पिता के बाद अब उदयनिधि बोले- जल्द बच्चे पैदा करें:उनके नाम तमिल में रखें; परिसीमन से उत्तरी राज्यों को फायदा होगा

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बाद अब उनके बेटे उदयनिधि स्टालिन ने राज्य के लोगों से जल्द से जल्द बच्चे पैदा करने की अपील की है। साथ ही बच्चों के नाम तमिल में रखने को कहा है। उदयनिधि ने कहा- हमने राज्य की जनसंख्या नियंत्रित की लेकिन अब हमें इससे समस्या हो रही है। मैं नए शादीशुदा जोड़ों से अनुरोध करता हूं कि वे जल्द से जल्द बच्चे पैदा करें। अगर परिसीमन होता है तो हम लोकसभा में आठ सीटें खो देंगे जबकि उत्तरी राज्यों को 100 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। चेन्नई के एक शादी समारोह में शामिल होने के बाद उदयनिधि यह बात कही। इससे पहले एमके स्टालिन भी इसी तरह का बयान दे चुके हैं। वे 3 मार्च को नागपट्टिनम जिले के पार्टी सेक्रेटरी की वेडिंग एनिवर्सरी में शामिल होने पहुंचे थे। वहां स्टालिन ने कहा था कि पहले हम कहते थे, आराम से बच्चे पैदा करो, लेकिन अब हालात बदल गए हैं, इसलिए तुरंत बच्चे पैदा करने की जरूरत है। स्टालिन ने परिसीमन पर अन्य राज्यों से समर्थन मांगा स्टालिन ने परिसीमन मामले में 7 मार्च को अन्य राज्यों के मौजूदा और पूर्व मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने 22 मार्च को होने वाली जॉइंट एक्शन कमेटी (JAC) की पहली बैठक में अपने प्रतिनिधि भेजने का अनुरोध किया था। परिसीमन और ट्राई लैंग्वेज पॉलिसी के विरोध में स्टालिन ने 5 मार्च तमिलनाडु में सर्वदलीय की थी। बैठक में JAC बनाने का फैसला हुआ था, ताकि इन मुद्दों पर साझा रणनीति बनाई जा सके। स्टालिन ने 7 राज्यों केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और पंजाब का मौजूदा और पूर्व CM को चिट्ठी लिखी थी। परिसीमन का आधार 1971 की जनगणना हो सर्वदलीय बैठक में स्टालिन ने कहा था कि अगर संसद में सीटें बढ़ती है तो 1971 की जनगणना को आधार बनाया जाए। उन्होंने भी मांग की- 2026 के बाद अगले 30 साल तक लोकसभा सीटों के बाउंड्री करते समय 1971 की जनगणना को ही मानक माना जाए। इस बैठक में AIADMK, कांग्रेस, वाम दल (लेफ्ट पार्टी) और एक्टर विजय की पार्टी TVK समेत कई दलों ने हिस्सा लिया था। वहीं, भाजपा, NTK और पूर्व केंद्रीय मंत्री जीके वासन की तमिल माणिला कांग्रेस (मूप्पनार) ने बैठक का बहिष्कार किया। परिसीमन के बारे में सब-कुछ जानिए... परिसीमन क्या है लोकसभा और विधानसभा सीट की सीमा नए तरह से तय करने की प्रक्रिया को परिसीमन कहते हैं। इसके लिए आयोग बनता है। परिसीमन के लिए 1952, 1963, 1973 और 2002 में आयोग गठित हो चुके हैं। आखिरी बार परिसीमन आयोग अधिनियम, 2002 के तहत साल 2008 में परिसीमन हुआ था। लोकसभा सीटों को लेकर परिसीमन प्रक्रिया की शुरुआत 2026 से हो सकती है। इससे 2029 के चुनाव में करीब 78 सीटें बढ़ सकती हैं। दक्षिणी राज्य जनसंख्या आधारित परिसीमन का विरोध कर रहे हैं। इस वजह से सरकार समानुपातिक परिसीमन पर विचार कर रही है। समानुपातिक परिसीमन क्या है उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं। वहीं, तमिलनाडु-पुडुचेरी में इसकी आधी यानी 40 सीटें हैं। अगर उत्तर प्रदेश की 14 सीटें बढ़ती हैं तो इसकी आधी यानी 7 सीटें तमिलनाडु-पुडुचेरी में बढ़ाना समानुपातिक प्रतिनिधित्व है। आबादी के आधार पर जितनी सीटें हिंदी पट्‌टी में बढ़ेंगी, उसी अनुपात में जनसंख्या नियंत्रण करने वाले राज्यों में भी सीटें बढ़ेगी। हिंदी पट्टी के किसी राज्य की सीट में 20 लाख की आबादी पर एक सांसद होगा तो दक्षिणी राज्य में 10-12 लाख की आबादी पर एक सांसद होगा। अल्पसंख्यक बहुल सीटों का क्या होगा देश की 85 लोकसभा सीटों में अल्पसंख्यकों की आबादी 20%से 97%तक है। सूत्रों के अनुसार इन सीटों पर जनसंख्या संतुलन कायम रखने के लिए परिसीमन के तहत लोकसभा क्षेत्रों को नए सिरे से ड्रा किया जा सकता है। महिला आरक्षण के बाद क्या होगा 1976 से लोकसभा सीटों की संख्या को फ्रीज रखा गया है, लेकिन अब महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देने के लिए इसे डिफ्रीज करना होगा। जनसंख्या नियंत्रण करने वाले राज्यों ने चेतावनी दी है कि इस आधार पर उनकी सीटों में कमी का विरोध होगा। -------------------------------------------- तमिलनाडु की राजनीति से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... तमिलनाडु CM बोले- हिंदी ने 25 भाषाओं को खत्म किया, यूपी-बिहार कभी हिंदी क्षेत्र नहीं थे तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन ने 27 फरवरी को कहा था कि जबरन हिंदी थोपने से 100 सालों में 25 नॉर्थ इंडियन भाषाएं खत्म हो गई। स्टालिन ने X पोस्ट में लिखा- एक अखंड हिंदी पहचान की कोशिश प्राचीन भाषाओं को खत्म कर रही है। उत्तर प्रदेश और बिहार कभी भी हिंदी क्षेत्र नहीं थे। अब उनकी असली भाषाएं अतीत की निशानी बन गई हैं। पूरी खबर पढ़ें...

Mar 12, 2025 - 16:34
 151  52.4k
पिता के बाद अब उदयनिधि बोले- जल्द बच्चे पैदा करें:उनके नाम तमिल में रखें; परिसीमन से उत्तरी राज्यों को फायदा होगा

पिता के बाद अब उदयनिधि बोले- जल्द बच्चे पैदा करें: उनके नाम तमिल में रखें; परिसीमन से उत्तरी राज्यों को फायदा होगा

Kharchaa Pani

लेखिका: अनन्या शर्मा, राधिका तिवारी, टीम नेतानागरी

परिचय

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि Stalin ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि हमें जल्दी से परिवार बढ़ाने की जरूरत है और हमारे बच्चों के नाम तमिल में रखने चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने परिसीमन को लेकर भी विचार व्यक्त किए हैं। इस लेख में हम इस बयान के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे।

उदयनिधि का बयान

उदयनिधि ने कहा कि आज की पिढ़ी परंपरागत नामों को छोड़ते जा रही है। उनका मानना है कि यदि हम अपने बच्चों के नाम तमिल में रखते हैं, तो इससे हमारी संस्कृति और भाषा को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि हम देश को एक नई दिशा दे सकते हैं यदि हम सही से अपने बच्चों का पालन-पोषण करें।

परिसीमन का महत्व

उदयनिधि ने परिसीमन के विषय पर भी बात की। उन्होंने कहा कि यह केवल उत्तरी राज्यों के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। परिसीमन के जरिए सही प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जा सकता है। विशेष रूप से उत्तरी राज्यों में यह अधिक मांग में है, जहां विकास की संभावनाएं सबसे अधिक हैं। उदयनिधि ने दावा किया कि इससे तमिलनाडु और अन्य राज्यों को भी फायदा होगा।

संस्कृति का संरक्षण

बच्चों के नाम तमिल में रखने के उदयनिधि के सुझाव का प्राथमिक उद्देश्य हमारी संस्कृति का संरक्षण करना है। उन्होंने युवाओं को प्रोत्साहित किया कि वे अपनी जड़ों से जुड़े रहें और अपनी भाषा का सम्मान करें। यह एक सकारात्मक कदम है, जिससे न केवल भाषा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि हमारी सांस्कृतिक पहचान भी सशक्त होगी।

समापन

उदयनिधि का यह बयान निश्चित रूप से विचार करने योग्य है। यह हमें याद दिलाता है कि हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपनी परंपराओं और संस्कृति को बचाए रखें। माता-पिता की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है, और बच्चों को समान संस्कार देना उनकी जिम्मेदारी है। इसके साथ ही, परिसीमन पर विचार करते हुए, हमें यह भी समझना चाहिए कि यह न केवल विकास का सवाल है, बल्कि हमारे भविष्य के लिए आवश्यक है।

आखिर में, उदयनिधि का यह दृष्टिकोण हमें प्रेरणा देता है कि हम अपनी जुड़ाव को सजीव रखें और अपने समाज को एक नई दिशा दें।

Keywords

Tamil Nadu, Udayanidhi Stalin, child naming Tamil, delimitation benefits, culture preservation, northern states development, parenting in India. For more updates, visit kharchaapani.com.

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow