स जल्दी पूरी कराया जाए या फीस वापिस की जाए। ऐसे में उन्हें भरोसा दिलाया गया कि नोएडा कैंपस में ऐसा नहीं होगा। मगर कुछ दिन बाद ही कोचिंग बंद हो गई। महाराष्ट्र में 300 से ज्यादा स्टूडेंट्स वाला सेंटर बंद महाराष्ट्र के पुणे और पिंपरी चिंचवड में जुलाई 2024 में भी सेंटर बंद किया गया था। इसमें सेंटर हेड राजेश कर्ण ने एक अनऑफिशियल मीटिंग कर बताया था कि कोचिंग के पास स्टाफ को सैलरी देने और सेंटर का किराया चुकाने के भी पैसे नहीं है। इन दोनों सेंटर्स पर 300 से ज्यादा बच्चे पढ़ते थे। दिल्ली में दर्ज की गई FIR दिल्ली के लक्ष्मीनगर इलाके में जब इंस्टीट्यूट बंद हुआ तो पेरेंट्स ने इसके खिलाफ हंगामा कर दिया। पेरेंट्स ने कोचिंग सेंटर के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। FIR के मुताबिक, पेरेंट्स का कहना है कि इंस्टीट्यूट के अचानक बंद होने से उनके बच्चों की पढ़ाई खतरे में पड़ गई है। साथ ही कोचिंग ने फीस लौटाने के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी है। भोपाल में दिसंबर में ही बंद हुआ सेंटर 16 दिसंबर को फिटजी कोचिंग के 25 से ज्यादा स्टूडेंट्स और पेरेंट्स ने हंगामा किया था। एमपी नगर थाने में शिकायत की थी। उन्होंने कोचिंग संचालक के खिलाफ फीस के रुपए हड़पने के आरोप लगाए थे। साथ ही एडवांस के तौर पर जमा की गई फीस वापसी की मांग भी रखी थी। इसके बाद पुलिस ने कोचिंग स्टाफ को पक्ष रखने के लिए बुलाया था। फिटजी (FIITJEE) कोचिंग के डायरेक्टर समेत 4 लोगों पर भोपाल के एमपी नगर थाने में धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में FIR दर्ज की गई थी। इंदौर सेंटर बंद होने के बाद भी दिया गया आश्वासन इंदौर में फिटजी का एक सेंटर पहले ही बंद हो चुका है। इसके बावजूद भोपाल सेंटर ने पेरेंट्स को भरोसा दिलाया गया था कि क्लासेज सही ढंग से चलेंगी। इस आश्वासन के बाद पेरेंट्स ने 10 सितंबर को क्लास 11वीं और 12वीं की फीस भी जमा कर दी। पटना के कंकड़बाग में एडवांस फीस दे चुके थे स्टूडेंट्स इसी तरह पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र में स्टूडेंट्स को बिना सूचना दिए FIITJEE कोचिंग सेंटर अचानक बंद कर दिया गया। जिससे JEE मेन्स की तैयारी कर रहे करीब 200 छात्र परेशान हैं। कई बच्चों ने तो 3 से 4 लाख रुपए एडमिशन के टाइम ही जमा करा दिए थे। दिल्ली की FITJEE कोचिंग की भोपाल ब्रांच मे करीब 700 स्टूडेंट्स के एडमिशन है। प्रति स्टूडेंट डेढ़ से 3 लाख रुपए फीस ली जाती है। उधर, ये मामला भोपाल कलेक्टर तक भी पहुंचा है। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि कोचिंग सेंटर पर एक्शन लिया जाएगा। बच्चों की फीस वापस कराने के प्रयास करेंगे। नोएडा FIITJEE कोचिंग सेंटर में इनरोल क्लास 10वीं स्टूडेंट्स के पेरेंट्स पराग गुप्ता ने कहा, ‘हम दो साल से FIITJEE से जुड़े हुए हैं। मेरी बेटी क्लास 9वीं में कोचिंग सेंटर में शामिल हुई और फिर क्लास 11वीं के लिए स्कॉलरशिप प्रोग्राम में भी शामिल हुई... मैंने पहले ही किश्त में 80,000 रुपए दिए थे। हम सभी पेरेंट्स बच्चों के भविष्य के बारे में चिंतित हैं।’ दूसरे कोचिंग सेंटर में भी मर्ज हुआ FIITJEE मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार 22 जनवरी को दिल्ली FITJEE कोचिंग सेंटर से स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स को एक मेल भेजा गया। इसमें लिखा था कि अब यह इंस्टीट्यूट किसी दूसरे कोचिंग सेंटर में मर्ज हो गया है और आपका बच्चा उसमें आसानी से अपनी आगे की पढ़ाई जारी रख सकता है। वाराणसी के महमूरगंज में FITJEE का सेंटर था जिसे 10 जनवरी को ही आकाश ने टेकओवर कर लिया है। इसका एक लेटर भी जारी किया गया है, जिसमें अभिभावकों को भी सहयोग करने को कहा गया है। यहां से अभी किसी तरह के प्रोटेस्ट की जानकारी नहीं आई है। दिल्ली सेक्टर 62 में पेरेंट्स जिनके बच्चे इस इंस्टीट्यूट में पढ़ रह

FIITJEE कोचिंग देश के 5 राज्यों में बंद: बिना नोटिस सेंटर्स पर ताले लगाकर भागे; 2-3 लाख तक एडवांस फीस वसूल चुके थे
Kharchaa Pani
लेखक: सुषमा वर्मा, नेटानागरी टीम
परिचय
देश की प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान FIITJEE ने अचानक 5 विभिन्न राज्यों में अपने सेंटर्स को बंद कर दिया है। ये संस्थान अपनी अनुबंधित फीस के नाम पर 2-3 लाख रुपये तक की अग्रिम राशि वसूल चुके थे, जिसके चलते न सिर्फ छात्रों के अभिभावक बल्कि छात्र भी दुविधा में हैं। इस मामले में बताया जा रहा है कि सूचनाओं के बिना ही सेंटर्स पर ताले लगाकर संस्था के कर्मचारी भाग गए, जिससे छात्रों के भविष्य पर असर पड़ सकता है।
FIITJEE के बंद होने की वजह
फिर भी स्पष्ट नहीं है कि FIITJEE ने अपने सेंटर्स को बंद करने का निर्णय क्यों लिया। क्या यह किसी प्रकार की वित्तीय समस्या या प्रबंधन के मुद्दों का परिणाम है? इस बारे में अधिक जानकारी की आवश्यकता है। छात्रों और अभिभावकों ने संबंधित अधिकारियों से उत्तर मांगे हैं लेकिन अब तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है।
छात्रों की स्थिति
FIITJEE जैसी कोचिंग संस्थानों में आम तौर पर छात्र अपनी फीस की छोटी देनदारी को लेकर गंभीर होते हैं। इस बार लगभग 20,000 से अधिक छात्रों के लिए यह चिंता का विषय बन गया है, जो अब न केवल उनकी पढ़ाई बल्कि उनकी भावी प्रतियोगी परीक्षाओं पर भी असर डाल सकता है। छात्रों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि उन्हें आगे क्या करना चाहिए। उनकी मेहनत और पैसा दोनों अब खतरे में हैं।
अभिभावकों की चिंताएँ
FIITJEE द्वारा फीस की वसूली करने के बाद अचानक सेंटर्स बंद हो जाने से अभिभावक भी चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों का भविष्य अब खतरे में है और इसके लिए कौन जिम्मेदार है, यह स्पष्ट नहीं है। शिकायतें दर्ज कराई जा रही हैं और वे न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।
सरकार का रवैया
इस मामले में संबंधित राज्य सरकारों की स्थिति भी संवेदनशील है। उन्होंने छात्रों के अधिकारों की रक्षा के लिए तात्कालिक कदम उठाने की बात की है। आगे चलकर कार्रवाई कैसे होगी, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। सरकारों द्वारा किसी उचित उपाय की घोषणा होना आवश्यक है।
निष्कर्ष
FIITJEE के अचानक बंद होने से यह सवाल उठता है कि क्या इस तरह की संस्थाएँ छात्रों के भविष्य के साथ खेल सकती हैं? क्या सरकारें ऐसी संस्थाओं की निगरानी नहीं कर सकती? इस मामले में छात्रों और अभिभावकों को उचित न्याय की अपेक्षा है। आने वाले समय में इस मामले के समाधान की आवश्यकता है, ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रह सके।
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