स्टारलिंक की एंट्री से पहले केंद्र ने शर्तें रखीं:एक हफ्ते में भारत का गोल्ड रिजर्व ₹8,700 करोड़ बढ़कर ₹6.46 लाख करोड़ हुआ
कल की बड़ी खबर इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स से जुड़ी रही। कंपनी भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने वाली है। इसके पहले केंद्र सरकार ने शटडाउन कंट्रोल के लिए देश में ही कंट्रोल सेंटर बनाने जैसी कई मांगें रखी हैं। वहीं, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 28 फरवरी से 7 मार्च के बीच एक हफ्ते में 15.26 बिलियन डॉलर (₹1.33 लाख करोड़) बढ़कर 653.97 बिलियन डॉलर (करीब ₹56.86 लाख करोड़) पर पहुंच गया है। कल की बड़ी खबरों से पहले आज की सुर्खियां, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें पढ़ें... 1. स्टारलिंक की एंट्री से पहले केंद्र ने शर्तें रखीं: भारत में कंट्रोल सेंटर बनाना जरूरी, सुरक्षा एजेंसियों को कॉल इंटरसेप्शन की परमिशन देनी होगी इलॉन मस्क की स्टारलिंक कंपनी भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने वाली है। इसके पहले केंद्र सरकार ने स्टारलिंक के सामने कुछ शर्तें रखी हैं। सरकार की मांग है कि शटडाउन कंट्रोल के लिए देश में ही कंट्रोल सेंटर बनाया जाए। यानी अगर कभी इस सर्विस को बंद करना हो तो इसके लिए कंट्रोल सेंटर भारत में ही हो। साथ ही डेटा सिक्योरिटी के लिए सुरक्षा एजेंसियों को ये सुविधा दी जाए कि वो कॉल इंटरसेप्ट यानी डेटा की निगरानी कर सकें। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 2. भारत का विदेशी मुद्रा भंडार ₹1.33 लाख करोड़ बढ़ा: एक हफ्ते में ₹56.86 लाख करोड़ पर पहुंचा, गोल्ड रिजर्व ₹8,700 करोड़ बढ़कर ₹6.46 लाख करोड़ हुआ भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 7 मार्च को समाप्त हुए सप्ताह (28 फरवरी से 7 मार्च तक) में 15.26 बिलियन डॉलर (₹1.33 लाख करोड़) बढ़कर 653.97 बिलियन डॉलर (करीब ₹56.86 लाख करोड़) पर पहुंच गया है। इससे पहले यानी 21 फरवरी से 28 फरवरी वाले सप्ताह में 15 हजार करोड़ घटकर 55.53 लाख करोड़ रुपए रह गया था। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 3. LG इंडिया ₹15,000 करोड़ का IPO लाएगी: सेबी ने अप्रूवल दिया; देश के टॉप-5 IPO में से एक होगा साउथ कोरिया की LG इलेक्ट्रॉनिक्स जल्द ही अपनी भारतीय यूनिट का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी, IPO लाने वाली है। मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी, SEBI ने LG के ड्राफ्ट पेपर्स को अप्रूवल दे दिया है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 4. होली के रंग में रंग गई कार और बाइक: व्हीकल वॉश शैंपू से साफ होंगे रंगों के धब्बे, हार्ड डिटर्जेंट से बचें पेंट खराब हो सकता है आज रंगों का त्योहार होली है। एक समय था, जब लोग फूलों की पंखुड़ियों, टेसू के फूलों से बने रंग और गुलाल से होली खेलते थे। अब बाजार में केमिकल वाले रंगों का चलन बढ़ गया है। इन रंगों में मौजूद केमिकल्स हमारी सेहत के लिए तो नुकसानदायक होते ही हैं, साथ ही आपकी गाड़ी (कार, बाइक या स्कूटर) के कलर को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... कल दुनिया के टॉप-10 सबसे अमीर कौन रहे यह भी देख लीजिए... होली के अवसर पर कल शेयर बाजार बंद था तो गुरुवार के मार्केट और सोने-चांदी का हाल जान लीजिए... पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर की लेटेस्ट कीमत जान लीजिए...

स्टारलिंक की एंट्री से पहले केंद्र ने शर्तें रखीं: एक हफ्ते में भारत का गोल्ड रिजर्व ₹8,700 करोड़ बढ़कर ₹6.46 लाख करोड़ हुआ
Kharchaa Pani
लेखक: सुमिता रॉय, नेहा चक्रवर्ती, टीम नेतानागरी
परिचय
भारत में गोल्ड रिजर्व की स्थिति एक महत्वपूर्ण आर्थिक गतिविधि का संकेत देती है, जिसमें हालिया वृद्धि ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है। इस लेख में, हम चर्चा करेंगे कि स्टारलिंक के आगमन के पहले केंद्र द्वारा रखी गई शर्तें क्या हैं और कैसे एक ही हफ्ते में भारत का गोल्ड रिजर्व ₹8,700 करोड़ बढ़कर ₹6.46 लाख करोड़ हुआ है।
स्टारलिंक की एंट्री और केंद्र की शर्तें
स्टारलिंक, जो स्पेसएक्स का एक उपग्रह इंटरनेट प्रोजेक्ट है, भारत में अपनी सेवाओं की पेशकश करने के लिए तैयार है। लेकिन इससे पहले, केंद्र ने कुछ शर्तें रखी हैं, जो इस प्रोजेक्ट की प्रगति में बाधा डाल सकती हैं। ये शर्तें तकनीकी मानकों से लेकर डेटा सुरक्षा तक फैली हुई हैं। केंद्र का मकसद यह है कि जब भी अंतरिक्ष की सेवाओं का उपयोग किया जाए, तो उसे राष्ट्रीय सुरक्षा और नागरिकों की गोपनीयता को ध्यान में रखकर ही किया जाए।
गोल्ड रिजर्व में वृद्धि
इस बीच, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सूचित किया है कि भारत का गोल्ड रिजर्व एक हफ्ते में ₹8,700 करोड़ की बढ़ोतरी के साथ ₹6.46 लाख करोड़ तक पहुँच गया है। इसकी मुख्य वजह वैश्विक बाजारों में सोने की कीमतों में वृद्धि और निवेशकों का सोने के प्रति आकर्षण होना है। भारत में सोने का बढ़ता मूल्य आर्थिक मजबूती का प्रतीक है।
आर्थिक संकेत और बाजार प्रभाव
गोल्ड रिजर्व की इस वृद्धि से भारतीय अर्थव्यवस्था में स्थिरता का संकेत मिलता है। निवेशकों के लिए सोना हमेशा एक सुरक्षित विकल्प रहा है, खासकर वैश्विक अस्थिरता के समय। इस वृद्धि का असर स्थानीय बाजारों में भी देखा गया है, जहाँ सोने की मांग में वृद्धि हुई है।
निष्कर्ष
स्टारलिंक की एंट्री और भारत के गोल्ड रिजर्व में एक साथ हो रही बदलावों पर ध्यान देना आवश्यक है। दोनों ही घटनाएँ भारतीय अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं। आर्थिक वृद्धि को दृष्टिगत रखते हुए, यहाँ तक कि केंद्रीय शर्तें भी नए दौर की आवश्यकताओं को स्पष्ट करती हैं। हमें इन घटनाओं के विकास पर नज़र रखनी होगी।
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