शेयर बाजार में इस हफ्ते तेजी का अनुमान:रिटेल महंगाई से लेकर दिल्ली में नई सरकार जैसे 5 फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल

शेयर बाजार में इस हफ्ते तेजी का अनुमान है। रिटेल और थोक महंगाई के आंकड़ों से लेकर इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन औपर फॉरेन इन्वेस्टमेंट जैसे फैक्टर्स पर बाजार की नजर रहेगी। शनिवार को आए दिल्ली चुनाव के नतीजों के बाद सोमवार को बाजार ऊपर खुल सकता है। 5 फैक्टर्स जो इस हफ्ते बाजार की चाल तय करेंगे... 1. रिटेल और थोक महंगाई: जनवरी महीने के रिटेल महंगाई के आंकड़े 12 फरवरी को जारी किए जाएंगे, जिस पर बाजार की नजर रहेगी। खाने-पीने की चीजें सस्ती होने से दिसंबर में रिटेल महंगाई दर 4 महीने के निचले स्तर 5.22% पर आ गई थी। नवंबर में महंगाई दर 5.48% पर थी। जनवरी महीने के थोक महंगाई के आंकड़े 14 फरवरी को जारी होंगे। दिसंबर महीने में थोक महंगाई बढ़कर 2.37% पर पहुंच गई थी। इससे पहले नवंबर में ये 1.89% पर थी। आलू, प्याज, अंडे, मांस-मछली और फलों की थोक में कीमतें बढ़ीं थी। 2. इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन डेटा: IIP डेटा 12 फरवरी को रिलीज होगा। नवंबर में आईआईपी बढ़कर छह महीने के उच्चतम स्तर 5.2% पर पहुंच गया था। अक्टूबर में यह 3.7% था। IIP बढ़ने का कारण मैन्युफैक्चरिंग, कैपिटल गुड्स और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में तेजी के साथ फेवरेबल बेस इफेक्ट था। आईआईपी में 78% हिस्सेदारी मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ही है। मैन्युफैक्चरिंग, यानी उद्योगों में जो बनता है, जैसे गाड़ी, कपड़ा, स्टील, सीमेंट जैसी चीजें। नवंबर में मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ आठ महीने के उच्चतम स्तर 5.8% पर पहुंच गई थी। अक्टूबर में यह 4.4% और नवंबर 2023 में 1.3% थी। 3. दिल्ली में बीजेपी सरकार: दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के रिजल्ट शनिवार को आए। भाजपा ने 26 साल बाद स्पष्ट बहुमत हासिल किया। भाजपा ने 48 और आम आदमी पार्टी (AAP) ने 22 सीटें जीतीं। बीजेपी की जीत से बाजार में पॉजिटिव माहौल है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट वी के विजयकुमार के मुताबिक बेहतरीन बजट और ब्याज दरों में कटौती से बाजार के सेंटीमेंट धीरे-धीरे सुधर रहे हैं। वहीं दिल्ली चुनाव में भाजपा की जीत से शॉर्ट टर्म में बाजार पर पॉजिटिव इम्पैक्ट होने की संभावना है। 4. घरेलू और विदेशी निवेशक: कैश सेगमेंट में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII's) ने इस महीने अभी तक 10,179.40 करोड़ रुपए की बिकवाली की है। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों DII's ने इस दौरान 7,274.05 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। इससे पहले जनवरी महीने में कैश सेगमेंट में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 87,374.66 करोड़ रुपए की बिकवाली की। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने इस दौरान 86,591.80 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। विदेशी निवेशक लगातार 4 महीने से नेट सेलर बने हुए हैं। 5. IPO और लिस्टिंग: मेनबोर्ड सेगमेंट में, अजाक्स इंजीनियरिंग, हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज और क्वालिटी पावर सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाले हैं।

Feb 9, 2025 - 15:34
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शेयर बाजार में इस हफ्ते तेजी का अनुमान:रिटेल महंगाई से लेकर दिल्ली में नई सरकार जैसे 5 फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल
शेयर बाजार में इस हफ्ते तेजी का अनुमान है। रिटेल और थोक महंगाई के आंकड़ों से लेकर इंडस्ट्रियल प्र

शेयर बाजार में इस हफ्ते तेजी का अनुमान: रिटेल महंगाई से लेकर दिल्ली में नई सरकार जैसे 5 फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल

Kharchaa Pani - यह सप्ताह शेयर बाजार के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। रिटेल महंगाई, मौद्रिक नीति में संभावित बदलाव और दिल्ली में नई सरकार जैसे विभिन्न फैक्टर इस बाजार की चाल को प्रभावित कर सकते हैं। इस लेख में हम ऐसे पांच प्रमुख फैक्टर्स का विश्लेषण करेंगे जो इस हफ्ते शेयर बाजार की दिशा तय करेंगे। लेख को हमारी टीम नीतानागरी के द्वारा लिखा गया है।

1. रिटेल महंगाई के आंकड़े

रिटेल महंगाई एक महत्वपूर्ण आर्थिक संकेतक है, जो उपभोक्ता कीमतों की स्थिरता को दर्शाता है। अगर रिटेल महंगाई दर में कुछ वृद्धि होती है, तो यह संभावित रूप से बाजार में नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। विश्लेषकों का मानना है कि इस हफ्ते आने वाले आंकड़े निवेशकों की धारणा को प्रभावित करेंगे।

2. मौद्रिक नीति में बदलाव की संभावना

आरबीआई द्वारा मौद्रिक नीति की समीक्षा होने वाली है। अगर ब्याज दरों में कटौती का निर्णय लिया जाता है, तो इससे बाजार में धन की उपलब्धता बढ़ेगी। यह स्थिति शेयर बाजार में तेजी को प्रोत्साहित कर सकती है। इस विषय पर विशेषज्ञों की नजरें टिकी हुई हैं।

3. वैश्विक बाजारों का प्रभाव

वैश्विक बाजारों की स्थिति भी भारतीय शेयर बाजार को प्रभावित करती है। अमेरिका, यूरोप और एशिया के बाजारों में हो रही गतिविधियों का असर भारत पर भी पड़ सकता है। इस सप्ताह के अंतरराष्ट्रीय संकेतकों पर ध्यान देना आवश्यक होगा।

4. दिल्ली में नई सरकार का गठन

दिल्ली में नई सरकार का गठन होने से भारतीय शेयर बाजार में सकारात्मक माहौल बन सकता है। नए आर्थिक नीतियों और विकास योजनाओं की घोषणा से निवेशकों का भरोसा बढ़ सकता है।

5. वित्तीय रिपोर्ट्स का प्रभाव

इस हफ्ते कई प्रमुख कंपनियों के तिमाही परिणाम भी पेश होंगे। इन रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनियों का प्रदर्शन निवेशकों के निर्णय को प्रभावित करेगा। अच्छे प्रदर्शन वाले शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है।

निष्कर्ष

इस हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में तेजी की संभावनाओं को समझने के लिए उपरोक्त पांच फैक्टर्स का विश्लेषण करना महत्वपूर्ण है। बाजार के संकेतकों को देखते हुए, निवेशकों को समझदारी से निर्णय लेना चाहिए। अगर आप बाजार की चाल को बेहतर तरीके से समझना चाहते हैं, तो अधिक अपडेट के लिए kharchaapani.com पर जाएं।

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