रितेश अग्रवाल बोले- OYO की शुरुआत भगवान ने करवाई:होटल बिजनेस शुरू करने का विचार पिछले कुंभ में आया; संगम में डुबकी लगाई
देश की पॉपुलर होटल चेन कंपनी OYO रूम्स के फाउंडर रितेश अग्रवाल मंगलवार को अपने बेटे आर्यन के साथ महाकुंभ पहुंचे। वहां उन्होंने संगम में डुबकी लगाई। इसके बाद रितेश ने इंस्टाग्राम और X पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने कुंभ के अपने पुराने एक्सपीरियंस शेयर किए और OYO के शुरुआत की कहानी बताई। उन्होंने कहा कि OYO की शुरुआत भगवान ने करवाई है। सैकड़ों लोग अब महाकुंभ की यात्रा के दौरान OYO के कमरों में ठहर रहे हैं। आज यानी बुधवार (26 फरवरी) के दिन महाशिवरात्रि के अवसर पर आखिरी अमृत स्नान किया जा रहा है, इसके साथ ही दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन का समापन हो जाएगा। रितेश बोले- पिछली बार आया तो रिश्तेदार के यहां रुका रितेश ने कहा, 'मेरे लिए महाकुंभ बहुत पर्सनल एक्सपीरियंस है। मैं पिछली बार जब आया था तो किसी रिश्तेदार के यहां रुका था। तब मुझे लगा कि एक होटल में रुकता तो अच्छा होता। तब से मेरे मन में हो गया कि किसी होटल या अकोमोडेशन के बिजनेस पर काम करें। आज इतने सालों बाद, इस साल के महाकुंभ मेला में जब बहुत लोग हमारे साथ (हमारे होटल रूम्स में) ठहर रहे हैं। मुझे लग रहा है भगवान जी ने मुझसे ये काम करवाया है।' 2013 में शुरू हुई थी कंपनी, 2024 में पहली बार मुनाफा OYO की शुरुआत 2013 में रितेश अग्रवाल ने की थी। तब कंपनी ने सस्ते होटल्स को टारगेट किया। ये होटल वालों के पास जाते थे और उन्हें अपने साथ जोड़ते थे। इसके बाद वो होटल की ब्रांडिंग, मार्केटिंग, टेक्नोलॉजी सपोर्ट, कस्टमर मैनेजमेंट और उसके लुक एंड फील पर काम करते थे। इससे होटल का बिजनेस 2 गुना तक बढ़ जाता था। OYO को पहली बार वित्त वर्ष 2024 में मुनाफा हुआ था। ---------------------------- ये खबर भी पढ़ें... OYO को वित्त वर्ष 2024 में 100 करोड़ का मुनाफा: पहली बार मुनाफे में आई कंपनी, रितेश अग्रवाल बोले- हमारे पास लगभग ₹1000 करोड़ का कैश बैलेंस ऑनलाइन होटल बुकिंग कंपनी OYO को पहली बार किसी वित्त वर्ष में मुनाफा हासिल हुआ है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 100 करोड़ रुपए रहा। कंपनी के फाउंडर रितेश अग्रवाल ने बीते दिन यह जानकारी दी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

रितेश अग्रवाल बोले- OYO की शुरुआत भगवान ने करवाई: होटल बिजनेस शुरू करने का विचार पिछले कुंभ में आया; संगम में डुबकी लगाई
Kharchaa Pani | लेखिका: प्रिया शर्मा, सुनिता यादव, टीम नेटानागरी
OYO रूम्स के संस्थापक रितेश अग्रवाल ने हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा कि उनकी होटल व्यवसाय की शुरुआत में भगवान का हाथ था। उनका कहना है कि पिछले कुंभ मेले के दौरान संगम में डुबकी लगाने के बाद उनके मन में होटल बिजनेस शुरू करने का विचार आया। इस बयान ने न केवल उन्हें बल्कि OYO की सफलता की कहानी को भी एक नई दिशा दी है।
कुंभ में मिली प्रेरणा
रितेश अग्रवाल ने कहा कि कुंभ मेले के दौरान उन्होंने एक साधारण सी बात को महसूस किया। संगम में डुबकी लगाने के बाद उन्हें यह समझ आया कि देश में यात्रियों के लिए ठहरने की उचित व्यवस्था का अभाव है। यह विचार उनके दिमाग में गहराई तक बैठ गया और यहीं से OYO की नींव रखी गई।
OYO की यात्रा का सफर
OYO ने 2013 में अपने सफर की शुरुआत की और आज यह एक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड बन चुका है। रितेश अग्रवाल के अनुसार, OYO का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को किफायती और सुविधाजनक ठहरने का अनुभव प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि उनकी टीम ने अपने शुरुआती दिनों में तमाम चुनौतियों का सामना किया लेकिन हर कदम पर उन्होंने भगवान का आशीर्वाद महूसूस किया।
OYO का योगदान
OYO ने न केवल होटल उद्योग में क्रांति लाई है, बल्कि इसने लाखों लोगों को रोजगार भी दिया है। रितेश ने बताया कि उनकी टीम में अधिकतर लोग युवा हैं, जो अपनी प्रतिभा और मेहनत के जरिए OYO की वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उनका कहना है कि एक सही दिशा में की गई मेहनत हमेशा फलदायी होती है।
अगले कदम
रितेश अग्रवाल ने यह भी कहा कि OYO के भविष्य की योजनाओं में तकनीकी विकास और नए बाजारों में विस्तार शामिल है। वे चाहते हैं कि OYO अपने ग्राहक को बेहतर अनुभव दे सके, जिसके लिए नई सुविधाएँ और सेवाएँ जोड़ने का योजनाबद्ध करते रहेंगे।
निष्कर्ष
OYO की कहानी सिर्फ एक बिजनेस की शुरुआत नहीं बल्कि एक भारतीय युवा की सफलता की कहानी है, जिसने अपने व्यवसाय को भगवान के आशीर्वाद से जोड़ा है। रितेश अग्रवाल का यह बयान न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह यह दर्शाता है कि यदि हम अपने लक्ष्यों के प्रति ईमानदार और श्रद्धालु रहें, तो सफलता अवश्य मिलती है।
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