PM मोदी ने भारत-मंडपम में 'भारत-टेक्स 2025' में भाग लिया:बोले- टेक्सटाइटल एक्सपोर्ट ₹3 लाख करोड़ पहुंचा, 2030 तक ₹9 लाख करोड़ पहुंचाने का टारगेट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (14 फरवरी) रविवार को 'भारत टेक्स 2025' में भाग लेने भारत मंडपम पहुंचे। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए PM मोदी ने बताया कि आज हम दुनिया के छठे सबसे बड़े टेक्सटाइटल और अपैरल्स एक्सपोर्टर हैं। हमारा टेक्सटाइटल एक्सपोर्ट 3 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। इसे 2030 तक ₹9 लाख करोड़ पहुंचाने का टारगेट है। PM मोदी ने कहा, 'आज भारत मंडपम भारत टेक्स के दूसरे आयोजन का साक्षी बन रहा है। इसमें हमारी परंपराओं के साथ ही विकसित भारत की संभावनाओं के दर्शन भी हो रहे हैं। ये देश के लिए संतोष की बात है कि हमने जो बीज रोपा है आज वो वटवृक्ष बनने की राह पर तेज गति से बढ़ रहा है। भारत टेक्स अब एक मेगा ग्लोबल टेक्सटाइल इवेंट बन रहा है। इस आयोजन से टेक्सटाइल सेक्टर को जबरदस्त बढ़ावा मिल रहा इस आयोजन से टेक्सटाइल सेक्टर में निवेश, निर्यात और समग्र विकास को जबरदस्त बढ़ावा मिल रहा है। भारत टेक्स के इस आयोजन में हमारे परिधानों के जरिए भारत की सांस्कृतिक विविधता के भी दर्शन होते हैं। पिछले साल मैंने टेक्सटाइटल इंडस्ट्री में फार्म, फाइबर, फैब्रिक, फैशन और फॉरेन जैसे 5F फैक्टर्स की बात की थी। ये विजन अब भारत के लिए एक मिशन बनता जा रहा है। ये मिशन किसान, बुनकर, डिजाइनर और व्यापारी के लिए ग्रोथ के नए रास्ते खोल रहा है। हम दुनिया के छठे सबसे बड़े टेक्सटाइटल और अपैरल्स एक्सपोर्टर हैं आज हम दुनिया के छठे सबसे बड़े टेक्सटाइटल और अपैरल्स एक्सपोर्टर हैं। हमारा टेक्सटाइटल निर्यात 3 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। अब हमारा लक्ष्य है कि 2030 तक हम इसे 9 लाख करोड़ रुपए तक लेकर जाएंगे। इस सफलता के पीछे पूरे एक दशक की मेहनत और एक दशक की कंसिस्टेंट पॉलिसी है। पिछले 1 दशक में हमारे टेक्सटाइटल सेक्टर में विदेशी निवेश दोगुना हुआ है। टेक्सटाइटल देश में सबसे ज्यादा रोजगार देने वाली इंडस्ट्री टेक्सटाइटल देश में सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर देने वाली इंडस्ट्रीज में से एक महत्वपूर्ण इंडस्ट्री है। भारत की मैन्यूफैक्चरिंग में ये सेक्टर 11% का योगदान दे रहा है। इस बार बजट में भी हमने मिशन मैन्युफैक्चरिंग पर बल दिया है, उसमें आप सब भी आ जाते हैं। इसलिए जब इस सेक्टर में निवेश आ रहा है, ग्रोथ हो रही है तो उसका फायदा करोड़ों टेक्सटाइटल वर्कर्स को मिल रहा है। हम दूरदर्शी और लॉन्ग टर्म आइडियाज पर काम कर रहे हैं भारत के टेक्सटाइटल सेक्टर की समस्याओं का समाधान और संभावनाओं का सृजन हमारा संकल्प है। इसके लिए हम दूरदर्शी और लॉन्ग टर्म आइडियाज पर काम कर रहे हैं। टेक्सटाइटल रीसाइक्लिंग मार्केट 400 मिलियन डॉलर तक पहुंचेगा अगले कुछ सालों में भारत का टेक्सटाइटल रीसाइक्लिंग मार्केट 400 मिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। जबकि ग्लोबल रीसाइक्लिंग मार्केट करीब 7.5 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। अगर हम सही दिशा में आगे बढ़ें, तो भारत इसमें और बड़ा शेयर हासिल कर सकता है। 17 फरवरी तक चलेगा ग्लोबल टेक्सटाइल इवेंट 'भारत टेक्स 2025' ग्लोबल टेक्सटाइल इवेंट 'भारत टेक्स 2025' दिल्ली में 12 से 17 फरवरी तक दो वेन्यू पर हो रहा है। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में यह 12 फरवरी से 15 फरवरी तक हुआ। वहीं दिल्ली के भारत मंडपम में यह इवेंट 14 फरवरी को शुरू हुआ, जो 17 फरवरी तक चलेगा।

Feb 16, 2025 - 19:34
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PM मोदी ने भारत-मंडपम में 'भारत-टेक्स 2025' में भाग लिया:बोले- टेक्सटाइटल एक्सपोर्ट ₹3 लाख करोड़ पहुंचा, 2030 तक ₹9 लाख करोड़ पहुंचाने का टारगेट

PM मोदी ने भारत-मंडपम में 'भारत-टेक्स 2025' में भाग लिया: बोले- टेक्सटाइटल एक्सपोर्ट ₹3 लाख करोड़ पहुंचा, 2030 तक ₹9 लाख करोड़ पहुंचाने का टारगेट

Kharchaa Pani

लेखक: साक्षी शर्मा, टीम नेटानागरी

प्रधानमंत्री मोदी का उद्घाटन भाषण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में भारत-मंडपम में आयोजित 'भारत-टेक्स 2025' सम्मेलन में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने भारत के टेक्सटाइल क्षेत्र की प्रगति और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की। मोदी ने बताया कि भारतीय टेक्सटाइल एक्सपोर्ट ₹3 लाख करोड़ तक पहुंच चुका है और वर्ष 2030 तक इसे ₹9 लाख करोड़ करने का लक्ष्य रखा गया है। यह घोषणा न केवल टेक्सटाइल उद्योग के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगी।

टेक्सटाइल क्षेत्र की महत्वपूर्ण उपलब्धियां

मोदी ने अपने भाषण में कहा कि टेक्सटाइल उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में टेक्सटाइल निर्यात में वृद्धि हुई है, जिससे लाखों लोगों को रोजगार मिला है। टेक्सटाइल सेक्टर में नवीनीकरण और तकनीकी विकास की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। प्रधानमन्त्री ने उद्योग को नवीनतम तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया, ताकि देश का प्रतिस्पर्धात्मकता और बढ़ सके।

2030 तक का लक्ष्य

प्रधानमंत्री ने 2030 तक ₹9 लाख करोड़ के निर्यात लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए योजनाओं का विस्तार किया। उन्होंने बताया कि सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से किसानों और छोटे उत्पादकों को योगदान देने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इसके साथ ही, सरकार ने टेक्सटाइल सेक्टर में निवेश को आकर्षित करने के लिए कई अनुकूल नीतियां बनाईं हैं।

उद्योग के लिए प्रोत्साहन योजनाएं

मोदी ने टेक्सटाइल उद्योग के विकास के लिए चल रही योजनाओं का उल्लेख किया। इनमें 'आत्मनिर्भर भारत' योजना, 'पीएम विवेकाधीन योजना', और 'मेक इन इंडिया' जैसी पहल शामिल हैं। ये योजनाएं न केवल उद्योग की स्थिति में सुधार करेंगी, बल्कि नई नौकरियों का सृजन भी करेंगी। उनका मानना है कि सही दिशा में उठाए गए कदम भारत को टेक्सटाइल के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख स्थान दिलाने में मदद करेंगे।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री मोदी के इस उद्घाटन भाषण ने भारतीय टेक्सटाइल उद्योग के लिए नए आयाम खोले हैं। उनका लक्ष्य न केवल निर्यात को बढ़ाना है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाना है। उद्योग के सभी हिस्सों को सक्रियता से इस संघर्ष में योगदान देना होगा ताकि हम 2030 तक ₹9 लाख करोड़ के निर्यात के लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। इस प्रकार, यह विश्व स्तर पर भारत को टेक्सटाइल क्षेत्र में एक मजबूत पहचान बनाने में सहायक होगा।

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