मस्क बोले- 7 दिन का हिसाब दो या नौकरी छोड़ो:सरकारी कर्मचारियों के पास जवाब देने का आखिरी दिन, NASA ने कहा- हम जवाब नहीं देंगे
अमेरिका की स्पेस एजेंसी NASA सहित कई सरकारी एजेंसियों ने डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DoGE) के उस इमेल का विरोध किया है, जिसमें कर्मचारियों से एक हफ्ते का हिसाब मांगा गया है। NASA के अलग-अलग सेंटर के मैनेजर्स ने कर्मचारियों को ईमेल का कोई जवाब नहीं देने को कहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने अपनी नई सरकार में नया डिपार्टमेंट की शुरुआत की है। DoGE पर सरकारी खर्चे को कम करने की जिम्मेदारी है। इसके हेड स्पेस एक्स और टेस्ला के मालिक इलॉन मस्क हैं। मस्क ने कहा- 7 दिन का हिसाब दो या नौकरी छोड़ो DoGE ने 20 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों को नोटिस भेजकर हफ्तेभर के काम का हिसाब मांगा है। कर्मचारियों को यह नोटिस शनिवार को दिया गया, जिसका जवाब 5 पॉइंट्स में सोमवार रात 11:59 तक देना है। जो कर्मचारी जवाब नहीं दे पाएंगे उनका रिजाइन समझा जाएगा। ट्रम्प ने कहा था- मस्क को और ज्यादा एग्रेसिव होना चाहिए हाल ही में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था कि DoGE को फेडरल वर्कफोर्स छोटा करने और उसे रिस्ट्रक्चर करने का काम ज्यादा तेजी से करना होगा। उन्होंने लिखा, 'इलॉन बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन मैं उन्हें और ज्यादा एग्रेसिव देखना चाहता हूं। याद रखें, हमें एक देश बचाना है और इसे पहले से ज्यादा महान बनाना है।' ट्रम्प के इस पोस्ट के जवाब में मस्क ने लिखा, 'करूंगा मिस्टर प्रेसिडेंट!', इसके बाद मस्क ने लिखा सभी फेडरल एंप्लॉइज को जल्द ही एक इमेल मिलेगा। जिसमें पूछा जाएगा आपने पिछले हफ्ते क्या किया?' DoGE जो बचत कर रहा, नागरिकों को लौटाएगी सरकार मियामी में एक कार्यक्रम में ट्रम्प ने कहा कि DoGE से अमेरिकी सरकार को हजारों अरब डॉलर की बचत हो रही है। इसलिए वे इस रकम का कुछ हिस्सा नागरिकों को लौटाने के बारे में सोच रहे हैं। ट्रम्प ने कहा कि वे DoGE से हुई बचत का 20% हिस्सा (करीब 400 बिलियन अमेरिकी डॉलर) अमेरिकी नागरिकों को लौटा देंगे। यानी हर अमेरिकी परिवार के हिस्से 5,000 डॉलर आएंगे। इसके अलावा ट्रम्प 20% रकम का इस्तेमाल सरकार के कर्ज को कम करने में करेंगे। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि बाकी बची 60% रकम का इस्तेमाल वे कहां करेंगे। DOGE का दावा- 55 बिलियन डॉलर की बचत की मस्क की लीडरशिप में DOGE ने बड़े आक्रामक तरीके से सरकारी खर्चे में कटौती की है। देश में बड़े पैमाने पर सरकारी नौकरियां खत्म हुई हैं, सरकारी संपत्तियों को बेच दिया गया है और कई अहम सरकारी कार्यक्रमों को बंद कर दिया गया है। DOGE के मुताबिक उनके कदमों से 20 जनवरी के बाद से अब तक 55 बिलियन डॉलर (4.7 लाख करोड़ रुपए) की बचत हुई है। हालांकि इस दावे की सच्चाई पर सवाल उठ रहे हैं। आलोचकों का कहना है कि DOGE डिपार्टमेंट अपने दावे को सही ठहराने के लिए कोई ठोस डेटा पेश नहीं कर पाया है।

मस्क बोले- 7 दिन का हिसाब दो या नौकरी छोड़ो: सरकारी कर्मचारियों के पास जवाब देने का आखिरी दिन, NASA ने कहा- हम जवाब नहीं देंगे
Kharchaa Pani
लेखकों की टीम: नेता नागरी
परिचय
टेस्ला और स्पेसएक्स के CEO एलन मस्क ने सरकारी कर्मचारियों को चुनौती दी है कि वे उनके सामने 7 दिन का हिसाब रखें, वरना उन्हें नौकरी छोड़नी पड़ेगी। इससे सरकारी संस्थानों में हड़कंप मच गया है। इस बीच, NASA ने इस विषय पर कोई औपचारिक जवाब देने से मना कर दिया है। यह स्थिति सरकारी कर्मचारियों के लिए एक कठिन मोड़ बनकर उभर रही है।
सरकारी कर्मचारियों के लिए संकट की घड़ी
मस्क ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "अगर सरकारी कर्मचारियों के पास कुछ स्पष्ट नहीं है, तो उन्हें इस परिज्ञान के साथ निर्णय लेना चाहिए कि वे इस नौकरी को आगे बढ़ा सकते हैं या नहीं।" उनका यह बयान उस वक्त आया है जब कई सरकारी एजेंसियों में विकास की गति धीमी पड़ गई है। इसके चलते कर्मचारियों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
NASA का जवाब
इस मामले में NASA ने एक अलग रुख अपनाया है। ऐतिहासिक रूप से, NASA ने मस्क के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और काम जारी रखने का निर्णय लिया। NASA के एक प्रवक्ता ने कहा, "हम अपनी रणनीतियों में बदलाव नहीं करेंगे और इस मामले पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं करेंगे।" इससे यह साफ होता है कि वे इस चुनौती को दरकिनार करना चाहते हैं।
प्रभावित होने वाले कर्मचारी
सरकारी कर्मचारियों के बीच मस्क का यह बयान बड़ी चिंता का विषय बन गया है। कई लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि क्या उन्हें अपने कर्तव्यों का पालन करना पड़ सकता है, या फिर मस्क के दबाव में नौकरी छोड़नी पड़ सकती है। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि इस समस्या का समाधान जल्द निकाला जाना चाहिए ताकि कर्मचारियों की मानसिक स्थिति को बेहतर किया जा सके।
निष्कर्ष
एलन मस्क का यह बयान सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बड़ा संकट लेकर आया है। NASA के द्वारा कोई प्रतिक्रिया न देने से स्थिति और जटिल हो गई है। यह स्पष्ट है कि ऐसे हालात में सरकारी संस्थानों को अपने कार्यों की गति को तेज करने और कर्मचारियों की मानसिकता पर ध्यान देने की आवश्यकता है। भविष्य में इस मामले पर निर्णायक कदम उठाए जाने की उम्मीद है।
kam sabdo me kahein to, मस्क का बयान सरकारी कर्मचारियों के लिए चुनौती और NASA की चुप्पी दोनों ही महत्वपूर्ण मुद्दे हैं।
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