राजौरी में सेना की गाड़ी पर आतंकी हमला:सुंदरबनी इलाके में LoC के पास घात लगाकर फायरिंग की; एक्स्ट्रा फोर्स भेजी गई
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में LoC के पास बुधवार दोपहर सेना की गाड़ी पर आतंकियों ने फायरिंग की। हमला सुंदरबनी इलाके के फाल गांव में हुआ। अधिकारियों ने बताया कि सेना का वाहन आतंकियों के इलाके से गुजर रहा था, इसी दौरान जंगल में छिपे आतंकियों ने कुछ राउंड फायर किए। उन्होंने बताया कि हमले में किसी जवान के घायल होने की खबर नहीं है। पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। एक्स्ट्रा फोर्स को मौके पर भेजा गया है। आतंकियों के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। अधिकारियों के मुताबिक जिस जगह पर हमला हुआ ये इलाका आतंकियों की घुसपैठ का पारंपरिक रास्ता माना जाता है। 7 फरवरी: भारतीय सेना ने 7 घुसपैठियों को मार गिराया 7 फरवरी को जानकारी सामने आई थी कि भारतीय सेना ने 7 पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया था। घटना 4 फरवरी की रात पुंछ जिले में कृष्णा घाटी के पास हुई थी, जब पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमा में LoC के पास घुसपैठ की कोशिश की गई थी। दैनिक भास्कर के सूत्रों का दावा किया था कि भारतीय सेना की फॉरवर्ड पोस्ट पर हमले की प्लानिंग थी। इसकी सूचना इंडियन आर्मी को मिली और उन्होंने पहले ही हमला कर साजिश को नाकाम कर दिया। घुसपैठ के दौरान मारे गए 7 लोगों में 3-4 पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) के मेंबर्स की भी मौत हो हुई थी। यह टीम क्रॉस बॉर्डर ऑपरेशन में माहिर होती है। हालांकि भास्कर को सूत्रों ने बताया कि इस घटना में 5 आतंकवादियों की मौत हुई है। इनमें BAT टीम मेंबर्स का जिक्र नहीं किया गया। 3 फरवरी: कश्मीर में रिटायर्ड लांस नायक की हत्या जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के बेहीबाग इलाके में आतंकियों ने रिटायर्ड लांस नायक के परिवार पर हमला किया था। इसमे रिटायर्ड लांस नायक मंजूर अहमद की मौत हुई थी। उनकी पत्नी आइना और बेटी साइना घायल हुए थे। मंजूर के पेट में गोली लगी थी, जबकि उनकी पत्नी के पैर और बेटी के हाथ में गोली लगी थी। वह पत्नी और बेटी के साथ कार में थे, जब आतंकियों ने उन पर नजदीक से गोली चलाई थी। पूरी खबर पढ़ें... भारत की आतंकियों के खिलाफ पिछली दो बड़ी स्ट्राइक 2016: सीमा पार आतंकियों के लॉन्च पैड पर सर्जिकल स्ट्राइक 2019: पाकिस्तान के बालाकोट में इंडियन आर्मी की एयर स्ट्राइक 30 जनवरी को LoC से घुसपैठ करते हुए मारे गए थे आतंकी 30 जनवरी को भी कश्मीर के पुंछ में आतंकियों ने LoC से घुसपैठ की कोशिश की थी। सुरक्षाबलों ने घुसपैठ को नाकाम कर 2 आतंकियों को मार गिराया था। सुरक्षाबलों ने घुसपैठ कर रहे आतंकियों को जब रोका तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी मारे गए थे। हालांकि एक आतंकी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में भाग गया था। जम्मू के सिक्योरिटी स्पोक्सपर्सन ने बताया कि घटना देर शाम की है। आतंकी पुंछ जिले के खारी करमारा इलाके में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। 19 जनवरी को भी हुई थी मुठभेड़ कश्मीर के सोपोर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच 19 जनवरी की शाम को भी मुठभेड़ हुई थी। इस दौरान सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों की घेराबंदी की थी। हालांकि दोनों भागने में कामयाब रहे थे। सुरक्षाबलों को आतंकियों के बारे में इनपुट मिला था। पुलिस ने बताया था कि इनपुट के आधार पर सुरक्षाबल सोपोर के जालोरा गुज्जरपति में सर्च ऑपरेशन कर रहे थे। इसी दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबल के जवानों पर फायरिंग कर दी। काफी देर तक दोनों ओर से फायरिंग के बाद आतंकी भागने में कामयाब रहे। 19 दिसंबर को 5 आतंकियों को ढेर किया था 19 दिसंबर को कुलगाम जिले के कद्देर इलाके में सेना और पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में 5 आतंकियों को ढेर कर दिया था। इनमें हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर फारूक अहमद भट्ट भी शामिल था। मुठभेड़ में 2 जवान घायल हुए थे। जम्मू में जैश और लश्कर का 20 साल पुराना नेटवर्क एक्टिव जम्मू रीजन में सेना ने 20 साल पहले पाकिस्तान परस्त आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के जिस लोकल नेटवर्क को सख्ती से निष्क्रिय कर दिया था, वो पूरी ताकत से फिर एक्टिव हो गया है। पहले ये लोग आतंकियों का सामान ढोने का काम करते थे, अब उन्हें गांवों में ही हथियार, गोला बारूद और खाना-पीना दे रहे हैं। दिसंबर में 25 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया था। उन्होंने पूछताछ में बताया था कि लोकल नेटवर्क जम्मू के 10 में से नौ जिलों राजौरी, पुंछ, रियासी, ऊधमपुर, कठुआ, डोडा, किश्तवाड़, जम्मू और रामबन में जम चुका है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व DGP एसपी वैद्य के मुताबिक, आर्टिकल 370 हटने के बाद से ही पाकिस्तान आर्मी और ISI ने जम्मू को टारगेट करना शुरू कर दिया था। उसने 2 साल में इस नेटवर्क को सक्रिय किया। इन्हीं की मदद से आतंकियों ने 2020 में पुंछ और राजौरी में सेना पर बड़े हमले किए। फिर ऊधमपुर, रियासी, डोडा और कठुआ को निशाने पर लिया। ..................................... भारतीय सेना से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... भारत-पाक बॉर्डर: दैनिक भास्कर के कैमरे में कैद हुई पाकिस्तानी सेना की हरकत; BSF की महिला-बटालियन बोली-24 घंटे निशाने पर रहते हैं दुश्मन राजस्थान से सटा पाकिस्तान बॉर्डर, खाजूवाला की एक चेक पोस्ट पर 26 जनवरी की पूर्व संध्या पर घड़ी में करीब 7 बजे होंगे। घुप अंधेरा हो चुका था। भास्कर टीम बॉर्डर पर तैनात अधिकारियों और जवानों से बातचीत कर रही थी, तभी पाकिस्तान की तरफ से अचानक हलचल हुई। एक गाड़ी तारबंदी की तरफ तेजी से आते दिखाई दी। पूरी खबर पढ़ें...

राजौरी में सेना की गाड़ी पर आतंकी हमला: सुंदरबनी इलाके में LoC के पास घात लगाकर फायरिंग की; एक्स्ट्रा फोर्स भेजी गई
Kharchaa Pani - टीम नीतानागरी द्वारा
राजौरी, जम्मू-कश्मीर में सेना की गाड़ी पर हुई आतंकवादी हमले की एक गंभीर घटना ने पूरे देश में हलचल मचा दी है। सुंदरबनी इलाके में सीमांकन के निकट आतंकियों ने घात लगाकर सेना के वाहन पर फायरिंग की। इस हमले का उद्देश्य स्पष्ट है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि इस हमले में सैन्य कर्मियों को कोई सामरिक नुकसान पहुंचा है या नहीं।
घटना का विवरण
सूत्रों के अनुसार, यह घटना सुबह के समय हुई जब सेना की एक पैट्रोलिंग पार्टी इलाके में गश्त कर रही थी। अचानक आतंकवादियों ने समय का ठीक से उपयाेग करते हुए गाड़ी पर फायरिंग की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धुआं और गोलियों की आवाज ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी। फायरिंग के तुरंत बाद जवानों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जवाबी कार्रवाई की।
एक्स्ट्रा फोर्स की तैनाती
हमले के बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। सेना ने यहाँ सुरक्षा को मजबूत करने और किसी भी संभावित हमले से निपटने के लिए अलर्ट जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य आतंकियों की गतिविधियों पर नजर रखना और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। सेना के उच्च अधिकारियों का कहना है कि वे किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
राजनीतिक दलों ने इस हमले को लेकर चिंता व्यक्त की है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने कहा, "हम हमारी सेना के साथ खड़े हैं और आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी।" वहीं, अन्य नेताओं ने केंद्र सरकार से इस स्थिति का ध्यान रखने और अधिक कदम उठाने का आग्रह किया है।
निष्कर्ष
राजौरी के सुंदरबनी इलाके में सेना की गाड़ी पर आतंकवादियों द्वारा किया गया हमला एक बार फिर इस बात का प्रमाण है कि सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच का संघर्ष खत्म नहीं हुआ है। हालात की गंभीरता को देखते हुए, अतिरिक्त बल तैनाती का निर्णय एक उचित कदम है। लोगों का विश्वास है कि जैसे-जैसे हमारी सेना सक्षम हो रही है, आतंकियों की नकेल कसने में भी सफलता मिलेगी।
इस हमले के बारे में और अधिक जानकारी के लिए, कृपया हमारी वेबसाइट पर कनेक्ट रहें: kharchaapani.com.
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