BJP ने कहा- ममता बनर्जी को जेल भेजेंगे:सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं, मुख्यमंत्री इस्तीफे दे, निर्दोष कर्मचारियों को वेतन देने की मांग की
BJP ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल स्कूल भर्ती घोटाले मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे और उन्हें जेल भेजने की मांग की है। केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने दावा किया, "ममता बनर्जी शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में जेल जाने वाली दूसरी मुख्यमंत्री होंगी।" दरअसल, हरियाणा के चार बार मुख्यमंत्री रहे दिवंगत ओम प्रकाश चौटाला ऐसे ही एक मामले में 2013 में जेल गए थे। 3 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के स्कूल भर्ती घोटाले से जुड़े कोलकाता हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा था। जिसमें SSC ने 2016 में 25 हजार शिक्षकों और गैर-शिक्षकों को नियुक्ति की थी। हाईकोर्ट ने इन नियुक्तियों को अवैध करार देते हुए कर्मचारियों को बर्खास्त किया था। भ्रष्टाचार में शामिल पूरे मंत्रिमंडल को जेल जाना चाहिए - सुकांत मजूमदार मजूमदार ने कहा कि करीब 26,000 भर्ती में से करीब 20,000 का चयन सही तरीके से हुआ, जबकि बाकी को राज्य की सत्तारूढ़ TMC नेताओं द्वारा किए गए घोटाले का लाभ मिला। मजूमदार ने भ्रष्टाचार में शामिल पूरे मंत्रिमंडल को जेल भेजने की मांग की। उन्होंने कहा, “ कलकत्ता हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को उन उम्मीदवारों की पहचान करने का सुझाव दिया था जिनकी भर्ती भ्रष्ट तरीकों से हुई थी। हालांकि, राज्य सरकार ने इस पर विचार करने से इनकार कर दिया, जिसके कार सभी उम्मीदवारों की नियुक्ति समाप्त कर दी गई।” उन्होंने कहा कि सरकार को वास्तविक उम्मीदवारों के भविष्य को बचाने के लिए अभी भी ऐसी कानूनी संभावना तलाशनी चाहिए। व्यक्तिगत तौर पर फैसला स्वीकार नहीं - ममता बनर्जी सुप्रीम कोर्ट के फैसले ममता ने कहा- वह व्यक्तिगत रूप से सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार नहीं करती हैं, लेकिन उनकी सरकार इसे लागू करेगी और चयन प्रक्रिया को फिर से दोहराएगी। उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या विपक्षी BJP और CPM चाहते हैं कि बंगाल की शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो जाए। उन्होंने कहा, "इस देश के नागरिक के रूप में, मेरे पास हर अधिकार है और मैं जजों के प्रति सम्मान के साथ इस फैसले को स्वीकार नहीं कर सकती। मैं मानवीय दृष्टिकोण से अपनी राय व्यक्त कर रही हूं। गलत सूचना न दें या भ्रम पैदा न करें।" जिम्मेदारी की भावना बची है, तो पद छोड़ दे - संबित पात्रा ममता बनर्जी पर टिप्पणी करते हुए BJP के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि अगर भाजपा राज्य में सत्ता में आती है तो बनर्जी को कानून से कोई नही बचा सकता। पात्रा ने कहा, "ममता बनर्जी को अब सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। अगर उनमें जरा भी जिम्मेदारी की भावना बची है, तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए। वे निश्चित रूप से जेल जाएंगी। फैसले के बाद बनर्जी की विश्वसनीयता और वैधता खत्म हो गई है।" बनर्जी के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानवीय आधार पर स्वीकार नहीं करने के बयान पर पात्रा ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय को उन पर अदालत की अवमानना का आरोप लगाना चाहिए। इसके साथ ही BJP ने बर्खास्त किए गए निर्दोष कर्मचारियों को मुख्यमंत्री राहत कोष से वेतन देने की भी मांग की है। ____________________ स्कूल भर्ती घोटाले मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... बंगाल में 25,753 शिक्षकों की बर्खास्तगी का आदेश बरकरार:सुप्रीम कोर्ट बोला- सिलेक्शन प्रोसेस गलत; ममता बोलीं- व्यक्तिगत तौर पर फैसला स्वीकार नहीं सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के स्कूल भर्ती घोटाले से जुड़े कोलकाता हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा है। पूरी खबर पढ़ें...

BJP ने कहा- ममता बनर्जी को जेल भेजेंगे: सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं, मुख्यमंत्री इस्तीफे दे, निर्दोष कर्मचारियों को वेतन देने की मांग की
Kharchaa Pani द्वारा रिपोर्ट, टीम नेतानगरी
परिचय
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखे हमले किए हैं। भाजपा नेताओं का आरोप है कि ममता बनर्जी अपनी सत्ता का दुरुपयोग कर रही हैं और निर्दोष सरकारी कर्मचारियों का वेतन नहीं दे रही हैं। इस आलेख में हम भाजपा के बयान, ममता बनर्जी की स्थिति और उसके राजनीतिक निहितार्थ पर चर्चा करेंगे।
BJP का आरोप
भाजपा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि ममता बनर्जी को अब सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। भाजपा प्रवक्ता ने यह भी दावा किया है कि ममता बनर्जी के शासन में भ्रष्टाचार बढ़ता गया है, जिससे राज्य की समाजवादी व्यवस्था पर खतरा मंडरा रहा है। इस संबंध में भाजपा ने यह मांग की है कि ममता को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
निर्दोष कर्मचारियों के हालात
भाजपा का यह भी कहना है कि ममता बनर्जी की सरकार के गलत निर्णयों ने कई सरकारी कर्मचारियों को काफी परेशानी में डाल दिया है। निर्दोष कर्मचारियों को वेतन न दिए जाने का मुद्दा उठाते हुए भाजपा ने ममता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। भाजपा के नेताओं ने कहा कि अगर ममता बनर्जी अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देती हैं, तो उनके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।
राजनीतिक निहितार्थ
ममता बनर्जी के खिलाफ भाजपा का गुस्सा और भी बढ़ गया है, विशेषकर आगामी विधानसभा चुनावों के नजरिए से। भाजपा ने यह स्पष्ट किया है कि बंगाल में सत्ता परिवर्तन की जरूरत है, और इसके लिए ममता को सत्ता छोड़नी होगी। इससे पहले भी ममता बनर्जी और भाजपा के बीच तीखी राजनीतिक जंग चलती रही है, और यह नया बयान इस संघर्ष को और भी तेज कर सकता है।
भविष्य की दिशा
पश्चिम बंगाल की राजनीति में वर्तमान हालात को देखते हुए, यह सवाल उठता है कि क्या ममता बनर्जी इस दबाव का सामना कर पाएंगी? भाजपा का यह बयान चुनावों में उन्हें बड़ा नुकसान पहुँचा सकता है। यदि भाजपा अपने आरोपों को सही साबित करने में सफल होती है, तो यह ममता के लिए एक गंभीर चुनौती बन सकता है।
निष्कर्ष
इस प्रकार, भाजपा के इस बयान ने पश्चिम बंगाल की राजनीतिक फिजा को और गरमा दिया है। ममता बनर्जी को अब किसी भी कीमत पर अपने निर्णयों पर पुनर्विचार करना होगा, और निर्दोष कर्मचारियों के वेतन के मुद्दे को गंभीरता से लेना होगा। इस पूरे परिदृश्य में भाजपा की रणनीति स्पष्ट है: वे ममता को राजनीतिक रूप से कमजोर करना चाहते हैं।
अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठनों और मानवाधिकार संगठनों को भी इस स्थिति पर ध्यान देना होगा, ताकि कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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