​​​​​​​महाकुंभ के कारण चार राज्यों की 46 ट्रेनें कैंसिल कीं:रेलवे इनके रेक उपयोग स्पेशल ट्रेनों में कर रहा, मेला खत्म होने में सात दिन बचे

प्रयागराज महाकुंभ खत्म होने में अब सिर्फ 7 दिन बचे हैं। 38 दिनों में कुल 55.56 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई है। रेलवे ने महाकुंभ के चलते विभिन्न राज्यों से प्रयागराज जाने वाली 46 ट्रेनें कैंसिल कर दी हैं। राजस्थान से 10, हरियाणा से 4, मप्र होकर जाने वाली 16 और बिहार से जाने वाली 16 ट्रेनें कैंसिल कर दी हैं। इसके अलावा कई ट्रेनों के रूट भी बदले गए हैं। राजस्थान से चलने वाली 10 ट्रेनें कैंसिल जयपुर, जोधपुर, अजमेर और बीकानेर से चलने वाली 10 ट्रेनें रद्द की गई हैं। एक ट्रेन के रूट में भी बदला है। रेलवे कई ट्रेनों के रेक का उपयोग महाकुंभ स्पेशल ट्रेनों के संचालन में कर रहा है। इससे उनकी कैंसिलेशन अवधि बढ़ा दी गई है। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया- महाकुंभ के दौरान बढ़ती भीड़ को देखते हुए ट्रेनों को कैंसिल किया गया है। इससे जयपुर समेत राजस्थान के अन्य शहरों से प्रयागराज और पूर्वी भारत जाने वाले यात्रियों को परेशानी होगी। पढ़ें पूरी खबर... भोपाल से गुजरने वाली 16 ट्रेनें रद्द उत्तर मध्य रेलवे, प्रयागराज मंडल ने भोपाल मंडल से होकर गुजरने वाली 16 ट्रेनों को निरस्त किया है। बिहार से चलने वाली 13 टेनें रद्द कीं रेलवे ने बिहार से चलने वाली 13 ट्रेंनों को कैंसिल कर दिया है। जबकि करीब 9 ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया गया है। रेलवे ने ये फैसला तकनीकी कारणों से लिया है। जानकारी के मुताबिक, रेलवे ने कुछ ट्रेनों को प्रयागराज में भारी भीड़ के चलते भी कैंसिल किया है। बिहार से चलने वाली 13 ट्रेनें कैंसिल हरियाणा से चलने वाली 4 ट्रेनें कैंसिल रेलवे ने महाकुंभ के चलते 4 ट्रेनें कैंसिल की हैं। इन ट्रेनों के रेक का उपयोग महाकुंभ स्पेशल के लिए किया जा रहा है। -------------------------------------------- महाकुंभ से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें: ₹10 हजार में 16-17 घंटे काम:सफाईकर्मियों का टेंट टॉयलेट के पास; भंडारे में खाकर पैसा बचा रहे ‘ड्यूटी का टाइम फिक्स नहीं है, 2-3 बजे सुबह उठाकर टॉयलेट साफ करवाने ले जाते हैं। सुविधा भी कोई नहीं मिली है।’ ये कहना है चित्रकूट से आए कौशल कुमार का...। वो महाकुंभ में टॉयलेट की सफाई का काम कर रहे हैं। कौशल बताते है- 2 महीने हो चुके हैं, लेकिन सुविधा के नाम पर सिर्फ एक कैंप है। वो भी गंदगी और कचरे के बीच। पढ़ें पूरी खबर...

Feb 19, 2025 - 14:34
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​​​​​​​महाकुंभ के कारण चार राज्यों की 46 ट्रेनें कैंसिल कीं:रेलवे इनके रेक उपयोग स्पेशल ट्रेनों में कर रहा, मेला खत्म होने में सात दिन बचे
प्रयागराज महाकुंभ खत्म होने में अब सिर्फ 7 दिन बचे हैं। 38 दिनों में कुल 55.56 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुब

महाकुंभ के कारण चार राज्यों की 46 ट्रेनें कैंसिल कीं: रेलवे इनके रेक उपयोग स्पेशल ट्रेनों में कर रहा, मेला खत्म होने में सात दिन बचे

लेखिका: सिम्मी शर्मा, टीम नेतनागरी

Kharchaa Pani

परिचय

महाकुंभ का अवसर एक बार फिर से देश के चार राज्यों में धूम मचा रहा है। इस मेले की भव्यता और धार्मिक महत्व को देखते हुए रेलवे ने चार प्रमुख राज्यों की 46 ट्रेनों को कैंसिल करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के पीछे स्पेशल ट्रेनों की आवश्यकता और महाकुंभ की भीड़ को नियंत्रित करना रहा है।

रेलगाड़ी कैंसिलेशन का कारण

महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं, जिसके चलते रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की है। इन ट्रेनों के लिए कैंसिल की गई गाड़ियों के रेक का उपयोग किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और हरियाणा में इस विशेष निर्णय लिया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। रेलवे का मानना है कि अतिरिक्त ट्रेनों की सुविधा से यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव होगा।

कैंसिल की गई ट्रेनों की सूची

कई प्रमुख ट्रेनों को कैंसिल किया गया है जिनमें शामिल हैं:

  • नैनी-हरिद्वार एक्सप्रेस
  • बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस
  • चंडीगढ़-इंदौर एक्सप्रेस
  • आगरा-हरिद्वार एक्सप्रेस

इन ट्रेनों की सटीक संख्या और नाम रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।

महाकुंभ की तैयारियां

महाकुंभ के लिए रेलवे द्वारा विशेष इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए रेलवे ने अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है। यहाँ तक कि मेला खत्म होने में केवल सात दिन ही बचे हैं, जिससे प्रशासन की तैयारी और भी बढ़ गई है। रेलवे द्वारा श्रद्धालुओं की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए बस, टैक्सी और अन्य परिवहन साधन भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

निष्कर्ष

महाकुंभ एक धार्मिक मेले के रूप में बहुत महत्वपूर्ण है, जहां लाखों लोग आस्था के साथ आते हैं। रेलवे द्वारा की गई यह व्यवस्था न केवल भीड़ को नियंत्रित करेगी बल्कि श्रद्धालुओं की यात्रा को भी सरल बनाएगी। कैंसिल की गई ट्रेनों की फेहरिस्त के साथ ही अवसर को देखते हुए, रेलवे ने अपनी व्यवस्थाओं को और मजबूत किया है। यह निर्णय महाकुंभ के महत्व को और बढ़ाता है, जो न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक एकता का प्रतीक भी है।

महाकुंभ के दौरान किसी भी प्रकार की यात्रा संबंधी जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर जरूर देखें। अधिक अपडेट के लिए, kharchaapani.com पर जाएं।

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