दिल्ली CM से LG बोले-आपको गंगा मैया का श्राप लगा:आतिशी से कहा- आपके बॉस केजरीवाल को चेताया था, उन्होंने यमुना सफाई प्रोजेक्ट रोका
दिल्ली के LG विनय कुमार सक्सेना ने मुख्यमंत्री आतिशी से कहा है कि आपको यमुना मैया का श्राप लगा है, इसलिए आपकी पार्टी चुनाव हारी। सूत्रों के मुताबिक LG ने ये बातें 9 जनवरी को तब कहा था, जब आतिशी दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने उनके पास गई थीं। सूत्रों के मुताबिक, LG सक्सेना ने आतिशी से कहा कि, उन्होंने उनके बॉस अरविंद केजरीवाल को 'यमुना के श्राप' के बारे में चेतावनी दी थी, क्योंकि उन्होंने नदी की सफाई के लिए एक परियोजना को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई थी। LG हाउस के सूत्रों के अनुसार, आतिशी ने LG की टिप्पणी का जवाब नहीं दिया। 2 साल पुराना विवाद जनवरी, 2023 में यमुना का प्रदूषण कम करने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने LG की अध्यक्षता में एक हाई लेवल कमेटी बनाई थी। जैसे ही कमेटी ने अपना काम शुरू किया, केजरीवाल ने अपना समर्थन जताया और सहायता की पेशकश की। हालांकि बाद में दिल्ली सरकार ने NGT के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। दिल्ली सरकार के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने तर्क दिया कि एक डोमेन एक्सपर्ट को पैनल का नेतृत्व करना चाहिए। कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। यह रोक 2 साल से अधिक समय से बरकरार है।

दिल्ली CM से LG बोले-आपको गंगा मैया का श्राप लगा: आतिशी से कहा- आपके बॉस केजरीवाल को चेताया था, उन्होंने यमुना सफाई प्रोजेक्ट रोका
Kharchaa Pani
लेखक: सुषमा शर्मा, राधिका तिवारी, टीम नेतानागरी
परिचय
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के बीच हाल ही में हुई एक तीखी बहस ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। उपराज्यपाल ने सीधा केजरीवाल को गंगा मैया का श्राप देते हुए कहा कि उन्होंने यमुना सफाई प्रोजेक्ट को रोक दिया है, जिससे जलवायु और प्रदूषण को लेकर चिंता और बढ़ गई है।
विवाद का केंद्र
यह मामला तब शुरू हुआ जब उपराज्यपाल ने आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी से बातचीत के दौरान कहा कि उन्हें सीधा चेतावनी दी गई थी कि यदि यमुना सफाई प्रोजेक्ट को रोका गया, तो इसके दुष्परिणाम भोगने होंगे। उन्होंने कहा, "आपके बॉस केजरीवाल को मैंने पहले ही चेतावनी दी थी, पर वे सुनने को तैयार नहीं थे।"
यमुना सफाई प्रोजेक्ट का महत्व
यमुना नदी के मामले में दिल्ली सरकार का यह प्रोजेक्ट समय की सबसे बड़ी जरूरत है। पिछले कई वर्षों से यमुना प्रदूषण की समस्या ने खासकर दिल्ली के निवासियों को प्रभावित किया है। शोध दर्शाते हैं कि यमुना में गिरने वाले गंदे नालों और कचरे के कारण जल प्रदूषण से कई रोग फैल रहे हैं। जब उपराज्यपाल ने यमुना सफाई प्रोजेक्ट को लेकर मुख्यमंत्री की नीति पर सवाल उठाए तो यह चर्चा और भी गर्म हो गई।
राजनीतिक बयानबाजी
इस विवाद के पीछे राजनीतिक स्वार्थ भी छिपा है। केजरीवाल ने इससे पहले कई बार कहा है कि उपराज्यपाल उनकी सरकार के कामों में हस्तक्षेप कर रहे हैं। इस बार उनके बयान ने एक बार फिर दोनों पक्षों में टकराव की स्थिति पैदा कर दी है। इससे पहले भी कई मुद्दों पर दोनों के बीच मतभेद रहे हैं।
नागरिकों की राय
इस घटना ने आम नागरिकों में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। लोग सोच रहे हैं कि यदि मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल के बीच यह विवाद यूं ही चलता रहा, तो उसके दुष्प्रभाव दिल्ली के विकास पर पड़ेगा। यमुना सफाई और प्रदूषण को लेकर जनता ने एक स्वर से इन दोनों नेताओं से समाधान की मांग की है।
निष्कर्ष
Delhi की राजनीतिक स्थिति ने एक बार फिर हमें यह दिखा दिया है कि सरकार और प्रशासन के बीच तालमेल न होना कितना खतरनाक हो सकता है। यमुना नदी की सफाई एक गंभीर मुद्दा है, और उम्मीद है कि इस विवाद का समाधान जल्दी ही निकलेगा।
फिलहाल, यह देखना दिलचस्प होगा कि CM केजरीवाल और LG विनय सक्सेना के बीच संवाद कैसे प्रभावित होगा। दिल्ली वालों की उम्मीदें अब इन नेताओं पर टिकी हैं।
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