विदेशी महिला ने जांघ पर भगवान जगन्नाथ का टैटू बनवाया:फोटो वायरल होते ही ओडिशा के लोग नाराज, FIR; महिला ने माफी मांगी
विदेशी महिला ने अपनी जांघ पर भगवान जगन्नाथ का टैटू बनवाया। टैटू वाली उसकी तस्वीर वायरल हुई। इसके बाद से पूरे ओडिशा के लोगों में जमकर गुस्सा है। सोशल मीडिया पर भी महिला के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की गई। भगवान जगन्नाथ के भक्तों ने 2 मार्च को भुवनेश्वर के साहिद नगर पुलिस थाने में BNS की धारा 299 (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, जिसका उद्देश्य किसी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को आहत करना है) के तहत मामला दर्ज कराया। पुलिस के मुताबिक, भुवनेश्वर के ही एक टैटू पार्लर में विदेशी महिला ने टैटू गुदवाया था। पुलिस के मुताबिक महिला एक NGO में काम करती है। शिकायत दर्ज कराने वाले सुब्रत मोहानी ने कहा- महिला ने अनुचित स्थान पर भगवान जगन्नाथ का टैटू गुदवाया, इससे हमारी भावनाएं आहत हुई हैं। यह सभी जगन्नाथ भक्तों और सामान्य रूप से हिंदुओं का अपमान है। इसमें शामिल लोगों के खिलाफ एक्शन हो। महिला और टैटू आर्टिस्ट में वीडियो जारी कर माफी मांगी उसने माफी मांगते हुए कहा- मैं भगवान जगन्नाथ का अपमान नहीं करना चाहती थी। मैं भगवान जगन्नाथ की सच्ची भक्त हूं और मैं हर दिन मंदिर जाती हूं। मैंने गलती की और इसके लिए मुझे बहुत खेद है। मैंने बस कलाकार से टैटू को किसी छिपी जगह पर बनाने के लिए कहा था। मैं कोई मुद्दा नहीं बनाना चाहती थी। मुझे इसके लिए बहुत खेद है। जैसे ही टैटू वाला हिस्सा ठीक हो जाएगा, मैं इसे हटा दूंगी। मेरी गलती के लिए मुझे माफ करें। टैटू शॉप का मालिक बोला- हमने महिला से टैटू बनवाने से मना किया था टैटू शॉप के मालिक ने कहा- महिला अपनी जांघ पर भगवान जगन्नाथ का टैटू बनवाने के लिए आई थी। हमारे कर्मचारियों ने उसे ऐसा न करने की सलाह दी थी। कहा था कि वो बांह पर टैटू कराए। लेकिन वो नहीं मानी। मैं इस घटना के लिए ईमानदारी से माफी मांगता हूं। जब टैटू बनाया गया तब मैं शॉप पर नहीं था। युवक ने कहा कि 20-25 दिन बीतने के बाद टैटू को या तो कवर किया जाएगा या हटा दिया जाएगा। क्योंकि इसे अभी हटाने से इन्फेक्शन हो सकता है। महिला ने कहा है कि वो टैटू हटवाने के लिए शॉप पर आएगी। ............................ टैटू आर्ट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... कर्नाटक टैटू पार्लर के लिए सख्त नियम बनाएगा, हेल्थ मिनिस्टर बोले- इसकी स्याही में 22 खतरनाक मटेरियल, स्किन डिजीज का खतरा कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने ऐलान किया कि राज्य सरकार टैटू पार्लरों के लिए नए और सख्त नियम लागू करने की योजना बना रही है ताकि सुरक्षा सेफ्टी को सुनिश्चित किया जा सके। इसके लिए राज्य सरकार केंद्र से हस्तक्षेप की भी मांग करेगी ताकि टैटू प्रक्रिया के लिए उचित दिशा-निर्देश स्थापित किए जा सकें। पूरी खबर पढ़ें... टैटू बनवाने से ब्लड कैंसर का खतरा: इंक में होते हैं ये 10 खतरनाक केमिकल्स, ये 7 लक्षण दिखने पर डॉक्टर को दिखाएं यूपी के पूर्वांचल के 10 जिलों में 40 लोग टैटू बनवाने के बाद HIV संक्रमित हो गए थे। इतना ही नहीं, टैटू ब्लड कैंसर का कारण भी बन सकता है। टैटू और कैंसर के कनेक्शन को समझने के लिए हाल ही में एक स्टडी हुई। स्वीडन की लुंड यूनिवर्सिटी (Lund University) की इस स्टडी में रिसर्चर्स ने पाया कि टैटू बनवाने से लिम्फोमा यानी ब्लड कैंसर का खतरा 21% तक बढ़ जाता है। पूरी खबर पढ़ें...

विदेशी महिला ने जांघ पर भगवान जगन्नाथ का टैटू बनवाया: फोटो वायरल होते ही ओडिशा के लोग नाराज, FIR; महिला ने माफी मांगी
Kharchaa Pani
लेखिका: प्रियंका दरबारी, टीम नेटानागरी
परिचय
हाल ही में विदेश की एक महिला ने अपने जांघ पर भगवान जगन्नाथ का टैटू बनवाले जाने से ओडिशा के लोगों में रोष पैदा कर दिया। यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसके बाद स्थानीय लोग भड़क गए और महिला के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई। इस घटना पर महिला ने माफी भी मांगी। इस मामले ने न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, बल्कि विवाद का एक नया मोड़ भी पैदा कर दिया है।
मामले की पृष्ठभूमि
भगवान जगन्नाथ ओडिशा के पुरी का एक प्रमुख देवता हैं। उनकी पूजा और सम्मान भारत के विभिन्न हिस्सों में की जाती है। इस महिला ने इस देवता का टैटू अपने शरीर पर बनवा लिया, जिससे धार्मिक भावनाएँ आहत हुईं। इस तरह के टैटू का बनवाना भारतीय सभ्यता और संस्कृति के प्रति असम्मान के रूप में देखा गया। जब इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया, तो यह तेजी से वायरल हो गई।
ओडिशा का रुख
ओडिशा के लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराज़गी व्यक्त की। कई लोगों ने इसे धार्मिक अपमान मानते हुए इस महिला के खिलाफ FIR दर्ज करने का न निर्णय लिया। स्थानीय संगठनों ने भी इस मामले को लेकर सख्त कानून की मांग की। ओडिशा के लोग अपनी धार्मिक भावनाओं के प्रति अति संवेदनशील होते हैं, और इस घटना ने उन्हें गहरी चोट पहुंचाई है।
महिला की प्रतिक्रिया
जब महिला के खिलाफ नाराजगी बढ़ी, तो उसने अपने ट्विटर हैंडल पर एक माफी की पोस्ट साझा की। उसने लिखा कि उसका उद्देश्य किसी को भी ठेस देना नहीं था और वह भगवान जगन्नाथ के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट कर रही थी। इस माफी ने कुछ हद तक विवाद को तो कम किया, लेकिन इस्तीफे और दंड की मांग अभी भी जारी है।
विवाद का बढ़ता स्वरूप
इस घटना ने केवल ओडिशा में ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में एक व्यापक चर्चा का विषय बना दिया है। कई धार्मिक और सामाजिक संगठन इस मुद्दे पर विचार कर रहे हैं कि कैसे ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है। इसके अलावा, इस मामले ने टैटू कला की सीमाओं पर भी सवाल खड़ा कर दिया है, खासकर जब यह धार्मिक प्रतीकों से संबंधित हो।
निष्कर्ष
विदेशी महिला द्वारा भगवान जगन्नाथ के टैटू का मामला न केवल धार्मिक भावना का विषय है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक मामला भी है। भारत में धार्मिक प्रतीकों का सम्मान करना आवश्यक है, और यह घटना हमें इस बात की याद दिलाती है कि हमारी संस्कृति कितनी संवेदनशील है। जैसा कि ओडिशा के लोग अपनी धार्मिक पहचान के प्रति सजग हैं, यह घटना भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने का सबक भी देती है।
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