महिलाओं ने चलाई रांची-टोरी मेमू ट्रेन:महिला दिवस पर रांची रेल मंडल की पहल, पायलट से सुरक्षा तक महिलाओं के हवाले

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर दक्षिण पूर्व रेलवे के रांची रेल मंडल ने अनूठी पहल की। आज रांची से टोरी तक चलने वाली मेमू पैसेंजर ट्रेन के परिचालन की जिम्मेदारी महिलाओं के जिम्मे रही। इस ट्रेन के पायलट से लेकर टीटीई, आरपीएफ से लेकर गार्ड तक सभी कर्मी महिलाएं रहीं। इस महिला स्पेशल ट्रेन को रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक से रवाना किया गया। ट्रेन को वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक श्रेया सिंह ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस ट्रेन में लगभग 15 कर्मी थे। जिन्होंने ट्रेन के परिचालन की जिम्मेदारी को बखूबी निभाया। विक्ट्री साइन दिखा कर जताया उत्साह ट्रेन को रवाना करने से पहले सभी कर्मचारियों का स्वागत गुलाब के फूल के साथ किया गया। इस दौरान महिला कर्मियों के चेहरे पर गजब का उत्साह देखने को मिला। ट्रेन की रवानगी के साथ ही उन्होंने विक्ट्री साइन दिखा कर यात्रा की शुरुआत की। आज रांची रेलवे स्टेशन से महिलाओं ने न केवल रांची-टोरी मेमू ट्रेन चलाया बल्कि स्टेशन पर ट्रेन परिचालन, बुकिंग, यांत्रिक विभाग, चिकित्सा विभाग, सफाई कर्मी और फाटक मैनेजमेंट सहित विभिन्न कार्यों का संचालन महिलाओं द्वारा किया जा रहा है। हर दिन महिला दिवस, तभी देश की महिलाएं बढ़ेंगी आगे मौके पर वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक श्रेया सिंह ने कहा कि केवल आज का दिन मत मनाएं। आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है, लेकिन हर दिन महिला दिवस है। हर दिन महिला दिवस होगा तभी इस देश की महिलाएं आगे बढ़ पाएंगी। महिलाओं को हर दिन मनाने की जरूरत है। जो कामकाजी महिलाएं हैं, गृहणियां हैं उनके लिए संदेश है कि अन्य काम करते समय अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज न करें। महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं, वे किसी से कम नहीं हैं, वे यह साबित करती रही हैं और भविष्य में भी करती रहेंगी। ------------------------- महिला दिवस से जुड़ी इस खबर को पढ़ें महिला दिवस पर धनबाद रेलवे का अनूठा प्रयोग:स्टेशन की पूरी जिम्मेदारी महिला कर्मचारियों को सौंपी, बुकिंग से लेकर ट्रेन संचालन तक धनबाद रेलवे स्टेशन ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर एक अनूठी पहल की। प्रबंधक ने स्टेशन की संपूर्ण कार्यप्रणाली महिला रेलकर्मियों के हाथों में सौंप दी गई। महिला कर्मचारियों ने स्टेशन के हर विभाग की जिम्मेदारी संभाली। बुकिंग कार्यालय से लेकर टिकट जांच, सुरक्षा व्यवस्था और ट्रेन परिचालन तक का पूरा कार्य महिलाओं ने किया। मुख्य बुकिंग पर्यवेक्षक का पद भी महिला कर्मचारी ने संभाला। पूरी खबर यहां पढ़ें...

Mar 8, 2025 - 15:34
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महिलाओं ने चलाई रांची-टोरी मेमू ट्रेन:महिला दिवस पर रांची रेल मंडल की पहल, पायलट से सुरक्षा तक महिलाओं के हवाले
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर दक्षिण पूर्व रेलवे के रांची रेल मंडल ने अनूठी पहल की। आज रांच

महिलाओं ने चलाई रांची-टोरी मेमू ट्रेन: महिला दिवस पर रांची रेल मंडल की पहल, पायलट से सुरक्षा तक महिलाओं के हवाले

खर्चा पानी

रांची: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की उपलक्ष्य में रांची रेल मंडल ने एक नई पहल की है, जिसमें मेमो ट्रेन का संचालन पूरी तरह से महिलाओं के जिम्मे रखा गया है। यह पहल न केवल महिलाओं के लिए एक सम्मान का विषय है, बल्कि वे अपने आप में एक नई पहचान बनाने का अवसर भी है।

महिलाओं ने बढ़ाया कदम

महिला दिवस के अवसर पर, रांची-टोरी मेमू ट्रेन का संचालन महिला पायलटों और सहायक कर्मचारियों द्वारा किया गया। इस पहल का उद्देश्य न केवल महिलाओं को प्रोत्साहित करना है बल्कि भारतीय रेलवे में उनके योगदान को भी मान्यता देना है। इस ट्रेन को चलाने वाली महिलाएं अपने कर्तव्यों को कुशलता से निभाते हुए अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन रही हैं।

सुरक्षा और संचालन में महिलाओं का प्रभाव

महिलाएं अब केवल पैसेंजर की तरह नहीं, बल्कि संचालन और सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। ट्रेन के पायलट से लेकर गार्डिंग तक, सभी महत्वपूर्ण कार्य महिलाओं द्वारा किए जा रहे हैं। रेल विभाग ने इस बात का ध्यान रखा है कि महिलाएं अपनी जिम्मेदारियों को निभा सकें और इसके लिए उन्हें सभी तरह की सुविधाएं प्रदान की गई हैं।

समाज में बदलाव की बुनियाद

इस पहल के जरिए रेलवे प्रशासन ने न केवल महिलाओं की क्षमताओं को उजागर किया है, बल्कि समाज में बदलाव की बुनियाद भी रखी है। यह कदम दर्शाता है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में किसी से कम नहीं हैं। यह एक नई सोच को प्रोत्साहित करता है, जिसमें सभी चीजों में समानता की बातें सामने आती हैं।

महिलाओं का योगदान: वर्तमान और भविष्य

रांची रेल मंडल में इस पहल के तहत महिलाओं की भूमिका को देखते हुए, यह कहा जा सकता है कि आने वाले दिनों में और भी महिलाएं इस क्षेत्र में कदम रखेंगी। उनका यह योगदान न केवल रेलवे को मजबूती देगा, बल्कि समुदाय में भी सकारात्मक बदलाव लाएगा।

निष्कर्ष

महिला दिवस पर रांची रेल मंडल द्वारा चलायी गई यह पहल, महिलाओं को प्रोत्साहन देने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से न केवल उनकी क्षमताओं को मान्यता दी गई है, बल्कि समाज के सामाजिक ढांचे में भी सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया गया है। इस तरह की पहलों की आवश्यकता है ताकि महिलाओं को और अधिक अवसर मिल सकें और वे अपने कार्यक्षेत्र में यूं ही आगे बढ़ती रहें।

अधिक जानकारी के लिए, कृपया वेबसाइट पर जाएं: kharchaapani.com

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