हमास आज 3 इजराइली बंधकों को रिहा करेगा:इनमें 2 महिलाएं और एक बुजुर्ग; थाईलैंड के 5 नागिरक भी रिहा होंगे
इजराइल-हमास सीजफायर डील के तहत आज बंधकों की रिहाई का तीसरा चरण है। हमास आज इजराइल के 3 बंधकों को रिहा करेगा। इनमें दो महिलाएं अर्बेल यहूद (29), अगम बर्गर (19) और एक बुजुर्ग गादी मोजेस (80) शामिल हैं। इनके अलावा थाईलैंड के 5 नागरिक भी हमास की कैद से आजाद होंगे। अब तक दो चरणों में इजराइली बंधकों की रिहाई हो चुकी है, जिसमें 7 इजराइली महिला बंधकों को रिहा किया जा चुका है। बदले में इजराइल भी 300 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की रिहाई कर चुका है। इसके अलावा शनिवार को हमास इजराइल के 3 बंधकों को रिहाई करेगा। 19 जनवरी को इजराइल और हमास के बीच 15 महीने की जंग के बाद सीजफायर शुरू हुआ है। इस दौरान बंधकों की अदलाबदली की जा रही है। 3 फरवरी से सीजफायर के अगले चरण पर चर्चा होनी है। इसका मकसद जंग को स्थायी तौर पर खत्म करना है। नॉर्थ गाजा में लौटे 3 लाख फिलिस्तीनी इजराइल-हमास जंग के 15 महीने बाद 3 लाख से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिक रफा बॉर्डर और साउथ गाजा के इलाके से नॉर्थ गाजा की तरफ लौटे चुके हैं। 27 जनवरी को इजराइल ने फिलिस्तीनी नागरिकों नॉर्थ गाजा में लौटने की मंजूरी दी। जंग शुरू होने के बाद 10 लाख से ज्यादा लोग साउथ की तरफ चले गए थे। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा में इजराइली हमलों से 47 हजार से ज्यादा लोगों मारे गए हैं, जबकि 1.10 लाख से ज्यादा घायल हुए हैं। सीजफायर डील के तहत यह तय हुआ था कि इजराइल, 25 जनवरी से उत्तरी गाजा में फिलिस्तीनी लोगों को लौटने की अनुमति देगा। हालांकि इजराइल-हमास के बीच विवाद की वजह से इसमें 2 दिन की देरी हुई। इजराइल करीब 700 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा सीजफायर डील 3 फेज में पूरी होगी। पहले फेज में हमास इजराइल से किडनैप किए गए 33 बंधकों को रिहा करेगा। साथ ही इजराइली सेना गाजा की सीमा से 700 मीटर पीछे लौटेगी। इजराइल के न्याय मंत्रालय ने भी 95 फिलिस्तीनी कैदियों की लिस्ट जारी की है, जिन्हें पहले फेज में रिहा किया जाएगा। इनमें 69 महिलाएं, 16 पुरुष और 10 नाबालिग शामिल हैं। इजराइल 700 से ज्यादा फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इनके नाम की लिस्ट भी जारी की गई है। इस लिस्ट में शामिल कई लोग हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं, जिनमें हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के सदस्य भी शामिल हैं। तीन फेज में पूरी होगी सीजफायर डील 15 जनवरी को जो बाइडेन ने कहा था कि यह डील 19 जनवरी, यानी रविवार से तीन फेज में शुरू होगी। इसमें 42 दिन तक बंधकों की अदला-बदली की जाएगी। पहला फेज: दूसरा फेजः तीसरा फेजः कतर में कई हफ्तों से हो रही थी डील पर बात सीजफायर के लिए पिछले कई हफ्तों से कतर की राजधानी दोहा में बातचीत चल रही थी। इस बातचीत में मिस्र और अमेरिका भी शामिल थे। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, कतर PM शेख मोहम्मद ने हमास और इजराइल के प्रतिनिधियों से बुधवार को मुलाकात की, जिसके बाद ये डील पूरी हुई। बंधकों की पहली फेज की रिहाई के 15 दिन बाद हमास बाकी बंधकों को रिहा करेगा। इस बीच दोनों पक्ष स्थायी सीजफायर पर बात करेंगे। कतर और अमेरिका की मध्यस्थता में डील इस समझौते के लिए कतर की राजधानी दोहा में मिस्र, कतर और अमेरिका की मदद से बातचीत की गई। इसमें इजराइल का प्रतिनिधित्व मोसाद चीफ डेविड बार्निया और शिन बेत चीफ रोनेन बार ने किया। वहीं, अमेरिका की तरफ से यहां पर ट्रम्प के दूत स्टीव विटकॉफ और बाइडेन के दूत ब्रेट मैकगर्क मौजूद रहे।

हमास आज 3 इजराइली बंधकों को रिहा करेगा: इसमें 2 महिलाएं और एक बुजुर्ग; थाईलैंड के 5 नागरिक भी रिहा होंगे
Kharchaa Pani
लेखिका: प्रिया शर्मा, नेटानागरी टीम
रिहाई का महत्त्वपूर्ण क्षण
हमास ने घोषणा की है कि वह आज 3 इजराइली बंधकों को रिहा करेगा, जिनमें 2 महिलाएं और एक बुजुर्ग व्यक्ति शामिल हैं। इस घटनाक्रम के साथ ही, थाईलैंड के 5 नागरिक भी रिहाई की प्रक्रिया का हिस्सा बनेंगे। यह रिहाई एक ऐसे समय में हो रही है जब इजराइल और हमास के बीच बढ़ते तनाव के बीच शांति वार्ता की नई उम्मीदें जगी हैं।
क्या है बंधकों की कहानी?
इन बंधकों की रिहाई से पहले, इजराइल और हमास के बीच काफी तनावपूर्ण बातचीत हुई थी। बंधकों की पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, इन महिलाओं और बुजुर्ग व्यक्ति को अपनी निर्दोषता साबित करने के लिए कई कठोर परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। रिहाई के बाद इनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गुप्त स्थान पर रखा जाएगा।
थाईलैंड नागरिकों का रिहाई
थाईलैंड के 5 नागरिकों की रिहाई भी इस प्रक्रिया का एक अहम हिस्सा है। ये नागरिक जिनका नाम और पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, पिछले कुछ महीनों से बंधक बनाए गए थे। थाईलैंड सरकार ने इस मामले में अपनी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर गम्भीरता दिखाई है और इस रिहाई की प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाई है।
आगे का रास्ता
इस रिहाई की योजना से कई लोग उम्मीद जता रहे हैं कि यह इजराइल और हमास के बीच विवाद को सुलझाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम हो सकता है। इसे एक संकेत माना जा रहा है कि दोनों पक्ष बातचीत के लिए तैयार हैं। ऐसे में आंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा भी इस वार्ता की मजबूती के लिए पहल की जा सकती है।
निष्कर्ष
हमास द्वारा किए गए इस निर्णय को कई विशेषज्ञ सकारात्मक दृष्टिकोण से देख रहे हैं। यह रिहाई न केवल बंधकों के लिए, बल्कि उनके परिवारों के लिए भी राहत की खबर है। हालाँकि, इस घटनाक्रम के बाद इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष में आगे क्या होता है, यह देखने वाली बात होगी।
इस प्रकार, बंधकों की रिहाई एक सामयिक और महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है जिसका वैश्विक स्तर पर व्यापक असर पड़ेगा। इस दिशा में सकारात्मक प्रयासों की आवश्यकता है ताकि शांति वार्ता आगे बढ़ सके।
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