ट्रम्प के टैरिफ लगाने पर चीन की धमकी:कहा- अमेरिका जंग चाहता है तो यही सही, हम आखिर तक लड़ने को तैयार

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के 10% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाने के एक दिन बाद चीन ने अमेरिका को जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है। अमेरिका में चीन के दूतावास ने बुधवार को बयान जारी कर कहा- अगर अमेरिका जंग ही चाहता है तो जंग ही सही, फिर चाहे ट्रेड वॉर हो या फिर किसी दूसरे तरह की जंग। हम आखिर तक लड़ने के लिए तैयार हैं। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि चीन किसी धमकी से नहीं डरता। हम पर धौंस जमाना काम नहीं करता। दबाव, जबरदस्ती या धमकी चीन से निपटने का सही तरीका नहीं है। अमेरिका ने 4 मार्च को चीन पर 10% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाया अमेरिका ने फरवरी की शुरुआत में चीन पर 10% टैरिफ लगाया था। इसके एक महीने बाद ट्रम्प सरकार ने फिर से चीन पर 10% टैरिफ लगाने का ऐलान किया। इसके बाद प्रवक्ता लिन जियान ने एक्स पर लिखा कि अमेरिका फेंटेनाइल (ड्रग) मुद्दे पर हर तरह की झूठी जानकारी फैला रहा है, चीन को बदनाम कर रहा है और बलि का बकरा बना रहा है। फेंटेनाइल के बहाने से चीनी सामानों पर टैरिफ बढ़ा रहा है। ऐसे कदम अनुचित हैं और इससे किसी का भी भला नहीं होगा। चीन बोला- फेंटेनाइल संकट के लिए अमेरिका खुद जिम्मेदार लिन जियान ने कहा कि चीन की स्थिति साफ है। हम फेंटेनाइल के बहाने चीन पर दबाव डालने, उसे धमकाने और ब्लैकमेल करने का विरोध करते हैं। हम अमेरिका से अपील करते हैं कि वे अपने हितों को ध्यान में रखकर सही कदम उठाए। प्रवक्ता लिन जियान ने यह भी कहा कि चीन, फेंटेनाइल पर सख्ती के लिए काफी पहले से कदम उठा रहा है। चीन ने 2019 में ही फेंटेनाइल से जुड़े दवाओं को मादक दवाओं की लिस्ट में शामिल किया था। तब चीन ऐसा करने वाला पहला देश बना था। लिन जियान ने एक और पोस्ट में कहा कि अमेरिका के भीतर फेंटेनाइल संकट के लिए कोई और नहीं, बल्कि अमेरिका ही जिम्मेदार है। अगर अमेरिका सच में फेंटेनाइल मुद्दे को सुलझाना चाहता है, तो उसे चीन से बात करनी चाहिए और एक-दूसरे को बराबरी का दर्जा देना चाहिए। 2 अप्रैल से जैसे को तैसा टैरिफ लगाएंगे ट्रम्प ट्रम्प ने बुधवार सुबह अमेरिकी कांग्रेस के जॉइंट सेशन को संबोधित किया। उन्होंने 2 अप्रैल से दुनियाभर में रेसिप्रोकल (जैसे को तैसा) टैरिफ लगाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि जो भी हम पर जितना टैरिफ लगाएगा, हम भी उन पर उतना ही लगाएंगे। ट्रम्प ने हंसते हुए कहा कि मैं इसे 1 अप्रैल को लागू करना चाहता था, लेकिन फिर लोग इसे 'अप्रैल फूल' समझते। ट्रम्प ने कहा कि उनके प्रशासन के तहत, अगर कोई कंपनी अमेरिका में अपना प्रोडक्ट नहीं बनाएगी, तो उसे टैरिफ देना होगा। कुछ मामलों में, यह टैरिफ बहुत बड़ा होगा। उन्होंने कहा कि दूसरे देश अमेरिका पर भारी टैक्स और टैरिफ लगाते हैं, जबकि अमेरिका उन पर बहुत कम लगाता है। यह बहुत अन्यायपूर्ण है। दूसरे देश दशकों से हम पर टैरिफ लगाते आ रहे हैं, अब हमारी बारी है। ............................................ ट्रम्प और टैरिफ से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... ट्रम्प के टैरिफ से अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट:कनाडा-मेक्सिको पर 25%, चीन पर 10% टैरिफ बढ़ाया; बदले में कनाडा-चीन ने भी टैरिफ लगाए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कनाडा और मेक्सिको पर 25% टैरिफ लगाने के बाद मंगलवार को अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट आई। अमेरिका का SP 500 इंडेक्स 2% तक गिर गया। पूरी खबर यहां पढ़ें...

Mar 5, 2025 - 14:34
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ट्रम्प के टैरिफ लगाने पर चीन की धमकी:कहा- अमेरिका जंग चाहता है तो यही सही, हम आखिर तक लड़ने को तैयार

ट्रम्प के टैरिफ लगाने पर चीन की धमकी: कहा- अमेरिका जंग चाहता है तो यही सही, हम आखिर तक लड़ने को तैयार

Kharchaa Pani - इस खबर की लेखिका: साक्षी शर्मा, टीम नीतानागरी

परिचय

अमेरिका और चीन के बीच तनाव एक बार फिर से बढ़ गया है, जब पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया। इस पर चीन ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यदि अमेरिका जंग चाहता है, तो वे भी खिलाफत के लिए तैयार हैं। इस समाचार ने वैश्विक बाजारों में हलचल मचा दी है।

चीन की प्रतिक्रिया

चीन के सरकारी समाचार मीडिया द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि अमेरिका के इस कदम से व्यापार युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। चीन ने स्पष्ट किया है कि वे अमेरिका की किसी भी धारा से डरते नहीं हैं और यदि स्थिति और बिगड़ती है, तो वे पूरी ताकत से इसका सामना करेंगे।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "यदि अमेरिका जंग चाहता है, तो हम अंत तक लड़ने के लिए तैयार हैं।" यह बयान बीच के कई व्यापारिक और राजनीतिक मुद्दों को उजागर करता है जो दोनों देशों के रिश्तों को प्रभावित कर रहे हैं।

अर्थशास्त्र पर प्रभाव

इस तनाव के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है। अमेरिका और चीन दुनिया के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार हैं। टैरिफ बढ़ने से न केवल व्यापार पर असर पड़ेगा, बल्कि यह विश्व के विभिन्न देशों में भी आर्थिक परिवर्तनों का कारण बनेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह न केवल टेक्नॉलॉजी, बल्कि कृषि और निर्माण के क्षेत्रों में भी गहरा असर डालेगा।

अमेरिका की रणनीति

डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने पद पर रहते हुए चीन के खिलाफ कई कदम उठाए थे। उनका यह नया कदम निश्चित रूप से उनकी चुनावी रणनीति का हिस्सा हो सकता है। अमेरिका में कई मतदाता चीन से बढ़ते खतरे को लेकर चिंतित हैं, और ऐसे में ट्रम्प का यह कदम उन्हें पसंद आ सकता है।

निष्कर्ष

चीन और अमेरिका के बीच का यह विवाद केवल व्यापारिक नहीं है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थिति भी है। अगर यह विवाद और बढ़ता है, तो इसका असर वैश्विक अर्थव्यवस्था और राजनीति पर भी पड़ेगा। अमेरिका और चीन के नेता अब भी संवाद की मेज पर लौट सकते हैं, लेकिन असली संघर्ष जारी रहता है।

इस प्रकार, ट्रम्प के टैरिफ का चीन की ओर से आ रहा उत्तर न केवल एक व्यापारिक प्रतिक्रिया है, बल्कि यह एक बड़ी वैश्विक चुनौती बन सकती है। आगे देखना होगा कि दोनों देशों के बीच यह संघर्ष कहाँ तक जाता है। अधिक जानकारी के लिए, kharchaapani.com पर जाएं।

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