शिवसेना नेता बोले- राहुल नेता नहीं, यूट्यूबर बनकर धारावी आए:कहा- मुंबई कांग्रेस दिवालिया, लेकिन राहुल को परवाह नहीं
शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता संजय निरुपम ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के धारावी दौरे की आलोचना की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी धारावी में कांग्रेस नेता के तौर पर नहीं, बल्कि "YouTuber" बनकर पहुंचे थे। दरअसल राहुल गांधी गुरुवार (6 मार्च) को धारावी में लेदर इंडस्ट्री के कारीगरों से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कारीगरों को होने वाली दिक्कतों को लेकर लोगों से बातचीत की थी। निरुपम बोले- राहुल ने धारावी में ‘शूट’ के लिए दौरा किया राहुल गांधी के दौरे को पॉलिटिकल स्टंट बताते हुए संजय निरुपम ने कहा कि राहुल धारावी में सिर्फ वीडियो बनाने और सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिए दौरा किए थे। "मुंबई कांग्रेस की हालत खराब है। पार्टी के पास न वोट बचे हैं, न पैसा। कांग्रेस दफ्तर महीनों से किराया नहीं चुका पाया है, 5 लाख रुपये का बिजली बिल बकाया है। लेकिन राहुल गांधी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।" राहुल गांधी के धारावी दौरे की 4 तस्वीरें... चमार स्टूडियो पहुंचे राहुल, दलितों के हक की बात की राहुल गांधी गुरुवार (6 मार्च) को धारावी स्थित चमार स्टूडियो पहुंचे। यहां उन्होंने डिज़ाइनर सुधीर राजभर और उनकी टीम से मुलाकात की। राहुल ने कहा कि दलित और वंचित समुदायों को बड़े बाजारों तक पहुंचने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। "सुधीर राजभर की कहानी लाखों दलित युवाओं की जिंदगी को दर्शाती है – टैलेंटेड हैं, मेहनती हैं, लेकिन सही मौके नहीं मिलते। उन्होंने धारावी के हुनरमंद कारीगरों को पहचान दिलाने का काम किया।" – राहुल गांधी राहुल गांधी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... राहुल गांधी का गुजरात दौरा, कांग्रेस ऑफिस में मीटिंग की, नेताओं से लेकर वार्ड अध्यक्षों के साथ 9 घंटे में 5 बैठकें कीं लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस लीडर राहुल गांधी दो दिन के दौरे पर गुजरात पहुंचे। वे 7 और 8 मार्च को यहां रहेंगे। स्थानीय नेताओं ने एयरपोर्ट पर राहुल का स्वागत किया। वे एयरपोर्ट से सीधे कांग्रेस ऑफिस पहुंचे। यहां उन्होंने गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। इसमें संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, गुजरात के प्रभारी व महासचिव मुकुल वाशनिक और प्रदेश अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल शामिल रहे। राहुल ने शुक्रवार को नेताओं से लेकर वार्ड अध्यक्षों के साथ 9 घंटे में 5 बैठकें कीं। पूरी खबर पढ़ें... लखनऊ में राहुल गांधी पर 200 रुपए जुर्माना: कोर्ट बोला- 14 अप्रैल को पेश हों लखनऊ के कोर्ट ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर 200 रुपए का जुर्माना लगाया है। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (ACJM) कोर्ट ने लगातार पेशी से गायब रहने पर जुर्माना लगाया। साथ ही चेतावनी दी कि 14 अप्रैल 2025 को अदालत में हाजिर हों, यदि वे इस तारीख को भी पेश नहीं होते हैं तो कठोर कानूनी कार्रवाई हो सकती है। पढ़ें पूरी खबर...

शिवसेना नेता बोले- राहुल नेता नहीं, यूट्यूबर बनकर धारावी आए: कहा- मुंबई कांग्रेस दिवालिया, लेकिन राहुल को परवाह नहीं
Kharchaa Pani - मुंबई की राजनीतिक स्थिति में एक नया मोड़ आया है जब शिवसेना के नेताओं ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर आक्रामक टिप्पणी की है। इस मामले में शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा है कि राहुल गांधी एक नेता की भूमिका निभाने के बजाय यूट्यूबर की तरह धारावी आ रहे हैं। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि मुंबई कांग्रेस दिवालिया हो चुकी है, लेकिन राहुल गांधी को इसकी कोई परवाह नहीं है।
राहुल गांधी की यात्रा पर सवाल उठाते हुए
धारावी की यात्रा को लेकर आदित्य ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी की नीतियों और उनके नेतृत्व पर सवाल खड़े किए। ठाकरे ने कहा कि जब लोग देश की जटिल समस्याओं का सामना कर रहे हैं, राहुल को यूट्यूब जैसा प्लेटफॉर्म अपनाना चाहिए, न कि नेताओं की तरह काम करना। यह टिप्पणी राहुल गांधी के दिवालिया कांग्रेस से कोई संबंध नहीं रखने के सुझाव के साथ आई है।
कांग्रेस का आर्थिक संकट
आदित्य का यह मानना है कि मुंबई कांग्रेस की स्थिति बहुत खराब है। उन्होंने कहा कि पार्टी के नेतृत्व में बेहतरी की कोई उम्मीद नहीं दिखती। उन्होंने कहा, "कांग्रेस अब एक ऐसी पार्टी बन गई है जो सिर्फ शोर मचाने के लिए जानी जाती है, न कि स्थिति को सुधारने के लिए।" मुंबई में स्थानीय मुद्दों पर बात करते हुए, उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में राहुल को असली नेताओं की तरह कार्य करना चाहिए।
कांग्रेस और राहुल गांधी की प्रतिक्रिया
इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी की ओर से कोई ठोस जवाब अक्तूबर से देखने को नहीं मिल पाया है। लेकिन यह स्पष्ट है कि आदित्य ठाकरे के द्वारा की गई टिप्पणी ने उनकी पार्टी के भीतर और व्यक्तिगत रूप से राहुल गांधी के प्रति एक नई संवाद की स्थिति पैदा की है। क्या राहुल इस समय अपनी पार्टी के लिए एक नई दिशा में सोचेंगे? यह तो समय ही बताएगा।
संभावित राजनीतिक असर
यह जानकारी केवल मुंबई के राजनीतिक परिदृश्य को आकार देने के लिए नहीं है, बल्कि पूरे देश की राजनीति पर भी इसका असर पड़ सकता है। कांग्रेस पार्टी के लिए यह भारी चुनौती बनने जा रही है कि वे राहुल गांधी के नेतृत्व में अपनी छवि को किस प्रकार सुधारेंगे। इसके साथ ही, शिवसेना की इस टिप्पणी से राजनीतिक माहौल में हलचल मच सकती है, जो आगामी चुनावों को प्रभावित कर सकती है।
यदि हम इस पूरे विवाद को एक निष्कर्ष पर लाना चाहें, तो आदित्य ठाकरे की प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि भारत की राजनीति में अब केवल भाषण देने से काम नहीं चलता, बल्कि वास्तविक कार्य और योजनाओं की आवश्यकता है।
अंततः, क्या राहुल गांधी अपने नेतृत्व को एक सकारात्मक दिशा में ले जाएंगे या वे एक कदम पीछे हट जाएंगे, यह उनके पार्टी और देश के लिए महत्वपूर्ण होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि मुंबई कांग्रेस अपनी स्थिति को कैसे संभालती है और राहुल गांधी का अगला कदम क्या होगा।
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