महाकुंभ में पहली बार राजस्थान की कैबिनेट बैठक:सीएम 115 MLA के साथ पहुंचे, एक्टर राजकुमार ने डुबकी लगाई
महाकुंभ का शनिवार को 27वां दिन है। 13 जनवरी से अब तक 40.68 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। अभी मेला 18 दिन और चलेगा। आज संगम पर श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ रहेगी। रविवार को भी ज्यादा लोगों के आने की संभावना है। इसे देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा प्रयागराज पहुंचे। भजनलाल 10.30 बजे संगम पहुंचेंगे। यहां स्नान करने के बाद हनुमान मंदिर दर्शन करने जाएंगे। इसके बाद 115 विधायकों संग सेक्टर-6 स्थित राजस्थान सरकार पवेलियन पर कैबिनेट मीटिंग करेंगे। इधर, संगम पर श्रद्धालुओं को रुकने नहीं दिया जा रहा। पुलिस स्नान कर चुके लोगों को वहां से निकाल रही है। वाहनों की प्रयागराज शहर में एंट्री हो रही है। महाकुंभ से अखाड़े वापस जाने लगे हैं। इसके लिए नया ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है। कल्पवासी भी घर लौटने लगे हैं। इसके लिए प्रशासन मेला क्षेत्र में वाहनों की एंट्री देगा। 8 फरवरी की रात 8 बजे से 9 फरवरी की सुबह 4 बजे तक वाहनों को एंट्री मिलेगी। कल्पवासियों के वाहनों में ट्रैक्टर से लेकर छोटे वाहनों का ही प्रवेश मान्य होगा। इसके अलावा संस्थाएं और अखाड़े भी अपने वाहनों को मेला क्षेत्र में ला सकते हैं, जिससे मेला क्षेत्र को खाली कर सकें। ऐसे सारे वाहन रात 8 से सुबह 4 बजे तक ही मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं। शुक्रवार को अभिनेता राजकुमार राव ने पत्नी पत्रलेखा के साथ महाकुंभ में डुबकी लगाई। राजकुमार ने कहा- हम 12 साल पहले भी यहां आए थे। वह अनुभव जीवन बदल देने वाला था। महाकुंभ से जुड़े अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए...

महाकुंभ में पहली बार राजस्थान की कैबिनेट बैठक: सीएम 115 MLA के साथ पहुंचे, एक्टर राजकुमार ने डुबकी लगाई
Kharchaa Pani
लेखिका: नेहा शर्मा, टीम नेटानागरी
परिचय
राजस्थान की सांस्कृतिक विशेषता और धार्मिक महत्व को दर्शाते हुए, इस बार महाकुंभ में एक अनोखा नजारा देखने को मिला। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 115 विधायकों के साथ समर्पण भाव से हरिद्वार में कैबिनेट की पहली बैठक का आयोजन किया। वहीं, बॉलीवुड एक्टर राजकुमार राव ने भी इस अवसर पर पवित्र गंगा में डुबकी लगाई। यह कार्यक्रम महाकुंभ के धार्मिक उत्सव के साथ-साथ राजनैतिक सामंजस्य का प्रतीक बन गया है।
कैबिनेट बैठक का महत्व
महाकुंभ के पावन पर्व पर कैबिनेट बैठक का आयोजन गहलोत सरकार की नई दिशा का सूचक है। मुख्यमंत्री ने बताया कि यह बैठक प्रदेश के विकास और कल्याणकारी योजनाओं के लिए की गई है। यहाँ एकत्रित विधायकों ने भी अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं और विकास योजनाओं पर चर्चा की। इस प्रकार के आयोजनों से न केवल धार्मिक समर्पण का अहसास होता है, बल्कि यह सियासी संवाद का भी महत्वपूर्ण माध्यम बनता है।
राजकुमार राव का हिस्सा लेना
राजकुमार राव का महाकुंभ में शामिल होना और गंगा में डुबकी लगाना इस बात का संकेत है कि फिल्म जगत के लोग भी धार्मिकता और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में रुचि रखते हैं। यह न केवल उनके व्यक्तिगत विश्वास का प्रदर्शन है, बल्कि युवाओं को भी यह प्रेरित कर सकता है कि वे अपने धार्मिक पर्वों का महत्व समझें।
राजस्थान का महाकुंभ में योगदान
राजस्थान हमेशा से महाकुंभ जैसे बड़े धार्मिक आयोजनों में सक्रिय रहा है। इस बार, समस्त कैबिनेट द्वारा भागीदारी के माध्यम से न केवल राजस्थान के लोगों का भाग्य संवारने का प्रयास किया गया है, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया गया है कि इस धार्मिक उत्सव में समर्पित भाव से योगदान दिया जाए। इससे प्रदेश के विकास की गति और भी तेज हो जाएगी।
निष्कर्ष
महाकुंभ में कैबिनेट बैठक एक अनूठी घटना है जो न केवल धार्मिक, बल्कि राजनीतिक महत्व को भी प्रदर्शित करती है। इससे न केवल राजस्थान के विकास में मदद मिलेगी, बल्कि यह भारतीय संस्कृति की विविधता का भी प्रतीक है। इस प्रकार के आयोजनों से प्रदेश के नागरिकों को एकजुट होने और अपनी आवाज उठाने का भी अवसर मिलता है। यदि आप महाकुंभ से संबंधित और अधिक जानकारी चाहते हैं, तो यहाँ क्लिक करें।
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