पुणे रेप केस- पीड़िता आरोपी को जानती थी झूठी कहानी:वकील ने कहा- झूठ फैलाया जा रहा कि उसने पैसे लिए और आपसी सहमति से हुआ

पुणे के सरकारी स्वारगेट बस डिपो में खड़ी बस में 25 फरवरी को 26 साल की महिला के साथ रेप हुआ था। इस मामले में मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई के दौरान पीड़िता के वकील ने कहा- महिला के बारे में झूठी कहानियां फैलाई जा रही हैं। कहा जा रहा है कि पीड़िता पहले से आरोपी का जानती थी। उसने उससे पैसे भी लिए थे और सबकुछ दोनों की आपसी सहमति से हुआ था। वकील ने कोर्ट से अनुरोध किया कि ऐसी झूठी कहानियों पर रोक लगाने का आदेश दिया जाए। साथ ही कोर्ट को बताया कि इन सबसे पीड़िता की छवि को खराब किया जा रहा है, जिससे वो मानसिक दबाव में है। आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे की तस्वीर पीड़ित से आरोपी ने कहा था- दीदी कहां जा रही हो घटना के बारे में जानकारी देते हुए पुणे की डिप्टी कमिश्नर स्मार्तना पाटिल ने कहा- 26 साल की महिला घरों में काम करती है। वह अपने गांव जाने के लिए 25 फरवरी सुबह 5 बजे के आसपास बस का इंतजार कर रही थी। आरोपी ने उसे दीदी कहकर पूछा कि कहां जा रही हो? पीड़ित ने बताया कि मुझे अपने गांव जाना है। इसके बाद उसने उसे कहा कि आपकी बस दूसरी जगह खड़ी है। चलो मैं छोड़ देता हूं। पीड़ित बोली- नहीं बस यहीं पर आती है। इस पर आरोपी ने बोला मैं 10 साल से यहां हूं, चलो मैं छोड़ देता हूं। महिला मान गई और उसके साथ बस पार्किंग एरिया की ओर चली गई। युवक उसे शिवशाही बस की ओर इशारा करते हुए अंदर जाने को कहा। बस में रोशनी नहीं थी। इस पर महिला ने झिझकते हुए युवक से पूछा कि - लाइट नहीं जल रही है। युवक ने उससे कहा कि अन्य यात्री सो रहे हैं, इसलिए अंधेरा है। जैसे ही वह बस में चढ़ी आरोपी ने दरवाजा बंद कर दिया और उसके साथ रेप किया। घटना सुबह 5.30 बजे की पुणे पुलिस के मुताबिक पीड़ित घटना के बाद बदहवास दूसरी बस पकड़कर अपने गांव जाने लगी। उससे पहले उसने अपनी एक दोस्त को फोन कर बताया तो उसने पुलिस में शिकायत करने को कहा। घटना सुबह 5.30 बजे की है। CCTV फुटेज में आरोपी महिला से बात करते दिखा है। आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे की पहचान कर ली गई है। उसका क्रिमिनल रिकॉर्ड है। फिलहाल वह फरार है। सूत्रों के मुताबिक घटनास्थल से पुलिस स्टेशन 100 मीटर की दूरी पर है। रेप के बाद गांव भागा था, पुलिस ने वहीं से गिरफ्तार किया रेप की घटना का अंजाम देने के बाद आरोपी पुणे से सब्जी ले जा रहे ट्रक में छिपकर अपने गांव भाग गया। घर पहुंचकर उसने अपने कपड़े और जूते बदले। इसके बाद वह घर से भी निकल गया। गुरुवार देर रात पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया था। आरोपी 12 मार्च तक पुलिस कस्टडी में है। पुलिस को सूत्रों से जानकारी थी कि आरोपी गांव में ही गन्ने के खेतों में छिपा हो सकता है। पुलिस ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से उसकी तलाश कर रही थी। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 13 टीमें बनाई गई थीं। क्राइम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... हैदराबाद में महिला सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सुसाइड किया:6 महीने पहले गोवा में शादी हुई थी; मां बोली- दामाद दहेज के लिए परेशान करता था हैदराबाद में महिला सॉफ्टवेयर इंजीनियर के सुसाइड का मामला सामने आया है। 25 साल की देविका ने रविवार 2 मार्च की रात रायदुर्गम के प्रशांति हिल्स स्थित अपने घर में सीलिंग फैन से फांसी लगाकर जान दे दी। घटना के बाद मृतक देविका की मां ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। जिसमें कहा कि दामाद सतीश शादी के बाद से ही देविका को दहेज के लिए परेशान करता था। इसी से तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली। पूरी खबर पढ़ें...

Mar 5, 2025 - 04:34
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पुणे रेप केस- पीड़िता आरोपी को जानती थी झूठी कहानी:वकील ने कहा- झूठ फैलाया जा रहा कि उसने पैसे लिए और आपसी सहमति से हुआ

पुणे रेप केस- पीड़िता आरोपी को जानती थी झूठी कहानी: वकील ने कहा- झूठ फैलाया जा रहा कि उसने पैसे लिए और आपसी सहमति से हुआ

Kharchaa Pani

लेखिका: सुमिता वर्मा, टीम नेटानागरी

परिचय

पुणे में चल रहे एक रेप केस को लेकर नया मोड़ आया है। पीड़िता के वकील ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग झूठी कहानियाँ फैला रहे हैं, जिसमें कहा जा रहा है कि पीड़िता ने आरोपी से पैसे लिए हैं और यह कोई सहमति में हुआ मामला है। इस विषय को लेकर समाज में हड़कंप मचा हुआ है और लोग इस मामले को नजदीक से देख रहे हैं।

कार्यवाही की पृष्ठभूमि

पुणे में यह मामला तब सामने आया जब एक युवती ने अपने परिजनों के साथ मिलकर शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में बताया गया था कि उसे आरोपी ने जबरदस्ती हिरासत में लिया था। धीरे-धीरे मामला सार्वजनिक होने के बाद से ही विभिन्न पक्षों की प्रतिक्रियाएँ भी सामने आने लगी हैं।

वकील का बयान

पीड़िता के वकील ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह स्पष्ट किया कि जो बातें फैलाई जा रही हैं, वे पूरी तरह से गलत हैं। "पीड़िता आरोपी को जानती थी, लेकिन यह जानने का मतलब यह नहीं कि उसने सहमति दी थी।" उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पीड़िता को बदनाम करने का एक सुनियोजित प्रयास किया है।

सोशल मीडिया पर विवाद

इस मामले के चलते सोशल मीडिया पर भी बहस गर्मा गई है। कुछ लोग पीड़िता का समर्थन कर रहे हैं, जबकि कुछ इसे केवल एक कहानी मान रहे हैं। वकील ने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में समाज की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है और समाज को न्यायिक प्रक्रिया में विश्वास रखना चाहिए।

निष्कर्ष

यह मामला न केवल पुणे बल्कि पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार पर सवाल उठाता है। जब कोई युवा महिला इस तरह की स्थिति का सामना करती है तो हमें समाज के रूप में उसके साथ खड़ा होना चाहिए। हमें सच को सामने लाने और नासमझी या भ्रांतियों को खत्म करने के लिए मिलकर काम करना होगा।

इस केस की ताजा जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहें। अधिक अपडेट पाने के लिए, kharchaapani.com पर जाएँ।

Keywords

Pune rape case, victim knows accused, false narrative, lawyer statement, consent claims, women's rights, social media debate, justice system.

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