रेप केस में फंसे बिश्नोई महासभा प्रधान कोर्ट पहुंचे:वकील बोला- उन्हें पार्किंसन की बीमारी, वह संबंध नहीं बना सकते; आज फिर सुनवाई
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के प्रधान देवेंद्र बूड़िया रेप केस दर्ज होने के बाद अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट पहुंच गए हैं। उन्होंंने हिसार के सेशन कोर्ट में अपने वकील के जरिए अपनी बात पहुंचाई। उनके वकील पवन रापड़िया ने कोर्ट में कहा है कि रेप के आरोप राजनीति से प्रेरित हैं, झूठे हैं। वकील ने तर्क दिया कि बूड़िया को पार्किंसन की बीमारी है। 14 साल से उनका इलाज चल रहा है। वह ठीक से खड़े नहीं हो सकते, हाथ-पैर कांपते हैं। साथ ही उनकी सेक्स पावर कमजोर है। कोर्ट चाहे तो उनकी सेक्स पावर का टेस्ट करवा ले। वह इंटरनल पॉलिटिक्स का शिकार हो रहे हैं। इस मामले में आज कोर्ट में फिर सुनवाई होगी। ये हैं कोर्ट में दी गईं वकील की 4 दलीलें... 1. कुलदीप बिश्नोई को हटाने की दुश्मनी निकाली जा रही देवेंद्र बूड़िया पर रेप मामले में गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने हिसार सेशन कोर्ट में जमानत याचिका लगाई है। कोर्ट अब इस मामले में 5 फरवरी यानी आज फिर सुनवाई करेगी। कोर्ट में बूड़िया के वकील पवन रापड़िया ने बूड़िया की ओर से पक्ष रखा। वकील ने बताया कि रेप पीड़िता के आरोप झूठे हैं। बूड़िया समाज की इंटरनल पॉलिटिक्स के शिकार हैं। महासभा में प्रधान के पद पर रहते हुए बूड़िया ने कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक के पद से हटा दिया था और बिश्नोई रत्न वापस ले लिया था। इसकी दुश्मनी निकाली जा रही है। 2. FIR में जिन जगहों का जिक्र, वहां बूड़िया ठहरे ही नहीं वकील ने बताया कि पीड़िता ने FIR में रेप की जिन जगहों का नाम लिया है, वहां के एंट्री रजिस्ट्रर चेक किए जा सकते हैं। देवेंद्र बूड़िया कभी रात को चंडीगढ़ में होटल हयात में ठहरे ही नहीं। वहीं, जयपुर में जिस फ्लैट का जिक्र है, वह समाज की धर्मशाला है, जहां हर व्यक्ति की कमरा लेते समय एंट्री होती है। वकील ने कहा कि बूड़िया ने गरीब लड़की होने के नाते उसकी मदद की, लेकिन बूड़िया को राजनीति के तहत फंसाया जा रहा है। 3. बूड़िया को पार्किंसन की बीमारी, वह सेक्स नहीं कर सकते वकील का कहना है कि देवेंद्र बूड़िया को 2011 से पार्किंसन की बीमारी है। उनके हाथ-पांव कांपते हैं। यहां तक कि वह ठीक से खड़े नहीं हो सकते। 2011 में बूड़िया का मुंबई में इलाज चला। इसके बाद गुरुग्राम में उनका इलाज चल रहा है। उनकी सेक्स पावर कमजोर है। उनका आधा शरीर काम नहीं करता। कोर्ट चाहे तो उनका सेक्स पावर टेस्ट करवा सकता है। 4. लड़की की हमेशा मदद की, उसने राजनीतिक दबाव में FIR करवाई पवन रापड़िया ने बताया कि बूड़िया ने लड़की की मदद इसलिए की, क्योंकि आदमपुर में उनका बेटा शादीशुदा है और आदमपुर में ही लड़की के परिवार वालों ने उनसे मदद मांगी थी। लड़की की तब से वह मदद कर रहे हैं। जब भी लड़की ने मदद के लिए पैसे मांगे, उसे आर्थिक सहायता दी। कभी पढ़ाई के नाम पर तो कभी एडमिशन के नाम पर। वकील का कहना है कि लड़की ही देवेंद्र बूड़िया को बार-बार फोन कर मदद मांगती थी। उसने मैसेज भी भेजे हैं, जिसमें कहा है कि अंकल प्लीज 10 हजार रुपए दे दो। लड़की ने राजनीतिक दबाव में आकर FIR दर्ज करवाई है। हिसार पुलिस देवेंद्र बूड़िया की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही बता दें कि हिसार पुलिस राजस्थान के जोधपुर में रहने वाले देवेंद्र बूड़िया की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। वह बूड़िया को पकड़ने के लिए जोधपुर गई थी, तब बूड़िया अंडर ग्राउंड हो गए थे। इसके बाद आज हिसार कोर्ट में बूड़िया ने अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी। यह था पूरा मामला... बूड़िया ने मदद का भरोसा दिलाया था बता दें कि एक युवती ने मंडी आदमपुर थाने में केस दर्ज करवाया था, जिसमें उसने 2022 में विदेश जाने की बात अपने घरवालों को बताई। 2023 में उसके पिता ने बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया से मिलवाया। बूड़िया ने भरोसा दिलाया कि वह उसकी मदद करेगा और उसे चंडीगढ़ में आइलेट्स (IELTS) का कोर्स करने के लिए बुलाया। युवती ने चंडीगढ़ और जयपुर में रेप का आरोप लगाया युवती का आरोप है कि फरवरी 2024 में बूड़िया ने चंडीगढ़ के एक होटल में नशे में रेप किया और इसका वीडियो भी बनाया। विरोध करने पर उसे वेश्यावृत्ति के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। युवती ने शिकायत में बताया कि जून 2024 में बूड़िया ने उसे जयपुर बुलाया और एक पीजी में ठहराया। वहां अगस्त 2024 में वह अपने पीए के जरिए उसे सिविल लाइंस स्थित फ्लैट पर ले गया और उसके साथ फिर रेप किया। विरोध करने पर उसने पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। बॉलीवुड एक्टर सलमान खान से संबंध बताए युवती ने आरोप लगाया था कि बूड़िया ने कहा कि उसके बॉलीवुड एक्टर सलमान खान से अच्छे संबंध हैं और वह उसे स्टार बना सकता है। सितंबर 2024 में उसने फिर जयपुर में उसके साथ रेप किया। नवंबर 2024 में युवती आदमपुर लौट आई, लेकिन बूड़िया उसे लगातार फोन कर परेशान करता रहा और धमकियां देता रहा। ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ यह खबर भी पढ़ें... रेप केस में फंसे बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंडरग्राउंड:मोबाइल भी स्विच ऑफ; आदमपुर थाने में नहीं आए, हरियाणा पुलिस तलाश में जोधपुर पहुंची हिसार की युवती के रेप केस में फंसे अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया अंडरग्राउंड हो गए हैं। उनके मोबाइल भी स्विच ऑफ हैं। 25 जनवरी को केस दर्ज होने के 4 दिन बाद 29 जनवरी से वह सोशल मीडिया पर भी एक्टिव नहीं हैं। पूरी खबर पढ़ें...

रेप केस में फंसे बिश्नोई महासभा प्रधान कोर्ट पहुंचे: वकील बोला- उन्हें पार्किंसन की बीमारी, वह संबंध नहीं बना सकते; आज फिर सुनवाई
Kharchaa Pani
लेखकों की टीम: नीतिका शर्मा, प्रिया रस्तोगी
परिचय
हाल ही में बिश्नोई महासभा के प्रधान के खिलाफ एक रेप के मामले में सुनवाई को लेकर हलचल मच गई है। कोर्ट में पहुंचने के बाद उनके वकील ने स्ट्रोक का दावा करते हुए कहा कि उनके क्लाइंट पार्किंसन की बीमारी से पीड़ित हैं, जिससे वह किसी भी प्रकार के संबंध बनाने की स्थिति में नहीं हैं। आज की सुनवाई इस मामले के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।
बिश्नोई महासभा प्रमुख का सफर
इस मामले ने सामाजिक और राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा पैदा की है। बिश्नोई महासभा के प्रधान, जिन्हें इस शिकायत का सामना करना पड़ा है, पहले से ही विभिन्न सामुदायिक गतिविधियों और नेतृत्व के लिए जाने जाते हैं। परंतु, अब उनका नाम विवाद में फंसने के कारण उनके समर्थक और विरोधी दोनों की निगाहें उन पर हैं। वकील ने कहा कि उनकी स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखते हुए मामले को समझा जाए।
कानूनी प्रक्रिया और सुनवाई
कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान वकील ने अपनी दलील प्रस्तुत की कि उनके क्लाइंट का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों की स्थिति का सामना करने में बाधा डालता है। पार्किंसन की बीमारी को लेकर उनकी दलीलें सुनवाई के दौरान अपने आप में एक नया मोड़ रहीं। मामला गंभीर है और इसका कानूनी और सामाजिक दोनों पर प्रभाव पड़ेगा।
मामले की जटिलता
इस प्रकार के मामलों में आमतौर पर जटिलता होती है, क्योंकि इसमें न केवल शिकायतकर्ता की आवाज़ होनी चाहिए, बल्कि आरोपी की स्थिति का भी मूल्यांकन किया जाना चाहिए। कोर्ट में आज की सुनवाई इस मामले की जटिलताओं को स्पष्ट करेगी। क्या बिश्नोई महासभा का यह प्रधान अपने ऊपर लगे आरोपों से बरी हो पाएंगे? यह सवाल सभी के मन में है।
निष्कर्ष
रेप केस को लेकर हुई यह सुनवाई न केवल आरोपी की जिंदगी को प्रभावित करेगी बल्कि समाज में इस मुद्दे की गहराई को भी उजागर करेगी। आज की सुनवाई का फैसला कई लोगों की जिंदगी पर असर डाल सकता है। सभी की नजरें कोर्ट के फैसले पर रहेंगी।
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