व्हाइट हाउस में ट्रम्प के सामने ही भिड़ गए मस्क-रुबियो:विदेश मंत्री ने नौकरी में कटौती नहीं की, इससे नाराज थे टेस्ला चीफ
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मौजूदगी में DOGE चीफ इलॉन मस्क और विदेश मंत्री के बीच गुरुवार को कैबिनेट मीटिंग के दौरान बहसबाजी हुई। यह दावा न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में किया गया है। इस मौके पर 20 से ज्यादा लोग थे। रिपोर्ट के मुताबिक दोनों के बीच स्टाफ कटौती के मुद्दे पर बहस हुई। मस्क ने बैठक में विदेश मंत्री पर आरोप लगाया कि वे अपने विभाग में स्टाफ की संख्या में कटौती नहीं कर पाए हैं। इस पर रुबियो ने कहा कि मस्क झूठ बोल रहे हैं। ट्रम्प ने विदेश मंत्री का बचाव किया, कहा- वे अच्छा काम कर रहे रुबियो ने मस्क को झूठा ठहराते हुए कहा- 1,500 स्टेट डिपार्टमेंट कर्मचारियों ने समय से पहले रिटायरमेंट ले लिया है। क्या उन्हें छंटनी में नहीं गिना जाएगा? क्या मस्क ये चाहते हैं कि वे उन सभी स्टाफ को फिर से काम पर रखें, ताकि वे उन्हें फिर से नौकरी से निकालने का दिखावा कर सकें। विदेश मंत्री की इस दलील से मस्क को कोई फर्क नहीं पड़ा। उन्होंने रुबियो से कहा कि आप सिर्फ टीवी पर अच्छे लगते हैं। मस्क और रुबियो की बहस के दौरान शुरुआत में राष्ट्रपति ट्रम्प अपनी कुर्सी पर हाथ जोड़कर बैठे रहे। जब दोनों के बीच बहस तेज हो गई तो ट्रम्प ने रुबियो का बचाव किया और कहा कि वे बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। ट्रम्प ने कहा- रुबियो के पास काम करने के लिए बहुत चीजें हैं। वे बहुत बिजी रहते हैं। हमेशा यात्राएं करते हैं और टीवी पर भी उन्हें समय देना होता है। इसलिए सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है। मस्क से नाराज चल रहे विदेश मंत्री रिपोर्ट के मुताबिक रुबियो कई हफ्ते से मस्क से नाराज चल रहे हैं। दरअसल, मस्क की टीम ने एक एजेंसी यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट को बंद कर दिया है। यह एजेंसी रुबियो के जिम्मे थी। मस्क ने रुबियो को विश्वास में लिए बिना पूरी एजेंसी को बंद कर दिया। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प टीम के कई और सदस्य भी मस्क से नाराज हैं। उनकी शिकायतों के बाद ही यह बैठक अचानक बुलाई गई थी। यह बैठक सिर्फ एक दिन पहले बुधवार शाम को तय हुई थी। इसमें ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट मौजूद नहीं थे। बेसेंट और मस्क के बीच पहले भी कई बार टकराव की खबरें आ चुकी हैं। बैठक के दौरान राष्ट्रपति ने संकेत दिया कि वे मस्क के मिशन का समर्थन करते हैं लेकिन अब से किसी भी विभाग के सचिव ही प्रभारी होंगे और मस्क की टीम बस सलाह देगी। ट्रम्प बोले- कोई बहस नहीं हुई हालांकि शुक्रवार को ओवल ऑफिस में पत्रकारों ने जब ट्रम्प से इस बहस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया। ट्रम्प ने कहा, "कोई बहस नहीं हुई, मैं वहां था। आपको यह सवाल पूछना ही नहीं चाहिए था। आप उपद्रवी हैं।" उन्होंने कहा मस्क और रुबियो के बीच बेहतर रिश्ते हैं। वे दोनों शानदार काम कर रहे हैं। ट्रम्प से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... कनाडा-मेक्सिको पर फिर पलटे ट्रम्प, टैरिफ 30 दिन टाला:कनाडा में लोगों ने अमेरिकी टमाटर खाना छोड़ा, इटली से मंगा रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कनाडा और मेक्सिको पर 25% टैरिफ लगाने के फैसले को एक बार फिर से 30 दिनों के लिए टाल दिया है। ट्रम्प ने 4 मार्च को दोनों देशों पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। पूरी खबर यहां पढ़ें...

व्हाइट हाउस में ट्रम्प के सामने ही भिड़ गए मस्क-रुबियो:विदेश मंत्री ने नौकरी में कटौती नहीं की, इससे नाराज थे टेस्ला चीफ
लेखिका: सुषमा शर्मा, टीम नेटा नगारि
कड़कडाती राजनीति और बिजनेस के चौराहे पर फिर एक बार अमेरिका की यात्रा में चर्चा का विषय बनी है टेस्ला के CEO एलन मस्क और फ्लोरिडा के सीनेटर मार्क रुबियो की टकरार। हाल ही में व्हाइट हाउस में हुई बैठक में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की उपस्थिति में यह घटना सामने आई, जिसने न केवल मस्क बल्कि पूरे उद्योग जगत को चौका दिया।
मस्क और रुबियो के बीच झड़प
रिपोर्ट्स के अनुसार, बैठक के दौरान मस्क ने रुबियो पर आरोप लगाया कि वे विदेशी दखलंदाजी के मामले में अधिक सक्रियता नहीं दिखा रहे हैं और इससे अमेरिका के व्यवसायों को खतरा हो सकता है। इस बीच, रुबियो ने मस्क की आलोचना करते हुए कहा कि वे साहसिक निर्णय लेने में असफल रहे हैं, विशेषकर उनके बिजनेस मॉडल में।
विदेश मंत्री का बयान
हालांकि, इस बैठक में विदेश मंत्री ने यह स्पष्ट किया कि नौकरी में किसी भी प्रकार की कटौती नहीं की जाएगी, जिसका प्रभाव सीधा टेस्ला और अन्य तकनीकी कंपनियों पर पड़ेगा। विदेश मंत्री के इस बयान ने मस्क को और नाराज कर दिया। मस्क ने कहा कि इस प्रकार की नीतियाँ अमेरिका की तकनीकी प्रगति को बाधित कर सकती हैं।
टेस्ला चर्चाओं का केंद्र
टेस्ला जैसे बड़े उद्योगों के CEO होने के नाते, मस्क की टिप्पणियाँ हर बार सुर्खियों में रहती हैं। उन्होंने कहा कि तकनीकी क्षेत्र में निवेश और नवाचार के लिए सरकार को अधिक समर्थन देना होगा ताकि कंपनियों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए आवश्यक संसाधन मिल सकें। यह स्पष्ट है कि मस्क अपने उद्देश्यों के लिए सख्त रुख अपनाकर किसी भी चुनौती का समाधान करने के लिए तत्पर हैं।
समापन विचार
अंत में, व्हाइट हाउस की बैठक ने एक बार फिर यह साबित किया है कि बिजनेस और राजनीति में टकराव अनिवार्य है। मस्क और रुबियो के बीच यह तकरार उस समय बेहद महत्वपूर्ण है जब अमेरिका की अर्थव्यवस्था संकट का सामना कर रही है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विवाद का क्या नतीजा निकलता है और क्या यह अमेरिका की तकनीकी नीतियों पर कोई प्रभाव डालेगा।
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