अहमदाबाद कालूपुर रेलवे स्टेशन पर बन रहा सबसे बड़ा कॉनकोर्स:16 मंजिला की दो इमारतों में 4 स्टार होटल और 3316 कार पार्किंग, दोनों टॉवर्स के बेसमेंट का काम पूरा
गुजरात के सबसे बड़े अहमदाबाद के कालूपुर रेलवे स्टेशन को 2,384 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है। इसमें तीनों परिवहन साधनों - बुलेट, मेट्रो और भारतीय रेलवे की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस प्रोजेक्ट की आधारशिला पीएम मोदी ने 26 फरवरी, 2024 को रखी थी, जिसका कल (26 फरवरी, 2025) एक वर्ष पूरा हो गया। वर्तमान में रेलवे स्टेशन पर रोजाना 1.25 लाख लोगों का आवागमन होता है। स्टेशन का डिजाइन तीन लाख यात्रियों को ध्यान में रखकर तय किया गया है। 16 मंजिला की दो इमारतों के साथ रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास 2027 में पूरा करने का टार्गेट रखा गया है। इस स्टेशन पर देश का सबसे बड़ा कॉन्कोर्स (54,160 वर्ग मीटर) बनाया जा रहा है। कॉन्कोर्स वह बड़ा क्षेत्र है, जहां लोग आते-जाते हैं या बैठते हैं। पहले पीछे के प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे वर्तमान में रेलवे स्टेशन पर 12 प्लेटफॉर्म और 16 ट्रैक हैं, हालांकि, बुलेट ट्रेन के काम के कारण तीन प्लेटफॉर्म बंद कर दिए गए हैं, यानी 9 प्लेटफॉर्म चालू हैं। स्टेशन में नए प्लेटफार्म पर काम एक के बाद एक किया जाएगा, सबसे पहले पीछे वाले प्लेटफार्म बनाए जाएंगे, जो धीरे-धीरे पहले प्लेटफार्म तक पहुंचेंगे। जब स्टेशन का नवीनीकरण कार्य पूरा हो जाएगा, तो 12 स्टेशन पुनः खोल दिए जाएंगे। कालूपुर रेलवे स्टेशन का विकास कार्य कहां तक पहुंचा है? देश का सबसे बड़ा सभा क्षेत्र कैसा होगा? स्टेशन तक पहुंचने के लिए एलिवेटेड रोड नेटवर्क कैसा होगा? इन सब बातों का पता लगाने के लिए भास्कर की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची। अहमदाबाद रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कार्य आरएलडीए द्वारा किया जा रहा है। आरएलडीए (रेल भूमि विकास प्राधिकरण) और भारतीय रेलवे दोनों रेल मंत्रालय के अंतर्गत आते हैं। आरएलडीए का काम रेलवे की खाली पड़ी जमीन का विकास करना है। कालूपुर के साथ ही देश के करीब 1300 छोटे-बड़े रेलवे स्टेशनों का करोड़ों की लागत से नवीनीकरण किया जा रहा है, जिनमें गुजरात के अहमदाबाद, साबरमती, मणिनगर, भुज, वटवा, असारवा, भीलडी, वीरमगाम, ध्रांगध्रा समेत 16 स्टेशन शामिल हैं। स्टेशन पर बनेगी 16 मंजिला एमएमटीएच बिल्डिंग रेलवे स्टेशन के जीर्णोद्धार में दो 16 मंजिला इमारतें बनाई जाएंगी, जिन्हें एमएमटीएच बिल्डिंग (मल्टीमॉडल हब) कहा जाएगा, जिनमें से एक में दक्षिण और दूसरे में उत्तर टावर होगा। फिलहाल, दक्षिणी टॉवर पर काम चल रहा है। यहां दो बेसमेंट पर काम चल रहा है, जो पूरा होने वाला है। रेलवे अधिकारी दक्षिण टॉवर की 4 मंजिलों पर रहेंगे, तथा शेष मंजिलों पर फूड कोर्ट, होटल और वाणिज्यिक स्थान होंगे। उत्तरी टॉवर में 4 मंजिल तक पार्किंग जबकि नॉर्थ टॉवर में 4 मंजिल तक पार्किंग तथा इसके ऊपर की प्रत्येक मंजिल को व्यावसायिक प्रयोजनों के लिए पट्टे पर दिया जाएगा। इन दोनों मीनारों के बीच मोढेरा सूर्य मंदिर से प्रेरित होकर एक तोरण द्वार बनाया जाएगा। लेमन ट्री और हयात जैसे बड़े होटलों को एक मंजिल दी गई है, जिससे वे अपने तरीके से बदलाव और डिजाइन कर सकें। प्लेटफॉर्म पर 4 लिफ्ट और 4 एक्सीलेटर लगाए जाएंगे इसके अलावा प्लेटफॉर्म पर 4 लिफ्ट और 4 एक्सीलेटर लगाए जाएंगे। हालांकि, इस डिजाइन में भी थोड़ा बहुत बदलाव हो सकता है, अभी सबकुछ फाइनल नहीं हुआ है। हमें दो महीने में पता चल जाएगा कि इसमें क्या सुविधाएं होंगी। स्टेशन पर 3300 कारों के लिए पार्किंग बनाई जाएगी। अहमदाबाद के सबसे बड़े मॉल में भी इसकी आधी पार्किंग जगह नहीं है। अहमदाबाद रेलवे स्टेशन भारत का पहला स्टेशन बन जाएगा जहां, यात्री एक ही स्थान से रेलवे, बुलेट ट्रेन, मेट्रो और सिटी बस सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। भारत का सबसे बड़ा कॉनकोर्स एरिया कुछ ऐसा दिखेगा दोनों टावरों के बगल में एक विशाल स्टेशन बिल्डिंग बनाई जाएगी, जिसे कॉनकोर्स एरिया (जहां से प्रवेश और निकास किया जा सकेगा) कहा जाएगा। यह देश का सबसे बड़ा कॉनकोर्स एरिया होगा। इस रेलवे स्टेशन पर आने वाले किसी भी यात्री को इस कॉनकोर्स एरिया से गुजरने के बाद ही प्लेटफॉर्म पर प्रवेश करना होगा। यात्रियों की सुविधा के लिए कॉनकोर्स का आकार बढ़ाकर 54,160 वर्ग मीटर कर दिया गया है। इस सभा क्षेत्र में टिकट बुकिंग, फूड कोर्ट, भोजनालय, प्रतीक्षा क्षेत्र और वीआईपी लाउंज सहित कई सुविधाएं होंगी। पार्सल हैंडलिंग के लिए बनेगी सुरंग पार्सल हैंडलिंग के लिए नया सेटअप तैयार किया जा रहा है। पार्सल की आवाजाही से लोगों को परेशानी न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए एक अलग सुरंग बनाई जाएगी। इस सुरंग से गुजरने वाले किसी भी यात्री को असुविधा से बचाने के लिए पार्सल को प्लेटफॉर्म पर नहीं रखा जाएगा। इसके लिए एक अलग क्षेत्र बनाया जाएगा। स्टेशन के पीछे सारंगपुर गेट पर एक प्रवेश द्वार बनाया जाएगा, जो कालूपुर रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार से प्रवेश के समान ही प्रभावी होगा। इसके अलावा भूमिगत मेट्रो से बुलेट ट्रेन स्टेशन तक और बुलेट ट्रेन स्टेशन से नए स्टेशन के कॉनकोर्स एरिया तक सीधे प्रवेश की सुविधा देने पर काम किया जा रहा है। 2024 में भूमिपूजन समारोह, जून 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य 26 फरवरी 2024 को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अहमदाबाद रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण की आधारशिला रखी थी, जिसे जून 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। केंद्र सरकार ने देश के तीन प्रतिष्ठित स्टेशनों के लिए 10,000 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं, जिनमें अहमदाबाद, मुंबई और नई दिल्ली के रेलवे स्टेशन शामिल हैं। अहमदाबाद की तरह मुंबई में भी काम शुरू हो चुका है, जबकि नई दिल्ली स्टेशन के लिए निविदा प्रक्रिया अभी चल रही है। कालूपुर पश्चिम रेलवे का महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है अहमदाबाद के कालूपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास को लेकर दिव्य भास्कर ने पश्चिम रेलवे अहमदाबाद डिवीजन के डीआरएम (डिविजनल रेलवे मैनेजर) सुधीर शर्मा से बात की, उन्होंने बताया कि भारतीय रेलवे इस समय परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। इस परिवर्तन का एक हिस्सा

अहमदाबाद कालूपुर रेलवे स्टेशन पर बन रहा सबसे बड़ा कॉनकोर्स:16 मंजिला की दो इमारतों में 4 स्टार होटल और 3316 कार पार्किंग, दोनों टॉवर्स के बेसमेंट का काम पूरा
Kharchaa Pani
लेखक: साक्षी तिवारी, नेहा वर्मा, टीम नेतानागरी
परिचय
अहमदाबाद का कालूपुर रेलवे स्टेशन नए कॉनकोर्स के निर्माण में कदम रख चुका है। इस कॉनकोर्स में 16 मंजिल की दो इमारतें होंगी, जिनमें एक 4 स्टार होटल और 3316 कार पार्किंग की व्यवस्था होगी। यह प्रोजेक्ट केवल ट्रेनों के यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने में मदद नहीं करेगा, बल्कि शहर की आर्थिक स्थिति में भी सकारात्मक बदलाव लाएगा।
प्रोजेक्ट का विवरण
इस कॉनकोर्स के निर्माण की योजना के अनुसार, दोनों टॉवर्स के बेसमेंट का काम पूरा हो चुका है। यह स्टेशन यात्रियों के लिए एक सुविधाजनक और आधुनिक अनुभव प्रदान करने वाला है। यहां उतरने वाले यात्रियों के लिए शॉपिंग मॉल और आरामदायक जगहें भी होगी।
4 स्टार होटल का महत्व
इस कॉनकोर्स में 4 स्टार होटल का होना अहमदाबाद में क्या क्रांतिकारी बदलाव लाएगा, यह महत्वपूर्ण है। यात्रियों के अलावा, यहां काम करने वाले लोग भी इस होटल का फायदा उठा सकेंगे। ऐसे में यह होटल न केवल स्थानीय लोगों का ध्यान खींचेगा, बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र होगा।
कार पार्किंग की सुविधा
3316 कार पार्किंग की क्षमता वाली यह सुविधा आने जाने वाले यात्रियों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी। इससे न केवल स्थानीय करों में कमी होगी, बल्कि यातायात की समस्या में भी कटौती होगी।
भविष्य की संभावनाएं
इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से शहर में यातायात के लिए एक नया धारा प्राप्त होगा और स्थानीय व्यापारी भी इस विकास का लाभ उठाने में सक्षम होंगे। इसके अलावा, इससे स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, जो कि अहमदाबाद की विकास योजनाओं में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
निष्कर्ष
अहमदाबाद का कालूपुर रेलवे स्टेशन का यह नया कॉनकोर्स निश्चित रूप से शहर के लिए एक बड़ा बदलाव लाएगा। यह न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगा, बल्कि अहमदाबाद की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को भी मजबूत करेगा। इसके निर्माण के साथ-साथ इसके द्वारा जनित अवसरों पर ध्यान देना आवश्यक होगा।
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