ट्रम्प के टैरिफ से अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट:कनाडा-मेक्सिको पर 25%, चीन पर 10% टैरिफ बढ़ाया; बदले में कनाडा-चीन ने भी टैरिफ लगाए
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कनाडा और मेक्सिको पर 25% टैरिफ लगाने के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट आई है। अमेरिका का SP 500 इंडेक्स 2% तक गिर गया है। ट्रम्प ने मंगलवार से दोनों देशों पर टैरिफ लागू करने ऐलान किया है। इसके अलावा फरवरी में चीन पर लगाए गए 10% टैरिफ को बढ़ाकर 20% कर दिया है। कनाडा और चीन ने भी अमेरिका पर जवाबी टैरिफ का ऐलान किया है। कनाडा अगले 21 दिनों में 155 अरब डॉलर की अमेरिकी आयात पर 25% टैरिफ लगाएगा। इसकी शुरुआत मंगलवार से 30 अरब डॉलर के आयात पर टैरिफ से होगी। चीन 10 मार्च से अमेरिका पर 10% और 15% टैरिफ लगाएगा। अमेरिका के एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स जैसे सोया, गेहूं, मक्का, कपास पर 15% और पोर्क, बीफ, समुद्री खाद्य पदार्थ, फल, सब्जियां और डेयरी उत्पादों पर 10% बढ़ाने का फैसला किया है। कनाडा के तेल और बिजली पर सिर्फ 10% टैरिफ ट्रम्प ने कनाडा से आयात होने वाले तेल और बिजली पर टैरिफ में छूट दी है। अमेरिका इन पर सिर्फ 10% टैरिफ ही लगाएगा। ट्रम्प ने फरवरी में कहा था कि कनाडा से होने वाले तेल के आयात में छूट दी सकती है। एनर्जी इन्फॉर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक पिछले साल अक्टूबर में अमेरिका ने कनाडा से हर दिन लगभग 46 लाख बैरल ऑयल और मेक्सिको से 5.63 बैरल ऑयल इम्पोर्ट किया। जबकि उस महीने में अमेरिका का एवरेज डेली प्रोडक्शन लगभग 1.35 करोड़ बैरल प्रतिदिन था। डोनाल्ड ट्रम्प ने पिछले महीने रेसिप्रोकल यानी जैसे को तैसा टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। ट्रम्प अप्रैल से इसे लागू करने का प्लान बना रहे हैं। फरवरी में ट्रम्प ने 30 दिन के लिए रोक लगाई थी डोनाल्ड ट्रम्प ने 1 फरवरी को कनाडा-मेक्सिको पर 25% टैरिफ लगाने के लिए आदेश जारी किए थे। इसे 4 फरवरी से लागू होना था। बाद में ट्रम्प के साथ दोनों देशों के नेताओं ने बातचीत की। इसके बाद टैरिफ को अगले 30 दिनों के लिए टाल दिया गया था। अमेरिका में ड्रग तस्करी और अवैध प्रवासियों को घुसने से रोकने के लिए मेक्सिको ने अमेरिका बॉर्डर पर नेशनल गार्ड के 10 हजार सैनिकों को तैनात किया है। वहीं कनाडा ने फेंटेनाइल की तस्करी रोकने के लिए फेंटेनाइल जार को नियुक्त किया है। ट्रम्प के टैरिफ से अमेरिकी परिवारों का खर्च बढ़ेगा पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स और येल यूनिवर्सिटी की बजट लैब की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी टैरिफ का उसके नागरिकों पर नकारात्मक असर पड़ेगा। अमेरिकी परिवारों को सालाना 1000 डॉलर यानी करीब 90 हजार रूपए अतिरिक्त खर्च करने होंगे। फोर्ड और वॉलमार्ट जैसी कंपनियां पहले ही टैरिफ की वजह से अपने बिजनेस पर नकारात्मक असर पड़ने की चेतावनी दे चुकी हैं। कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्री ईश्वर प्रसाद के मुताबिक टैरिफ से अमेरिका में महंगाई बढ़ेगी और व्यापार प्रभावित होंगे। कनाडा और मेक्सिको के साथ US का फ्री ट्रेड एग्रीमेंट अमेरिका का कनाडा और मेक्सिको के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट है। इसके तहत इन देशों के बीच होने वाले किसी भी तरह के आयात-निर्यात पर टैरिफ (शुल्क) नहीं लगता है। ट्रम्प ने अपने पिछले कार्यकाल में मेक्सिको और कनाडा के साथ नॉर्थ अमेरिका फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (NAFTA) किया था। इन तीनों देशों ने 2023 में अमेरिका से 1 ट्रिलियन डॉलर (करीब 85 लाख करोड़ रुपए) से ज्यादा का सामान खरीदा था। वहीं, 1.5 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा की सामग्री बेची थी। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प के टैरिफ वॉर का सबसे ज्यादा असर ऑटो सेक्टर, कृषि, टेक्नोलॉजी, पार्ट्स-पुर्जे पर होगा। टैरिफ लगने के बाद इन चीजों की कीमत में इजाफा हो जाएगा। -------------------- ट्रम्प के फैसले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... अमेरिका ने यूक्रेन की सभी सैन्य मदद रोकी:ट्रम्प से बहस के 3 दिन बाद ऐलान; US प्रेसिडेंट बोले- जेलेंस्की शांति नहीं चाहते व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से बहस के 3 दिन बाद अमेरिका ने यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य मदद रोकने का ऐलान किया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें...

ट्रम्प के टैरिफ से अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट: कनाडा-मेक्सिको पर 25%, चीन पर 10% टैरिफ बढ़ाया; बदले में कनाडा-चीन ने भी टैरिफ लगाए
Kharchaa Pani
लेखिका: प्रियंका शर्मा, नीतू चोपड़ा, टीम नेटाणागरी
परिचय
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा नए टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद, अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है। कनाडा और मेक्सिको पर 25% और चीन पर 10% टैरिफ के बढ़ने से निवेशकों में चिंता बढ़ गई है। इस लेख में हम इस निर्णय के संभावित परिणामों और अन्य देशों पर इसके प्रभाव की चर्चा करेंगे।
टैरिफ का विवरण
ट्रम्प प्रशासन ने कनाडा और मेक्सिको पर 25% टैरिफ बढ़ाने का निर्णय लिया है, जिसका मुख्य उद्देश्य अमेरिकी उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देना है। इसके अलावा, चीन पर 10% टैरिफ भी लागू किया गया है। यह निर्णय अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर गहरा असर डालने वाला है।
अमेरिकी शेयर बाजार पर असर
टैरिफ के लागू होने के कारण, अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट आई है। डॉव जोंस, नैस्डैक, और एस एंड पी 500 जैसे प्रमुख सूचकांक लाल निशान में बंद हुए। निवेशकों की चिंता इस बात को लेकर है कि इससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में व्यवधान आ सकता है और महंगाई की दर बढ़ सकती है।
कनाडा और चीन का जवाब
ट्रम्प के निर्णय के बाद, कनाडा ने अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाने की योजना बनाई है। इससे व्यापारिक संबंधों में और तनाव बढ़ सकता है। चीन भी जवाब में अपने उत्पादों पर टैरिफ लगाने पर विचार कर रहा है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार युद्ध और गहरा सकता है।
प्रतिवाद और वैश्विक प्रभाव
यह नीतिगत कदम न केवल अमेरिका के लिए, बल्कि विश्व अर्थव्यवस्था के लिए भी चुनौती हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे वैश्विक बाजारों में अस्थिरता आएगी और विकास दर में कमी हो सकती है। कई देश, जो अमेरिका के साथ व्यापार में हैं, अब स्थिति का आकलन कर रहे हैं और अपनी नीतियों में संशोधन कर सकते हैं।
निष्कर्ष
अमेरिकी टैरिफ नीतियों का प्रभाव विस्तृत और गहरा हो सकता है। इस समय, अमेरिका के साथ-साथ कनाडा, मेक्सिको और चीन भी अपने व्यापारिक संबंधों को फिर से परखने की स्थिति में हैं। निवेशकों और अर्थशास्त्रियों को इस स्थिति का ध्यानपूर्वक अवलोकन करना होगा। भविष्य में इसके क्या असर होंगे, यह देखने के लिए हमें डॉव जोंस जैसे सूचकांकों के प्रदर्शन पर नजर रखनी होगी।
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