NSE ने सभी FO कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी का दिन बदला:अब गुरुवार की बजाय सोमवार को एक्सपायरी होगी, निफ्टी की सभी मंथली एक्सपायरी भी बदली
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने सभी FO कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी का दिन चेंज करने का ऐलान किया है। NSE ने मंगलवार (4 मार्च) को कहा कि सभी निफ्टी इंडेक्स वीकली फ्यूचर एंड ऑप्शंस (FO) कॉन्ट्रैक्ट्स अब गुरुवार के बजाय सोमवार को एक्सपायर होंगे। यह नए नियम अगले महीने 4 अप्रैल से प्रभावी होगा। निफ्टी की सभी मंथली एक्सपायरी भी सोमवार को होगी एक्सचेंज ने कहा कि निफ्टी की सभी मंथली एक्सपायरी भी अगले महीने से गुरुवार की बजाय सोमवार को होगी। इस फैसले के तहत 4 अप्रैल से NSE के बैंक निफ्टी, फिन निफ्टी, निफ्टी मिडकैप सेलेक्ट और निफ्टी नेक्स्ट-50 की एक्सपायरी भी गुरुवार की बजाय सोमवार को होगी। निफ्टी 50 की वीकली और मंथली एक्सपायरी भी 4 अप्रैल से गुरुवार की बजाय सोमवार को होगी। NSE ने कहा, 'यह सभी बदलाव 04 अप्रैल 2025 से प्रभावी होंगे। यानी सभी मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए एक्सपायरी-डे को रिवाइज कर 03 अप्रैल 2025 (EOD) को न्यू-एक्सपायरी-डे कर दिया जाएगा।' NSE ने कहा कि सभी शेयरों के मंथली कॉन्ट्रैक्ट्स भी एक्सपायरी मंथ के आखिरी सोमवार को समाप्त हो जाएंगे। स्टॉक एक्सचेंज ने बताया कि 14 अप्रैल 2025 को शेयर बाजार में छुट्टी होने के कारण रिवाइज्ड-एक्सपायरी-डे 11 अप्रैल है। निफ्टी में लगातार 10वें दिन गिरावट रही आज निफ्टी लगातार 10वें दिन गिरकर 22,082 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में आज 36 अंकों की गिरावट रही। वहीं सेंसेक्स 96 अंक गिरकर 72,990 के स्तर पर आ गया है। ऑटो और आईटी शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट रही। निफ्टी ऑटो इंडेक्स 1.31% गिरा। वहीं आईटी इंडेक्स में 0.90% की गिरावट रही। मीडिया में 2.37% और सरकारी बैंकों के इंडेक्स में 1.56% की तेजी रही। मेटल और ऑयल एंड गैस इंडेक्स करीब 0.5% चढ़े।

NSE ने सभी FO कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी का दिन बदला: अब गुरुवार की बजाय सोमवार को एक्सपायरी होगी, निफ्टी की सभी मंथली एक्सपायरी भी बदली
Kharchaa Pani
लेखिका: शामिता वर्मा, टीम नेतनागरी
जानकारी की शुरुआत
भारतीय शेयर बाजार में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन हुआ है। राष्ट्रीय शेयर बाजार (NSE) ने अपने सभी फ्यूचर्स और विकल्प (FO) कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी का दिन बदल दिया है। पहले जहां ये एक्सपायरी हर हफ्ते गुरुवार को होती थी, अब यह सोमवार को होगी। इस बदलाव का प्रभाव निफ्टी की सभी मंथली एक्सपायरी पर भी पड़ेगा, जिससे ट्रेडर्स और निवेशकों को नए सिरे से अपनी रणनीति बनानी होगी।
परिवर्तन के कारण
NSE ने इस कदम को लेकर कहा है कि यह निर्णय बाजार की मांगों और अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखकर लिया गया है। माना जा रहा है कि इससे ट्रेडिंग में अधिक लचीलापन और सटीकता आएगी। निवेशकों और ट्रेडर्स के लिए यह एक महत्वपूर्ण बदलाव हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो नियमित रूप से ऑप्शंस ट्रेडिंग में संलग्न रहते हैं।
निवेशकों पर प्रभाव
हालांकि यह बदलाव शुरुआती तौर पर कुछ निवेशकों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन समय के साथ वे एक नई ओप्शन ट्रेडिंग पैटर्न में ढल जाएंगे। सोमवार को एक्सपायरी का मतलब है कि निवेशक पूरे सप्ताह के नतीजों का विश्लेषण करके अपने निर्णय ले सकेंगे। इससे वे अधिक सटीक और सूचित निर्णय लेने में सक्षम होंगे।
पिछले अनुभवों से सीखना
निवेशकों को याद है कि जब साप्ताहिक एक्सपायरी गुरुवार को होती थी, तो कई बार बाजार में अस्थिरता का माहौल बन जाता था। अब, इस बदलाव के कारण सोमवार को अधिक स्थिरता और निवेशकों को बेहतर सूचनाएँ मिलने की संभावना है। इसकी उम्मीद इसलिए भी की जा रही है क्योंकि बाजार की गतिविधियों को शुरुआती सप्ताह में अनुभव किया जा सकेगा।
भविष्य की रणनीतियाँ
NSE के इस निर्णय ने निवेशकों को उनकी ट्रेडिंग रणनीतियों पर नए सिरे से विचार करने के लिए मजबूर किया है। अब निवेशकों को न केवल अपने शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म निवेश को देखना होगा, बल्कि उन्हें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि वे नए एक्सपायरी दिन को ध्यान में रखते हुए अपनी खरीददारी और बिक्री की तारीखों को सही ढंग से निर्धारित कर सकें।
निष्कर्ष
सभी फ्यूचर्स और विकल्प कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी का दिन बदलना भारतीय शेयर बाजार में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन है। इससे बाजार में आमूल-चूल परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं। निवेशकों को चाहिए कि वे इस परिवर्तन के साथ-साथ अपनी रणनीतियों को भी अनुकूलित करें। अंततः, NSE का यह कदम उम्मीद करता है कि बाजार में कार्यशीलता और लचीलापन बढ़ेगा।
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